जंगल में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद हैं और ये सेवन स्वास्थ्य के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इससे हम सभी वाकिफ हैं। लेकिन क्या सावन को वेट लॉस डाइट में शामिल कर सकते हैं। मोटापा एक आम समस्या बन गई है, यह न केवल बड़ों को बल्कि बच्चों को भी अपना शिकार बना रहा है। ऐसे में इसे कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज करने के साथ-साथ डाइट पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी है।
आजकल डाइटिंग करना काफी आसान है लेकिन इसे सही से फॉलो करना बहुत ही मुश्किल है। आप भी डाइटिंग पर हैं और अपने डाइटिंग में फलों को शामिल करना चाहते हैं तो चिंता न करें। हम आपको किस तरह मौसमी को अपना वजन घटाने आहार (वजन घटाने के लिए फल आहार) का हिस्सा बना सकते हैं।
हेल्थ व्यूज ने इस विषय पर गहनता से समझने के लिए न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकादमी के डायरेक्टर पूनम दुनेजा से सलाह ली। वे फल को वजन घटाने वाली डाइट में शामिल करने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके बताते हैं तो इसके बारे में जानते हैं।
जानिए इस पर क्या कहते हैं जानकार
पूनम दुनेजा के अनुसार सावन के रस की जगह पूरे फल का सेवन करें। बाजार से सीधे फ्रूट जूस में फ्रुक्टोज, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, एडिटिंग कलर्स और स्टेबलाइजर की मात्रा पाई जाती है। वहीं अगर आप घर पर भी जूस तैयार कर रहे हैं तो यह फल की वास्तविक गुणवत्ता को खराब कर देता है। ये सेवन ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बनाया जाता है और लाइन रेजिस्टेंस का कारण बनता है।
जो लोग वजन कम करने के लिए डाइट पर होते हैं उन्हें फ्रूट जूस से पूरी तरह परहेज रखना चाहिए। जूस की जगह पूरे फल का सेवन करना चाहिए। वजन कम करने वाले आहार में भी आप एक सीमित मात्रा में और सही समय पर फल का सेवन कर सकते हैं। फल फाइबर और जुड़े हुए हैं। ये सेवन शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है और समग्र पर्यावरण के लिए लाभ प्राप्त करता है।
अब जानिए साल में वजन कम करने के लिए डाइट में शामिल होने का सही तरीका
1. कामकाज के तौर पर फल खाना सबसे अच्छा विकल्प है
जब आप पूरी तरह से खाना खा चुके होते हैं तो डेजर्ट के तौर पर खाने से केवल ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है। यह फास्ट से डिटैचमेंट होते हैं, जिसकी वजह से आपके वजन के कम होने की पूरी मेहनत कम हो जाती है। साथ ही खाना खाने के तुरंत बाद फल खाने से आपकी आंतें लंबे समय तक बनी रहती हैं। ऐसे में पाचन संबंधी समस्या का खतरा बढ़ जाता है।
यदि आपको फल बहुत ज्यादा पसंद हैं और आप इन्हें अपना वजन कम करने का हिस्सा बनाना चाहते हैं, तो आप इन्हें एक घंटे पहले या एक घंटे के बाद रोजगार के तौर पर ले सकते हैं। इसकी गुणवत्ता और पोषक तत्वों का उचित लाभ उठा रहा है तो इसे खाने के सही तरीके का ध्यान रखें।
2. जूस की जगह पूरे फल का सेवन करें
फल एंटी ऑक्सीडेंट और फाइबर जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत होते हैं। जब आप फल को जूस में बदलते हैं तो उसमें मौजूद फाइबर की गुणवत्ता पूरी तरह से खत्म हो जाती है।
फाइबर की कमी होने से जूस में मौजूद शुगर सीधे रक्त में प्रवेश करती है और ब्लड शुगर स्तरों को तेजी से बढ़ावा देती है, जिससे यह लीवर तक पहुंच जाता है और शरीर में जाम होना शुरू हो जाता है। यदि आप फल को अपना वजन कम करने के लिए डाइटिंग का हिस्सा बनाना चाहते हैं, तो पूरे फल का सेवन करें।
3. मिलशेक के रूप में न लगाएं सावन की सैर
मिल्कशेक के लिए दूध और सावन को एक साथ ब्लेंड किया जाता है, साथ ही इसमें शुगर का भी इस्तेमाल किया जाता है। वजन कम करने के लिए यह कॉम्बिनेशन बिल्कुल भी हेल्दी नहीं है। दूध और फल दो के पोषक तत्व और पचने का समय अलग-अलग होता है, दूध की तुलना में फल जल्दी पच जाता है।
यदि हम इन दोनों को एक साथ मिलाते हैं, तो फल में मौजूद शुगर पेट में दृढ़ होना शुरू हो जाता है। ऐसे में पेट से जुड़ी तमाम तरह की आशंकाएं बढ़ जाती हैं। असंतुलित पाचन क्रिया आपके वजन घटाने वाले आहार को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है।
4. देर रात खाने से बचें
कई लोग सनैकिंग के लिए फल को एक आसान और बेहतर विकल्प समझते हैं और इसे देर रात तक खाते हैं। ऐसा करना आपकी पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता है। रात को अमूमन बॉडी रेस्ट पोजिशन में होता है ऐसे में फल में मौजूद शुगर में दही मिलना शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से वेट गेन का सामना करना पड़ सकता है। वहीं ऐसा करने से ब्लड शुगर का स्तर भी बढ़ जाता है।
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