सर्द हवाएं हमारे गले और नाक को प्रभावित करती है। यही समय है, जब सर्द हवा से अक्सर सर्दी और खांसी हमें अपनी चपेट में ले लेता है। खास सर्दी के बारे में जितना कहते हैं उतना कम लेते हैं। पिछले दिनों जब मेरी बेटी खांसी की चपेट में आई, तो उस वक्त मैंने अदरक वाली चाय लेकर शहद(शहद) और काली मिर्च तक कई प्रकार के घरेलू रेमिडाइज़ का उपयोग किया जाता है। मगर खांसी ज्यो की त्यों ही हो रही है। फिर मां ने फिर मुझे उसे जुंआ हुआ अमरूद खाने की सलाह दी, जिसके बारे में मैं बचपन से ही चाहती थी। अब मेरी सासू मां ने भी सुन रखा था कि भुने अमरूद से पुरानी खांसी ठीक हो सकती है।
अमरूद का नाम नंबर ही मुंह में पानी आना लाजमी है। सर्दियों की दोपहर में छत पर अमरूद खाने का मज़ा ही कुछ और था। अमरूद पर लगा मसाला। स्वाद को युगल कर दिया था। पर हां अमरूद वह ठीक ठीक नहीं लगता था, जब मां हमें सुबह सुबह अमरूद भूनकर खाने के लिए देती थी। दरअसल, सर्दी के साथ ही रोलिंग कॉल खांसी को छू जाता है। पर मेरी मां जो हमेशा से ही अपने घरेलू नुस्खों से प्यार करती है, वो एक ही बार में जुंआ हुआ अमरूद खिलाना कभी नहीं भूलती थी। पर हां बिल्कुल यही है कि खांसी और जुकाम के लिए जुकाम हुआ अमरूद लेना एक ऐसा घरेलू उपाय है जिसके कई वैज्ञानिक दावे भी हैं। अब उन्होंने तीन दिन तक मेरी बेटी को अमर किया, एक हफ्ते में उसकी एक खांसी खत्म हो गई।
जानिए कि किस प्रकार से जुंड़ा हुआ अमरूद है खांसी के उपचार में रोकथाम उपाय
अब मन में ये सवाल बार-बार उठ रहा था कि जुनी हुई अमरूद खांसी को कैसे ठीक कर सकता है, तो इस बारे में मैंने निर्माता विशेषज्ञ अवनी कौल से जब बात की, तो उन्होंने भी भुने हुए अमरूद के स्वास्थ्य लाभ होने का दावा किया। विशेषज्ञों के अनुसार, जुकाम हुआ अमरूद पुरानी खांसी से राहत पाने में काफी उपयोगी साबित होता है। दरअसल, अमरूद में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है और अमरूद में मौजूद गुण खांसी पैदा करने वाले माइक्रोबियल को मिटाते हैं।
इसके बारे में सर्चगेट की ओर से 2018 में प्रकाशित करें एक अध्ययन के अनुसार सर्दी में खाने वाली खांसी में भुने हुए अमरूद के अलावा अमरूद के पत्ते भी एक बेहद लाभ उपाय हैं। अध्ययनों में दावा किया गया है कि अमरूद एस्कॉर्बिक एसिड और आयरन का एक समृद्ध स्रोत है, जिसके आधार पर यह लंग कंजेशन और छवि बनने की प्रक्रिया को कम कर देता है।
इसके अलावा अमरूद श्वसन पथ को किसी भी तरह के संक्रमण से बचाने का काम करता है। 14 के इलाज में भी एक चमत्कार की तरह काम करते हैं। इसके अलावा रिसर्च में यह भी पाया गया है कि अमरूद में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है जो बैक्टीरिया या वायरस से जुड़े सर्दी और खांसी के इलाज में बहुत उपयोगी साबित होता है।
खांसी के समय अमरूद कैसे सेवन करें
सबसे पहले एक कच्चा अमरूद लें। ध्यान रखें कि अमरूद कच्चा होना चाहिए। इसके बाद इसे दो भागों में काट लें। इस पर सेंधा नमक लगा लें और उसे घबराहट पर भून लें। बैंगन की तरह जब अमरूद पूरी तरह से भुन जाए, तो उसे खांसी से पीड़ित व्यक्ति को खिला दें। जुनियर अमरूद तीन से चार दिन तक मजबूत। दरअसल, अमरूद खाने का कोई नुकसान नहीं होता है। तो अब आप भी खांसी में जकड़े हुए अमर हो गए हैं, आपको राहत मिलेगी।
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