
अपने भोजन को सुपाच्य बनाने के लिए हम सभी अजवायन का प्रयोग करते हैं। आजवायन की पत्ती यानी ओरिगेनो लीव्स (Origano Leaves) की जब बात आती है, तो झट से हमें इटेलियन खाने की याद आ जाती है। इसकी सुगंध वाइजन अरोमा होता है। यह भूख को कई गुना बढ़ा देता है। अरोमा के कारण ही एसेंशियल ऑयल भी तैयार होता है। यह जानकर आप हैरान हो जाएंगे कि ऑरिगेनो एसेंशियल ऑयल आपकी योनि के स्वास्थ्य (योनि स्वास्थ्य) के लिए भी बढ़िया है। यह योनि में होने वाले प्रोजेक्ट इन्फेक्शन (योनि संक्रमण के लिए अजवायन का आवश्यक तेल) से राहत प्रदान कर सकता है।
खूशबू ही नहीं पोषक तत्वों से भी परिपूर्ण है ओरिगेनो (अजवायन आवश्यक तेल के पोषक तत्व)
ऑरिगेनो एसेंशियल आयल में प्राकृतिक रूप से कारवैक्रोल और थाइमोल जैसे दो रोगाणुरोधी एजेंट मौजूद होते हैं। यदि आपको वेजायनल यीस्ट इन्फेक्शन (वेजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन) हो गया है, तो ये एजेंट आपके ब्लड फ्लो में पानी के साथ प्रतिक्रिया करके यीस्ट के अधिक बढ़ने से रोक सकते हैं। ये प्रभावी रूप से यीस्ट सेल को डीहायड्रेट कर देता है।
आयुर्वेद में भी अजवायन, अजवायन का क्रेज और इसके तेल का उपयोग औषधीय उपचार के रूप में किया जा रहा है। यह शक्तिशाली एंटीफंगल गुण किसी भी संक्रमण को रोकने में सक्षम है। ऑरिगेनो एसेंशियल ऑयल एंटीफंगल होने के अलावा एंटीवायरल और एंटी स्ट्रीट भी है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि यह कैंसर से बचाव भी कर सकता है।
बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण को रोकने में अवरोधक
ब्रसेल यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार ऑरिजनो आइल कैंडिडा अल्बिकन्स (जीवाणु संक्रमण) के विकास को भी पूरी तरह से सड़ने में सक्षम है। ऑरिगेनो ऑयल को करियर आइल के साथ प्रयोग किया गया, तो इसके फायदे अधिक प्रभावशाली पाए गए। अजवायन के तेल में कैरवैक्रोल, टेरपेनोइड फिनोल, यूजेनॉल और थाइमोल न केवल कैंडिडा एल्बिकन्स मौजूद होते हैं, बल्कि प्लैंकटोनिक एकता को मारने में भी प्रभावी होते हैं। ये सबसे अधिक प्रभावशाली कैरवैक्रोल हैं।
दवाओं से अधिक प्रभावी है ये तेल (अजवायन आवश्यक तेल बहुत प्रभावी है)
यूरोपियन जर्नल ऑफ मेडिकेशन में प्रकाशित शोध के अनुसार, अजवायन के तेल में कार्वाक्रोल अलग-अलग तरह की 15 से भी अधिक फार्मास्युटिकल दवाओं की तुलना में अधिक सक्रिय एंटी अटैचमेंट पाया गया।

इसके माध्यम से हुए यीस्ट इन्फेक्शन को काफी हद तक खत्म करने में मदद मिली। प्रलेख के अनुसार, कार्वाक्रोल की कम मात्रा भी क्षतिग्रस्त पानी को जीवाणु अनुपयोगी और यीस्ट संक्रमण का उपचार करने के लिए पर्याप्त था।
अब जानिए कैसे करना है Origeno Oil का इस्तेमाल
मॉलिक्यूलर जर्नल में प्रकाशित शोध दस्तावेज़ इस बात की पुष्टि करते हैं कि इसके विपरीत और विरोधी गुणों के कारण इसका प्रयोग किसी भी प्रकार के संक्रमण में प्रभावी होता है। लेकिन इसका उपयोग सावधानी से जानकार के निर्देश में ही करना चाहिए।
अजवायन का तेल आम तौर पर फ्लूइड टिंचर या कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होता है।
1 फ्लूइड टिंचर का प्रयोग
1 टम्बलर पानी लें। इसमें 3 मूल ऑरिजेनो एसेंशियल ऑयल उपक्रम।
इस मिश्रण को दिन में दो बार घूरना शुरू करें।
2 सॉफ्टजेल
सॉफ्टजेल कैप्सूल टिंचर की तरह ही प्रभावशाली हो सकते हैं।
किसी डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका इस्तेमाल करें।

3 कैसे करें त्वचा पर प्रयोग
त्वचा पर भी इस तेल का प्रयोग किया जाता है, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इसे लेना काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इसकी ज्यादा मात्रा का स्किन पर इस्तेमाल करने पर बहुत ज्यादा जलन के साथ कई और समस्या के कारण भी बन सकते हैं। ध्यान दें कि ऑरिजनो एसेंशियल आयल का स्किन पर प्रयोग हमेशा करियर आइल के साथ किया जाता है। तभी इसका लाभ अधिक मिलता है। इसे नारियल तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है।
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