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जानिए सीने में जलन के कारण और बचाव के उपाय।- यहां जानिए हार्टबर्न के कारण और बचाव के उपाय।

शारीरिक स्थिरता और बढ़ते तापमान की वजह से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। ऐसे में लोग गैस, एसिडिटी, हार्टबर्न जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं। इसके साथ ही कुछ खाद्य पदार्थ जैसे कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक, टमाटर, फैट, चॉकलेट, स्मोकिंग, चिपचिपा और मसालेदार भोजन, हार्टबर्न की स्थिति को तेजी से पकड़ सकते हैं। इन सभी से बचने के लिए जरूरी है कि आप विशेषज्ञों के सुझाव (हार्टबर्न से बचने के लिए एक्सपर्ट टिप्स) पर ध्यान दें।


हार्टबर्न की स्थिति में पेट का एसिड रिफ्लक्स (एसिड रिफ्लक्स) नामक फ़ूड पाइप में जाता है। वहीं यह काफी अधिक इरिटेटिंग होता है। ऐसे में कई घरेलू उपचार हैं जो इस स्थिति में सम्‍मिलित हो सकते हैं। आज हम लेकर आए हैं ऐसे ही कुछ खास घरेलू उपाय जो हार्टबर्न (सीने में जलन के घरेलू उपाय) से मिलने में आपकी मदद करेंगे।

यहां जाने हार्टबर्न और एसिडिटी को नियंत्रित रखने के कुछ प्रभावी उपाय (हार्टबर्न के लिए घरेलू उपचार)

1. रोज सुबह धनिये का पानी पियें

भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और टीवी की जानी-मानी हस्ती डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र के अनुसार एसिडिटी की समस्या में धनिया का लाभ हो सकता है। धनिया डाइजेस्टिव एंजाइम और जूस को उत्तेजित करता है। इसके साथ ही इसमें कूलिंग प्रभाव पाए जाते हैं जो विश्व को ठंडक प्रदान करते हैं और एसिड रिफ्लक्स को कम करते हैं। नियमित रूप से हर सुबह इसका सेवन पेट में मौजूद एसिड को न्यूट्रलाइज रखने में मदद करता है।

फ़ायदेमंद है धनिया का पानी
लाभ है धनिया का पानी। चित्र एक्सपोजर।

इसके लिए एक टम्बलर का पानी गैस पर उपने के लिए रखें। इसमें एक चम्मच धनिया के बीज डालें और उचित समय के लिए उपने दें। फिर इसे पूरी रात ठंडा होने के लिए छोड़ दें। अगली सुबह धनिया के पानी में तुलसी के अर्क के कुछ ढेर सारे पिएं।

2. जुंड़ा हुआ जीरा

न्यूट्रीशनिस्ट और हेल्थ टोटल के संस्थापक अंजली मुखर्जी के अनुसार जीरा डाइजेशन में मदद करता है। यह एक सूक्ष्म एसिड न्यूट्रल स्पेक्ट्रा माना जाता है। वहीं यह एसिडिटी में होने वाले पेट दर्द को कम करता है। साथ ही पेट के अल्सर को ठीक करने में भी लाभ हो सकता है।

भुने हुए जीरे को पीस लें फिर एक टम्बलर पानी में रिश्ते के बाद इसे पियें। वहीं डाइटिंग में शामिल करने का यह दूसरा तरीका है कि चार्टर्स जीरे को पानी में शामिल करने का एक और तरीका है। फिर जीरे को छानकर इसके पानी को पियें।

3. गुनगुने पानी मे अदरक पाउडर और कला मिलाकर पिएं

अदरक में पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। वहीं इसमे कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह फेनोलिक कंपाउंड को माइक्रोइंटेस्टाइनल जलन से राहत देने और गैस को कम करने में मदद करते हैं। अदरक एसिड को न्यूट्रलाइज करने में मदद करता है।

उचित परिणाम के लिए अंजलि मुखर्जी ने पानी के पानी में एक चुटकी पाउडर और एक चुटकी काला नमक पीने की सलाह दी है।

गोभी से मिलेगा विटामिन सी
गोभी है विटामिन सी का बड़ा स्रोत । चित्र: एक्सपोजर

4. गोभी का जूस लेंगे असरदार

अंजलि मुखर्जी के अनुसार आपके पेट में एसिड के उत्पादन को उत्तेजित करती हैं। इसलिए एसिडिटी और हार्टबर्न की समस्या में यह एक प्रभावी घरेलू उपचार साबित हो सकता है। आप चाहे तो कच्चे गोभी के छिलके के रूप में ले सकते हैं। लेकिन इसके फर्मेंटेड जूस का सेवन डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए काफी लाभदायक है।


5. कोकोनट वाल्टर

वैज्ञानिक के अनुसार इसमे सहायक इलेक्ट्रोलाइट जैसे कि पोटैशियम मौजूद होता है जो पीएचपी के स्तर को संतुलित करता है। वहीं एसिड रिफ्लक्स का नियंत्रण रखता है। जिस वजह से हार्टबर्न की समस्या नहीं होती।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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