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जानिए न्यूट्रिशनिस्ट नेहा रंगलानी की प्रेरणादायक और सफलता की कहानी। जाने-माने विशेषज्ञ नेहा रंगलानी के जीवन की प्रेरणा क्रिएटिव स्टोरी।

किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए समर्पण और दृक् संकल्प सबसे अधिक जरूरी है। मानव जाति की बेटियों के लिए तेजी से जाने वाले काम के लिए तो ये दोनों बातें बेहद महत्वपूर्ण हैं। न्यूट्रिस्निष्ट नेहा रंगलानी का सपना है कि उनके प्रयास से हर व्यक्ति हेल्दी हो। हममें से ज्यादातर लोगों की तरह नेहा जंक फूड की शौकिन थे। संगत व्यंजन उन्हें बेहद पसंद थे। आप कह सकते हैं कि पोषण की दुनिया से उनका कोई लेना-देना नहीं था। जिस व्यक्ति का हेल्दी फ़ूड से कोई लेना-देना नहीं हो, वह न्यूट्रिशनिशन दुनिया में सबसे प्रसिद्ध कैसे हो गया? किस बात ने उन्हें सभी को स्वस्थ बनाने के लिए प्रेरित किया? हेल्थ शॉट्स से हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में नेहा ने अपने जीवन के कई अनजाने निशान से लोगों को रूबरू (न्यूट्रीशनिस्ट नेहा रंगलानी की प्रेरणादायी कहानी) की जांच की।


फ़ूड राइटिंग फ़ूड एंड न्यूट्रिशन की दुनिया में एंट्री

बचपन में नेहा रंगलानी एक ऐसी गोल-मटोल बच्ची थी, जो मिठाई और जंक फूड से बेहद प्यार करती है। कॉलेज जीवन में उसने कभी यह नहीं सोचा था कि वह आहार ग्रहण करेगी और स्वास्थ्य के लिए काम करेगी। अब वे सिर्फ हेल्दी चौराहों पर हैं और उसी का प्रचार भी करते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि उनमें से पूरी तरह से इवोल्यूशन हो गया है।

पुराने दिनों को याद करते हुए नेहा कहते हैं, “मैं जंक फूड और शुगर आइटम की लत लगा रहा था। तले हुए फ़ैसले, चीनी, हर बात और कई-ये सभी चीज़ें मैं रोज़ ठीक में चौपट हो गया था। मैंने कभी भी हेल्दी फ़ूड और न्यूट्रिशन के बारे में कभी नहीं सोचा था। मैं असमंजस में था कि आगे जीवन में मैं क्या बनूं! मैंने बहन के साथ कॉलेज किया और वहां ‘फूड एंड न्यूट्रिशन’ कोर्स लिया। उस समय मैंने खाना देखकर खुद से कहा ‘मुझे खाना बहुत पसंद है’। यह मेरे लिए सही रहेगा और इस तरह से मेरी यात्रा शुरू हो गई।”

ओबीज होने की नहीं थी शर्मिंदगी

हंसते हुए नेहा रंगलानी बताते हैं ” स्कूल में मैं सबसे ज्यादा चुलबुली और मोटी बच्ची थी। मुझे ‘मोती’ कह कर कहा जाता था। सच कहूं, तो इस शब्द ने ज्यादा परेशान नहीं किया। मुझे पता था कि मैं बहुत मोटी नहीं हूं। सोशल मीडिया का प्रभाव भी उतना ज्यादा नहीं था। इसलिए उस समय के टीन्स में इतनी शर्मिंदगी या तुलना का भाव नहीं होता था। निश्चित रूप से फिट एंड फाइनरिंग का दबाव भी नहीं था।”

छात्रों के जीवन में बेहतर दिखने की चाहत

नेहा को पढ़ने में मजा आता है। वह सबसे होनाहार छात्रों में से एक था। इसलिए किसी तरह की बातें उसे ज्यादा परेशान नहीं करती थीं। लेकिन जैसे ही उन्होंने कॉलेज में लिया, उन्हें यह एहसास हुआ कि उन्हें बेहतर डिग्री दी जाएगी। अपने बारे में उसे अच्छा महसूस करना चाहिए। उन्होंने कहा, ”स्लीवलेस पहनना है या शॉर्ट ड्रेस पहनना है तो आपके लिए फिट होना जरूरी है। कार्यवृत्त से मुझे फिट होने की प्रेरणा मिली। मुझे लगा कि मैं ऐसा करने के लिए बनी हूं। मैंने विशेषज्ञ बनने का फैसला किया।”

