वित्त वर्ष को अगर सफलता-असफलता के पैमाने के रूप में विश्लेषित किया गया, तो आपने भी अपने का समझ लिया होगा। किसी प्रोफ़ेसर ने सामने पर बहुत बढ़िया काम किया होगा, तो कोई आशा के विपरीत कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे। किसी के हाथ में नकारात्मक बिंदु ही आयेंगे। इस समय निराशा में गोते लगाना नहीं है। उदासीनता से खुद को खोने का समय है। यह आपके-आप में बदलाव का सबसे बड़ा अवसर है। जानकार कहते हैं कि खुद के विचारों में बदलाव लाने की कोशिश से सफलता जरूर मिलती है। सीनियर साइकोलॉजिस्ट और इंस्टाग्राम पर सानिया चलने वाले डॉ. द्वारा प्रसिद्ध प्रोग्राम थेरेपी सानिया बेदी उन 5 प्रतिनिधियों के बारे में बताती हैं, जो आपका जीवन बदल सकते हैं (जीवन बदलने वाली आदतें)।
यहाँ हैं डॉ. सानिया के मुताबिक वे पांच पावरफुल आदतें हैं, जो आपके जीवन में बदलाव ला सकती हैं (जीवन बदलने वाली आदतें)
1 क्षण खराब को याद करते हुए पूरा दिन खराब न करें (एक बुरे पल को अपना दिन बर्बाद न करने दें)
पूरे दिन में एक ऐसी घटना घट सकती है जिसके बारे में आप पूरे दिन सोचती रह जाती हैं। मां ने लिया कि ऑफिस में हुए अप्रेजल में आपको किसी तरह का प्रमोशन नहीं मिला। इसके कारण आप दिन भर चिंता में डूबी रहती हैं। कई बार आपकी किस्मत पर रोना भी मन करता है। यह सही नहीं है।
डॉ. सानिया कहती हैं कि पूरे दिन किसी एक घटना को खराब करने का कोई अधिकार नहीं है। आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आने के लिए सबसे पहले बुरे पलों को याद करते हुए पूरा दिन खराब नहीं होता।
2 भावनाओं की अभिव्यक्ति (अपनी भावनाओं को व्यक्त करें)
अपने अंदर की भावनाओं को अभिव्यक्त करना भी सीखें। ऐसा नहीं करने पर कई तरह की भावनाओं का संग्रह मन में हो जाएगा। किसी भी तरह की चिंगारी मुलाकात पर आप भड़क सकते हैं। इस तरह से की गई अभिव्यक्ति आपको बहुत नुकसान पहुंचाएगी। समय-समय पर अपने मन की बात जरूर कहनी चाहिए। किसी भी प्रकार की अभिव्यक्ति शांतिपूर्वक हो सकती है।
3 अपनी प्रति दया दया (खुद पर दया करें)
बार-बार अपने मन की बातों को ही अनुसुना करते हैं। यदि आपकी रुचि का कोई काम करना है या अपनी पसंद की कोई बात कहनी है या भोजन करना है, तो अपनी इच्छा को तुरंत दबा कर ले लें। अपनी इच्छा, अपनी बात को कभी महत्व ही नहीं देता। सबसे पहले अपने मन की बात को महत्व देना चाहिए। विशेषज्ञ की राय में आपके प्रति दयालु होने पर अन्य लोगों के प्रति बन (जीवन बदलने वाली आदतें) हो सकते हैं।
4 उपयोग में आने वाली चीजें और शब्द के प्रति सतर्क रहें (जागरूक रहें कि आप क्या खा रहे हैं)
दिनभर में आप क्या खा रहे हैं, किन-किन चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं, इन पर भी ध्यान दें। आप दृष्टांतों या दृष्टांतों का उपयोग करके भी आप पर बहुत अधिक प्रभाव डालते हैं। साथ ही यह भी संचार की कोशिश करता है कि बातचीत के दौरान आप किन-किन शब्दों का उपयोग करते हैं। आपके कहे गए शब्द भी जीवन में बहुत कमल दिखाते हैं। व्यावसायिक या व्यक्तिगत मोर्चे पर भी सोच-समझकर शब्दों का प्रयोग करें।
5 छोटे कदम बड़ा बदलाव ला रहे हैं (कोशिश करें और बहुत छोटे बदलाव करें)
यह सच है कि एक बार में ही खुद में बड़ा बदलाव नहीं लाया जा सकता। इसके लिए लगातार प्रयास करना होगा। धीरे-धीरे ही हमारी बुरी आदतें खत्म हो जाती हैं और उनके स्थान पर अच्छी आदतें जन्म लेती हैं। इसलिए हडबडाने की बजाय गांभीर्य से काम लें। क्योंकि लक्ष्य की तरफ वादे छोटे-छोटे कदम ही बड़े बदलाव ला रहे हैं।
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