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जानिए कैसे मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी झेलते हैं कलंक, कह रही हैं मनोचिकित्सक डॉ. राशि अग्रवाल.- डॉ. राशि अग्रवाल बता रहे हैं मेंटल हेल्थ इश्यू, उसका समाधान और एक विशेषज्ञ के तौर पर अपनी यात्रा।

भारत में अभी-भी मेंटल हेल्थ पर बात करना वर्जित माना जाता है। समस्या का निदान करना तो दूर की बात है। ऐसी स्थिति में कुछ लोग दूसरों की मानसिक स्थिति को समझने की कोशिश कर रहे हैं, और जो उनके निदान के भी बयान हैं।

वे उनके जीवन के स्याह पक्ष को अपने उपचार से रोशनी प्रदान करते हैं। उन्हें उत्तम बनने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसी ही पढ़ाई इंसान हैं डॉ. राशि चक्र अग्रवाल, जो समुदाय से एक मनोचिकित्सक हैं। वे अपने प्रयास से मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मिथकों के पीछे के सच को प्रतीक्षा करते हैं और लोगों को इसके प्रति जागरूक भी करते हैं।

एक सार्थक बातचीत

डॉ. राशि के पेरेंट्स डॉक्टर हैं। उनके मार्गदर्शन में पाली-बढ़ी डॉ. राशि चक्र मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े संकट और भ्रम पैदा करने वाली गलत जानकारियों के बारे में बात करता है। जो नकारात्मक बातें लोगों को इलाज से दूर दुश्मन हैं, उनके बारे में भी विस्तार से बात करते हैं। हेल्थ शॉट्स के साथ डॉ. राशि चक्र ने अपनी जिंदगी और करियर के बारे में फ्रैंक बातचीत की। दुनिया को बेहतर बनाने में योगदान देने के लिए उनकी पहचान उजागर होगी।

माता-पिता से दूसरों की मदद करने की सीख

डॉक्टर के परिवार में जन्म और पाली-बढ़ी डॉ. राशि चक्र से यह बात दिखाई देती है कि बड़े होने पर वह दूसरों की भी परवाह करता है। डॉ राशियां बताती हैं, ‘मैं इस बात की शुक्रगुजार हूं कि माता-पिता के डॉक्टर होने की वजह से मेरा जीवन इस तरह का हो पाया। जाहिर है, वे दोनों मेरे हीरो हैं और वे मेरे गुरु भी हैं। मैंने बचपन से उन दोनों को दूसरों के जीवन में बदलाव लाते हुए देखा। इसलिए बड़ा होने पर मुझे लगा कि मुझे भी दूसरों के लिए कुछ करना चाहिए।’

निर्देशित को एक विषय के रूप में आलोचना का विषय है

हाल के कुछ वर्षों में मेंटल हेल्थ के परिदृश्य में निश्चित रूप से बदलाव आया है। पर पहले ऐसा नहीं था। डॉ. राशि चक्र बताते हैं, “शुरुआत में इसके लिए काम करना मुश्किल हो गया है, क्योंकि इसे पारंपरिक नहीं माना जाता था। आम तौर पर जब आप समाज चिकित्सा के बारे में बताते हैं, तो पहली बार आपको सही जवाब मिलने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। लोग कहते हैं, ओह, क्या इसके अलावा कुछ और नहीं कर सकते थे? आपने इसे क्यों अपनाया? मुझे आशा है कि आप पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा होगा। आपका निजी जीवन ठीक रहेगा। इस तरह की बातें आपको सुनने को मिल सकती हैं।”

“मुझे लगा कि इस वचन को तोड़ना होगा और मुझे इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करनी होगी। यह क्षेत्र अलग जरूर था, लेकिन मुझे लोगों की परेशानी से खुशी मिलती थी। यह सामाजिक रूप से भी अब प्रभावी साबित हो रहा है।’

लोगों तक अनकहे मुद्दे पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पेज बनाया

मानसिक स्वास्थ्य पर बात करने पर डॉक्टर, बीमारी और मरीज सभी की गलत नजर से देखते हैं। डॉ राशियां कहती हैं, “मैं एक दुर्घटना समर्थक हूं। मुझे, रोगी और मानसिक बीमारी को भी स्टिग्मा के रूप में देखा जाता है। हालांकि अब परिदृश्य बदल रहा है।”

डॉ. राशि मान रहे हैं कि सोशल मीडिया और लॉकडाउन के कारण भी यह बदलाव हुआ है। इसके कारण लोग ‘अनकहे’ मुद्दों के बारे में बात करने लगे। उन्होंने अपना सोशल मीडिया पेज @drrshipsychiatrist इसी कारण से शुरू किया। राशि से बहुत से सारे प्रश्न ऑफ़लाइन पूछे गए थे।

वे कहते हैं, ‘मुझे लगा कि उत्तर काफी सहज थे। यदि अधिक उत्तर से अधिक लोग पहुंचें, तो समाज को निश्चित रूप से लाभ होगा। उस समय कोई भी ऐसा नहीं कर रहा था। मुझे लगा कि इससे बहुत अधिक संख्या में लोग पहुंचने में सफल होंगे। यदि किसी व्यक्ति को कोई भी सही जानकारी मिलती है, तो मेरा काम हो गया। ”