शुरुआत में सिर्फ दूसरों को सलाह खुद पर नहीं आजतीं

वे विशेषज्ञ अपनी बात साझा करते हैं, ‘शुरुआत में मैं एक ऐसी पोषण करता था, जो दूसरों को उपदेश देता है, लेकिन खुद उसका अभ्यास नहीं करता। मैं लोगों से कहता हूं कि यह और वह ताकतवर है, जबकि खुद यह सब खा रहा था। लेकिन एक दिन मुझे लगा कि ‘यह मेरा पाखंड है।” धीरे-धीरे पोषण रंगलानी की प्राथमिकता बन गई। उन्होंने जिम जाना शुरू किया और हेल्दी फूड को डाइट में शामिल करते हुए खाने की जगह फलों को शामिल किया। वे कहते हैं, ”खाने-पीने को लेकर मेरी इच्छा और आदतें बदल जाती हैं। इस तरह यह सब शुरू हुआ।”

परिवर्तन की शुरुआत स्वयं से होने वाली है

“एक बार जब आप काम करना शुरू करते हैं, तो आप बढ़ना और विकसित होना शुरू करते हैं। आप नई चीजों को सीखते हैं और जीवन में बेहतरीन चीजों से जुड़ते हैं।“ नेहा रंगलानी निजी और पेशेवर दोनों तरह की जिंदगी में ये बातें करती हैं। वे कहते हैं, “मुझे लगता है कि समाज में परिवर्तन देखने के लिए आपको स्वयं में परिवर्तन लाना होगा।

यदि हम अन्य लोगों को प्राप्त करना चाहते हैं, तो स्वयं के भीतर परिवर्तन होना शुरू होना चाहिए। उदाहरण के लिए हम किसी व्यक्ति का आहार समग्र रूप से देखते हैं, तो जानना चाहते हैं कि वे कौन हैं? उनका बैंक कैसा है? वे कहाँ से आए हैं? उन्हें तनाव क्यों हो रहा है? उनकी नींद का चक्र कैसा है?

अच्छे परिणाम के लिए सभी से लें प्रेरणा

एक बार जब आप किसी व्यक्ति के जीवन के इन पहलुओं को पहचानते हैं, तो आप उनकी जीवन शैली को बदलने में उनकी मदद करना शुरू करते हैं। आपको अच्छे परिणाम दिखाई दे रहे हैं।” रंगलानी कहते हैं कि अगर आपको श्वास क्रिया या ध्यान नहीं आता है, तो आप दूसरों को ऐसा करने के लिए कैसे कहते हैं? इसलिए अगर आप दूसरों की मदद करना चाहते हैं, तो आप खुद में कुछ बदलाव लाएंगे।


नेहा महिलाओं को सशक्त तरीके से खुद को प्राथमिकता देने की बात कहती हैं।

दृक् विश्वास के साथ आप संदेश दे सकते हैं और मानव जाति को भी बदल सकते हैं। यह फॉर्मूला वजन सिर्फ कम करने के बारे में नहीं है, यह परिवर्तन आने के लिए प्रेरित करने के बारे में है

महिलाओं के स्वास्थ्य को पहली प्राथमिकता दें

ऐसी दुनिया में जहां ज्यादातर क्षेत्रों में महिलाएं प्रेरक शक्ति बन गई हैं, वोटर तरीके से खुद को प्राथमिकता देना शुरू करें। भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी पर्यावरण को देखते हैं। इसके लिए रंगलानी कहते हैं, “आप एक खाली कप से पानी नहीं डाल सकते। आपको पहले खुद पर ध्यान देना होगा। अपना ख़याल रखना शुरू करना होगा। न केवल अपने आहार पर, बल्कि अपने मूड पर भी ध्यान देना होगा। रंगलानी कहती हैं, “एक अलग महिला बनती है, जो जीवन की अच्छाइयों के साथ-साथ स्वस्थ रहना भी सीखती है। तभी आप अपने परिवार में सब कुछ ठीक कर पाएंगे। एक असुरक्षित महिला ही एक असुरक्षित परिवार बनाती है।”

(नेहा रंगलानी को हेल्थ व्यू शी स्लेज अवार्ड के गेमिंग स्टार श्रेणी में नामित किया गया है। उन्हें वोट दें और उनके समान और उनके मिलने के बारे में जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें-शी स्लेज अवार्ड्स )
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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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