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आखें शरीर का सबसे कोमल हिस्सा है। अगर आखों में जरा-सा कुछ चला जाता है, तो काफी देर तक खोलने में कोई गड़बड़ी होने का अनुमान लगता है। ऐसी ही एक समस्या है, आखों में गुहेरी आना। इस समस्या में आखों की पलकों के किनारे पर लाल दाना या फुंसी हो जाती है। इसके कारण आखों में तेज दर्द, जलन, खुजली या पानी से होने वाली बीमारियां होने का अनुमान लगाया जाता है। इसके कारण रोज़मर्रा के कामों में भी समस्याएँ पैदा होती हैं। अक्सर आखों में गंदगी जान जाती है, मैं मेकप या हैजिन का ध्यान न रखने के कारण गुहेरी हो जाती है।
ऐसे में हाइजिन मेंटेन करके और कुछ घरेलू उपायों के जरिए इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। लेकिन कुछ लोगों को बार-बार आखों में गुहेरी दिखाई देती है। विशिष्ट की स्थिति तो इस स्थिति में कोई शारीरिक समस्या भी गुहेरी का कारण हो सकती है।
जी हां, कई निर्देशों में हमारी स्वास्थ्य समस्या भी बार-बार गुहेरी आने का कारण बनती है। इसके बारे में जानने के लिए हमने बात की कि पारस हॉस्पिटल (गुरुग्राम) के एचमोड, एपैथैल्मोलॉजी डॉ ऋषि भारद्वाज से। जिन्होंने इस समस्या के कारणों के बारे में विशेष जानकारी दी।
गुहेरी स्वास्थ्य से कैसे जुड़े हैं? (आंखों की स्टाई स्वास्थ्य से कैसे संबंधित है)
डॉ ऋषि भारद्वाज के अनुसार आखों में गुहेरी की समस्या प्रणालीगत विकार से जुड़ी हो सकती है।
प्रणालीगत विकार एक प्रकार की स्थिति है। जो एक साथ शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करता है। इसमें शरीर के लॉजिकल न्यूरो, रे स्पिरेटरी, सर्कुलेटरी और पाचन तंत्र भी शामिल हो सकते हैं।
ऐसे में व्यक्ति इनसे प्रभावित हो सकता है
1. त्वचा से जुड़ी समस्या
आखों में गुहेरी की समस्या त्वचा से संबंधित कारण भी हो सकती है। इनमें मुहांसे, रोसैसिया आदि शामिल हो सकते हैं। जिसके कारण व्यक्ति आखों पर भी लाल फुंसी हो सकती है।
2. सेबोरिक डर्मेटाइटिस
सेबोरिक डर्मेटाइटिस एक ऐसी स्किन कंडीशन है। जिनमें स्कैल्प पर पपड़ीदार डेंड्रफ या लाल रंग के धब्बे होते हैं। यह कंडीशन त्वचा के तैलीय हिस्सों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। जिसके कारण चेहरे, पलक, भौहें, नाक पर भी लाल दाने हो सकते हैं।
3. लंघन
संक्रमित लोगों को आमतौर पर कोई भी संक्रमण जल्द होने का खतरा बना रहता है, खासकर जब डायबीटीज कंट्रोल में नहीं। पलकों को संक्रमण बहुत जल्द प्रभावित कर सकता है इसलिए, डायबीटीज वालों में अल्सरेटिव ब्लेफेराइटिस और स्टाई जैसे रोग अधिक पायी जाते हैं जा रहे हैं।
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4. ड्राई स्किन की समस्या
त्वचा में सूखापन बढ़ने से भी गुहेरी की समस्या हो सकती है। अगर आपकी त्वचा पर्याप्त रूप से उत्तेजित नहीं होती है। तो आपकी स्किन रूखी हो सकती है। जो गुहेरी जैसी स्थिति का कारण बन सकता है।
5. हार्मोन में बदलाव होना
तनाव या हार्मोन में बदलाव होने के कारण भी गुहेरी हो सकते हैं। रोसैसिया या पलक में सूजन जैसी बीमारियां जैसे ब्लीफेराइटिस या मेइबोमाइटिस होने पर गुहेरी की समस्या ज्यादा हो सकती है।
6. उच्च समतुल्यता
डॉ ऋषि के मुताबिक अगर आपके शरीर में वेट लेवल हाई है तो आपको स्किन इंफेक्शन होने के साथ गुहेरी की समस्या भी हो सकती है।
अगर कुछ दिनों में बार-बार गुहेरी होने लगे?
पलकों की तेल ग्रंथि में किसी एक की रुकावट के कारण भी गुहेरी की समस्या हो सकती है। अगर यही कारण है कि लंबे समय तक बना रहता है, तो गुहेरी बार-बार हो सकता है।
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