मन से ही अंगराग शरीर है

आप सोचेंगे कि आपका दिमाग और शरीर दो अलग-अलग चीजें हैं। ऐसा नहीं है, आपकी स्थिति के आधार पर आपका अच्छा स्वास्थ्य और खराब दोनों हो सकते हैं। डॉ. राशियां कहती हैं कि अगर आपका दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा है तो शरीर भी ठीक से काम नहीं करेगा। आपका मानसिक स्वास्थ्य आपको शारीरिक रूप से भी प्रभावित कर सकता है।
एंजाइटी पेट की स्थिति से जुड़ी हुई है, इसलिए आप ठीक से खा नहीं पाते हैं। यह अनुज्ञा से है। आप अच्छी तरह से सोचने में असमर्थ हैं। यह कहीं न कहीं आपकी सांस लेने की समस्या, घबराहट या घबराहट से परेशान हो सकता है। इसके बावजूद हम मानसिक स्वास्थ्य समस्या को लगातार देखते रहते हैं।

वे कहते हैं, ‘मुझे उम्मीद है कि एक दिन हम ब्लड टेस्ट के साथ-साथ डिप्रेशन के स्तर या अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की जांच भी जरूर करेंगे। यह अभी तक संभव नहीं हुआ है।

सही समय पर सही इलाज जरूरी है

मनोविश्लेषणात्मक इस बात पर जोर देता है, ‘जब मानसिक स्वास्थ्य संबंधी रोग किसी व्यक्ति को प्रभावित करते हैं, तो उसका कार्य या अन्य संकेत भी प्रभावित होते हैं। वन की चाह खत्म हो सकती है। यह डरावना हो सकता है, इसीलिए सही समय पर सही इलाज और सही मदद लें।’

जैसे-जैसे आप बड़ी दिखती हैं, मुझे लगता है कि आपके पास अतिरिक्त जिम्मेदारियां लगती हैं। इनमें से कुछ चीजें और अधिक जटिल हो जाती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए और ज्यादा सतर्कता बरतें।

भेदभाव नहीं होगा, तो ज्यादा खुश रहूंगी महिलाएं

“जब महिलाओं के लिए समान संभावनाओं की बात आती है, तो अब भी एक बड़ा अंतर दिखाई देता है। क्या आप विशेष हैं कि भारत में महिला साक्षरता दर 62 प्रतिशत है, जबकि पुरुषों के लिए यह 80 प्रतिशत है? इस तरह के मुद्दों को हल करने के लिए बदलाव की शुरुआत घर से करना महत्वपूर्ण है।

डॉ. राशि को अपने बच्चों के साथ समान व्यवहार करने के लिए प्रचार करते हैं। महिलाओं की हर अगली पीढ़ी को पिछली पीढ़ी से बेहतर होना चाहिए। मुझे यह देखकर खुशी होती है कि हर बच्चे को समान शिक्षा के अवसर दिए जा रहे हैं। जब वह लड़की बड़ी हो जाएगी, तब वह खुश हो जाएगी। ये बात उसके जीवन में तनाव को आप कम कर देंगे।

अपने लिए समय निकाल सकते हैं

डॉ. राशियों के अनुसार, आप कितने व्यस्त क्यों न हों या आप कितनी भी जिम्मेदारियां क्यों न हों, आपको अपने लिए समय निकालना चाहिए। कभी-कभी लोग आपको रोकने की कोशिश कर सकते हैं या अन्य चीजें बाधा बन सकती हैं। अपने लिए यह सुनिश्चित करें कि आप कुछ ऐसा करें जो आपको पसंद हो। फिर भी यह संगीत सुनने या सोने या व्यायाम करने के लिए केवल 15 मिनट ही क्यों न हो। वही करें जो आपको खुश करता है।”

नींद आपके सबसे अच्छे दोस्त हैं। जब आप 21 साल के हो जाते हैं, तो आपको इसका महत्व नहीं पता चलता है। धीरे-धीरे जब आपका शरीर बदलता है, तो आपको पता चलता है कि सोना कितना महत्वपूर्ण है। कम से कम 6-8 घंटे की नींद महत्वपूर्ण है।

डॉ. राशि चक्र में अग्रवाल हेल्थ से जुड़े हर मिथक को तोड़ना चाहते हैं।

अपनी लड़ाई बुद्धिमानी से लड़ें

डॉ. जोडिए कहते हैं, ‘अपने परिचितों में आप कई परिचितों और धोखेबाजों से जुड़ जाएंगे, आप उन सभी में जीत हासिल नहीं कर सकते हैं। अपनी लड़ाई बुद्धिमानी से चुनें। जीवन गुलाब की दृष्टि नहीं है, लेकिन हमें उन साथियों में बुद्धिमान होना चाहिए जिन्हें आप चाहते हैं और जिन्हें हम पीछे छोड़ना चाहते हैं। हर चीज से डील की कोशिश आपको केवल तनाव देगा”।

मेंटल हेल्थ के लिए स्वस्थ आहार और सही जीवनशैली भी जरूरी है

आप स्वस्थ आहार और स्वस्थ जीवन शैली के महत्व को कम नहीं कर सकते। यह आपको बहुत सी चीजों से निपटने में मदद कर सकता है। यदि यह मदद नहीं करता है, तो आप आज अन्य चीजों को कर सकते हैं। ध्यान दें आपका जीवन बदल सकता है। थेरेपी भी काम करती है। समस्या चाहे कितनी भी बड़ी या छोटी क्यों न हो, उपचार से हानि नहीं होती। अच्छी नींद, स्वस्थ आहार और कभी-कभी जंक फूड भी शामिल हो सकते हैं। आपको कम्फर्ट जोन बनाने की भी जरूरत है, जो आपको खुश रखेंगे। उदाहरण के लिए यदि आप नृत्य करना पसंद करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप इसे कर रहे हैं।

(डॉ. राशि अग्रवाल को हेल्थ व्यू शी स्लेज़ अवार्ड्स के लिए मेंटल हेल्थ एडवोकेट श्रेणी में नामित किया गया है। उनके लिए वोट करने या हमारे अन्य नामांकन की समीक्षा करने के लिए, कृपया शी स्लेज़ अवार्ड्स नामांकन देखें !)

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