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जानिए योनि स्वास्थ्य से जुड़े इन 5 मिथकों की हकीकत – यहां जानिए वेजाइनल हेल्थ से जुड़े 5 मिथकों के बारे में।

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हर महिला के लिए फिजिकल हेल्थ के साथ इंटीमेट हेल्थ का ध्यान भी रखना है। अब जब बात इंटीमेट हेल्थ की आती है, तो हमने बचपन से कई मिथ के बारे में सुना है। जैसे कि पीरियड्स में आचार न खाना या कुछ खास चीजों को फॉलो नहीं करना आदि। लेकिन इन बातों की वजह से सामने आने वाली ये बातें सिर्फ कुछ बातें बनकर रह गईं। पुराने धारणाओं को गलत नहीं माना जाता है, लेकिन जरूरी है कि आप उनके पीछे की वजह पता करें। अपनी वेजाइनल हेल्थ के बारे में जानना जरूरी नहीं बल्कि हर लड़की का हक भी है। वैजिनल हेल्थ से जुड़े कुछ खास मिथकों के बारे में जानने के लिए हमने बात की कि बिजनौर के ऑब्स्ट्रेट्रिशियन और गायनेक एसोसिएट डॉ नीरज शर्मा से। जिन्होनें इस विषय पर हमें विशेष जानकारी दी।

यहां जानिए वैजिनल हेल्थ से जुड़े कुछ खास मिथक और उनकी सच्चाई

1. बेबी डिलीवर होने के बाद सख्त हो जाती है वेजाइना

कई महिलाओं की इस बात को लेकर चिंता रहती है कि किसी भी बच्चे के जन्म के बाद उनकी योनि का समय नहीं होगा। डॉ नीरज शर्मा ने इस मिथक को नकारते हुए बताया कि बेबी डिलिवर होने के बाद योनि टाइन नहीं बल्कि फटी हो जाती है। क्योंकि इस दौरान मसल्सती खींची जाती है।

साथ ही उन्होंने बताया कि योनि की सबसे खास बात यह है कि यह केवल जन्म के समय बच्चे को देने के लिए पोकती है, बल्कि समय के साथ वापस अपने आकार में भी आ जाती है। यदि आपका आयरन लेवल कम है, या शरीर की लोच में कमी है, तो लंबे समय तक बंधी रहने की संभावना हो सकती है।

जानकार की सलाह के अनुसार समस्या से बचने के लिए अपने आहार के साथ वेजाइनल हेल्थ पर ध्यान दें। इसके लिए खास तरह की एक्सरसाइज पर ध्यान दें।

यूरिनेट के बाद वेजाइना वाश करना आपको कई तरह से खतरनाक। चित्र : संपर्क शेयर

2. जितनी बार पेशाब करें, उतनी बार योनि स्नान करें

यूरिनेट के बाद वेजाइना वाश करना आपको कई तरह से खतरनाक इंफेक्शन से बचा सकता है। इससे सीधा इंफेक्शन होने का खतरा नहीं होगा, साथ ही यूरिनेट के आने के बाद स्मेल की समस्या भी नहीं होगी।

इस बात की सलाह देते हुए गायनेक प्रतिष्ठित डॉ नीरज कहते हैं कि यूरिनेट के बाद वैजाइना को पानी से साफ करना जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही इसे वेट लॉटमेंट की गलती न करें। क्योंकि गीलेपन पर खुलजी, स्मेल या फीके होने का खतरा हो सकता है। इसलिए वेगाइना कोवास करने के बाद टिशु यूज जरूर करें।

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3. वेजाइना को रोज मॉइश्चराइज करना चाहिए?

आपके बाजार में बिकने वाले योनि के तेल के बारे में तो जरूर सुना होगा। जिसके साथ सर्दियों को ताजा और मॉइश्चराइज होने का दावा किया जाता है। तो क्या सच में योनि को मॉइश्चराइज करना जरूरी होता है?

डॉ नीरज ने इस मिथक को गलत कथनों में कहा है कि योनि में अपने मॉइश्चराइजिंग गुण प्राप्त करते हैं। जिसके कारण इसे मॉइश्चराइज करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके अलावा अगर किसी बीमारी या मेनोपॉज की समस्या के कारण ड्राईनेस की समस्या हो रही है। तो डॉक्टर की सलाह पर दवाई लेकर समाधान किया जा सकता है।

4. वैजाइना स्मेल का मतलब इंफेक्शन होना है

वास्तव में वैजाइना की अपनी स्मेल भी होती है, जो कई बार बहुत अधिक हो सकती है। कुछ वैजाइना से स्मेल आने में भी परेशानी हो सकती है। लेकिन इससे इंफेक्शन का कोई संबंध नहीं है। जानकार के मुताबिक कई ऐसे वैजिनल इंफेक्शन भी होते हैं, जिनमें से स्मेल नहीं आता है। इसलिए वैजाइना स्मेल को इंफेक्शन से जोड़ना सही नहीं है।

अपनी वेजाइनल हेल्थ का ध्यान रखें।
इंटिमेट एरिया को स्पष्ट करना आवश्यक है। चित्र : उजागर करें

5. वैजाइना को ठीक से साफ करने के लिए कौन से वैजाइना का इस्तेमाल किया जाना चाहिए?

कई महिलाओं का मानना ​​है कि वेजाइना ठीक है साफ करने के लिए बाजार में मौजूद कई उत्पादों का इस्तेमाल करना चाहिए। इस मिथ को गलत स्टेटमेंट डॉ नीरज ने कहा कि वैजाइनल हाइजीन के लिए मार्केट प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना गलत नहीं है, लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ये प्रोडक्ट्स वैजाइना के लेवल से मेल खाते हों। क्योंकि पीएच लेवल अलग होने से आपको इंफेक्शन होने का खतरा हो सकता है।

वेजाइनल हाइजीन पर सलाह देते हुए डॉ नीरज कहते हैं, कि सिर्फ पानी से साफ करना भी वेजाइनल स्वास्थ्य के लिए लाभ होता है।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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