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कभी-कभी हम कुछ ऐसा खा लेते हैं, जो हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को परेशान करता है। इससे अत्यधिक गैस बनने के साथ-साथ पेट फूलना और सूजन जैसी समस्या भी होने लगती है। जीवन शैली में बदलाव आहार, संशोधन और सही एंजाइम से भी यह समस्या सटीक मिल सकती है। यदि गैस के कारण पेट में दर्द हो रहा है तो इसे घरेलू उपचार (गैस्ट्रिक दर्द घरेलू उपचार) से भी ठीक किया जा सकता है।
क्यों होती है घबराहट की समस्या ((गैस्ट्रिक प्रॉब्लम)
गैस्ट्रोएंटेरोल हीपेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित शोध प्रलेख के अनुसार, ग्राइंडइंटेस्टाइनल संपर्क में गैस की सामान्य मात्रा से अधिक होने पर अत्यधिक गैस उत्पादन, पेट फूलना और सूजन जैसे लक्षण होते हैं। आंत के डॉक्टर और शोधकर्ता विलियम एल हेस्लर अपने दस्तावेज़ में दावा करते हैं कि गैस और सूजन के कई कारण हो सकते हैं। इनमें एरोफैगिया (एरोफैगिया), कार्बोहाइड्रेट सिंड्रोम (कार्बोहाइड्रेट असहिष्णुता सिंड्रोम), छोटी आंत के जीवाणु अतिवृद्धि (छोटे आंतों में जीवाणु अतिवृद्धि), इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम) सहित कई जाल शामिल हैं। इनका उपचार किया जाता है, तो इससे सतह का तनाव कम हो जाता है। गट फ्लोरा बदल गया है।
यहां 7 उपाय दिए गए हैं जो परेशान करने वाली समस्या के कारण होने वाले दर्द को कम कर सकते हैं
1 गैस को बाहर निकालने की कोशिश करें
गैस्ट्रोएन्टेरोल हीपेटोलॉजी जर्नल के अनुसार, जब तक पेट के अंदर गैस बनी रहती है, तब तक सूजन, बेचैनी और दर्द की समस्या हो सकती है। इन लक्षणों से बचने का सबसे आसान तरीका है कि गैस को निकालने की कोशिश करें। अपने स्थान से उठकर फिर से या चौकों से गैस पास हो सकता है। कुछ खाद्य पदार्थ गैस बनाते हैं।
2 क्रुसियर नहीं अभिदाता
आर्टिफिशियल शुगर जैसे एस्पार्टेम (एस्पार्टेम), सॉर्बिटोल गैस बनाती हैं। इसके अलावा, ब्रोकली, पत्तागोभी, फूलगोभी सहित क्रूसी गैस बना सकते हैं। दायरे उत्पाद, फाइबर वाले पेय, तश्तरी खाद्य पदार्थ, लहसुन-प्याज, उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ, फलियां और चपटा खाना भी गैस बना सकते हैं। इसे अपने आहार में कम मात्रा में या कभी-कभी गलतियां शामिल करें।
3 हर्बल टी पी सकते हैं
फ़ूड एंड केमिकल टॉक्सिकोलॉजी जर्नल के अनुसार, कुछ हर्बल चाय पाचन में सहायता कर सकते हैं। ये गैस के दर्द को तेजी से कम कर सकते हैं। सौंफ की चाय के अलावा, कैमोमाइल की चाय, अदरक की चाय, आजवाइन की चाय और पुदीना की चाय भी एलर्जी के दर्द से राहत दिला सकती है। यदि कब्ज के कारण गैस बनी हुई है, तो सौंफ की चाय हर तरह से हो जाएगी।
सौंफ गैस के लिए सदियों पुराना उपाय है। आप एक चम्मच सौंफ को चबाकर पानी पी सकते हैं। इससे कब्ज में राहत मिलेगी।
4 पुदीने के दस्तावेज लें
जर्नल ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड फ़ूड केमिस्ट्री में प्रकाशित शोध लेख के अनुसार, पेपरमिंट ऑयल कैप्सूल में सूजन, कब्ज और फंसी हुई गैस को खत्म करने के लिए लिया जाता है। इंटरेक-कोटेड कैप्सूल का चुनाव करें। पुदीना आयरन के अवशोषण से होता है। इसलिए इन कैप्सूल को आयरन के साथ नहीं लेना चाहिए। नौका से पीड़ित लोग भी इसका सेवन नहीं करते।
5 लौंग का तेल रिलेक्स कर सकता है
फ़ूड एंड केमिकल टॉक्सिकोलॉजी जर्नल के अनुसार, पारंपरिक रूप से लौंग के तेल का उपयोग पाचन संबंधी संभावित उपचार के लिए किया जाता है। इसमें सूजन, गैस और अपच शामिल हैं। खाने के बाद लौंग के तेल का सेवन करने से पाचक एंजाइम बढ़ सकते हैं। ही आंतों में गैस की मात्रा कम हो सकती है।
6 एपल साइडर विनेगर (Apple Cider Vinegar) का प्रयोग
जर्नल ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड फ़ूड केमिस्ट्री में प्रकाशित शोध लेख के अनुसार, एपल साइडर विनेगर पेट के एसिड और पाचन एंजाइमों के उत्पादन में सहायता करता है। यह गैस के दर्द को जल्दी कम करने में भी मदद कर सकता है।
गैस के दर्द को रोकने के लिए भोजन से पहले एक चम्मच पानी में एक बड़ा चम्मच एपल साइडर विनेगर क्रिया। फिर इसे पिएं। पीने के बाद विवरण कर लें। इससे दांतों के इनेमल सुरक्षित रहेंगे।
7 व्यायाम (Exercise for Gastric Pain) कर सकते हैं
गहरी सांस लेने से फंसी गैस से जुड़े दर्द और परेशानी से राहत मिल सकती है। सिंपल स्टेप वाले व्यायाम पेट की मांसपेशियों को आराम दे सकते हैं। इससे गैस को बाहर करने में मदद मिलती है। खाने के बाद टहलना या वज्रासन जैसी योग मुद्रा से विशेष रूप से लाभ हो सकता है।
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