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गड़बड़ी की गड़बड़ी और जीवनशैली की परेशानी के कारण मोटापा होता है। मोटापे के कारण कई बीमारियां होती हैं। आयुर्वेद कई स्वास्थ्य को दूर करने में मदद करता है। इसके कोई साइड भी नहीं होते हैं। कई तरह के आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को कम करने में (वजन घटाने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां) संभव हैं। इसके लिए हमने हाल ही में की बात की आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ। नीतू से।
चूर्ण या रस के रूप में आयुर्वेदिक जड़ी बूटी लें
डॉ. नीतू कहते हैं, ‘शुंठी, त्रिफला, चित्र, गुडूची, वीडियोंग, गुग्गुलु जैसे आयुर्वेदिक हर्ब मोटापे से दूर रहते हैं। इसे चूर्ण या रस के रूप में लिया जा सकता है। वहीं शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने के लिए रेचक के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। चरक संहिता में अतिमूलता यानी मोटे के लिए क्षौद्र (शहद) को भी ग्रेट माना जाता है।
यहां हैं वजन घटाने वाली 7 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां (Ayurvedic Herbs For Weight Loss)
1 शुंठी (शुंठी)
डॉ. नीतू कहते हैं, आयुर्वेदिक हर्ब शुंठी के उपयोग का उल्लेख चरक संहिता, सुश्रुत संहिता में भी मिलता है। यह पाचन प्रक्रिया को सही कर शरीर के मेटाबोलिज्म में सुधार लाता है। यह फ्री रेडिकल्स खत्म हो जाता है। इसमें भौतिक रासायनिक जिंजरोल उपस्थित होता है, जो मोटे होने में मदद कर सकता है।
कैसे करें
सुबह उठकर एक कनेक्शन शुंठी लिया जा सकता है।
2 त्रिफला(त्रिफला)
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में से एक त्रिफला है। इसमें आमल की विभीतकी और हरीत की भी समान मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें कई कंपाउंड शामिल होते हैं। इसमें गैलिक एसिड, चेबुलजिक एसिड और चेबुलिनिक एसिड के अलावा कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, स्किन्स और डाइटरी फाइबर भी मौजूद होते हैं।

कैसे करें
रोज सुबह शाम खाली पेट आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण लिया जा सकता है।
3 चित्र (चित्र)
चित्र वात, पित्त और कवियों के विचारों को शांत करता है। इससे कब्ज दूर होता है।
कैसे करें
चित्र के छाल से तैयार काढ़ा को रोज सुबह शाम लिया जा सकता है।
4 गिलोय या गुडूची (Giloy)
आयुर्वेद में गिलोय को गुडूची कहा जाता है। इसमें विरोधी गुण पाए जाते हैं। यह प्रतिरक्षा को प्रावधान करता है और हर तरह की त्वचा डिजीज को दूर करने में भी मदद करता है। गिलोय को ही गुडूची नाम से जाना जाता है। यह बोवेल मूवमेंट को सही करता है वजन घटाता है। यदि इसे एलोवेरा और शिलाजीत एक साथ मिला लिया जाता है, तो यह बुरी तरह से जोखिम में डाला जाता है।
कैसे करें
वजन कम करने के लिए आधा कप गिलोय का रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर लिया जा सकता है। छलनी के पेशेंट विस्तार से न लें।
5 नागरमोथा (नगरमोथा)
नागरमोथा में हाइपोजेनिक एसिड पाया जाता है। इसी वजह से यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाला होता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट फ्लेवोनोइड्स भी पाए जाते हैं। आयुर्वेदिक हर्ब पर की गई बात कहती है कि किमोथा हर्ब का वजन बढ़ने से है। इसमें राइजोम कंपाउंड पाए जाते हैं। यह एंटी ओबेसिटी वाला माना जाता है। इससे शरीर को फैट कम करने में मदद मिलती है।
कैसे करें
नागरमोथा राइजोम जूस का सेवन रोजाना करने से वजन कम करने में मदद मिलती है।
6 विडंग (विडांग)
विडंग कफ और वात दोष खत्म हो जाता है। कब्ज, मोटा, पेट फूलने की समस्या से राहत मिल सकती है।
कैसे करें
खाने से पहले गुनगुने पानी में आधा विडंग चूर्ण मिलाकर लिया जा सकता है।
7 गुग्गुल (गुग्गुल)
गुग्गुल वात, पित्त और कफ दोष को दूर करता है। यह शरीर के विष को दूर कर देता है शरीर का वजन घटाना है।
कैसे करें

गुग्गुल को वटी के रूप में लिया जा सकता है। इसके साथ आधा चम्मच चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है। गुग्गुल के अलावा खांसी-जुकाम को कम करने वाली पिप्पली भी सम्मिलित है।
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