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घरेलू हस्ती के रूप में हल्दी का प्रयोग सदियों से होता आया है। उबटन के तौर पर स्किन पर लगाया जाने वाला यह मसाला शरीर को डिटॉक्स भी करता है। प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। इसका लाभ देना आसान नहीं है। मैं सब्जी और दाल के रूप में प्रयोग करता हूं। दूध या पानी को मिलाकर भी इसका प्रयोग किया जा रहा है। सबसे अच्छी बात है कि हल्दी का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। एलर्जी होने पर यह गट हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यह इंटिमेट हेल्थ के लिए भी बहुत अच्छा है। कई अध्ययन बताते हैं कि हल्दी पुरुषों में लिबिडो (हल्दी से सेक्स के लिए लाभ) उत्पन्न होती है।
स्ट्रेस और सेक्स ड्राइव के बीच क्या है कनेक्शन (Stress and Sex Drive Connection)
पबमेड सेंट्रल में लाइफ साइंस जर्नल की इंटिमेट हेल्थ पर हल्दी के प्रभावों पर नए-नए अध्ययन शामिल किए गए। अध्ययन करता है कि जब आप तनावग्रस्त होते हैं या नकारात्मक रवैया महसूस करते हैं, तो इसका सीधा प्रभाव आपके यौन संबंध (यौन संबंध) पर पड़ता है। आप सेक्स में शामिल नहीं होना चाहते हैं। तनाव का बढ़ा हुआ स्तर आपको शारीरिक रूप से प्रदर्शन नहीं करता है।
तनाव (तनाव) न केवल हमारे मूड को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, बल्कि यह हमारी सेक्स ड्राइव (सेक्स ड्राइव) पर भी प्रभाव डालता है।
आयुर्वेद भी कहता है कि मूड बूस्टर (मूड बूस्टर)
भारत में हल्दी को कमोटेजक माना जाता है। आयुर्वेद चिकित्सा में इसे एंटी इन्फ्लेमेटरी और मूड व्यूअर के रूप में उपयोग किया जाता है। इरेक्शन की स्थिति के लिए हल्दी का उपयोग किया जा रहा है। क्योंकि यह मानसिक अवरोध दूर कर तनाव को कम करता है। कई अन्य निर्णयों से पता चला है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (हल्दी करक्यूमिन) ने अवसाद (डिप्रेशन), खराब मूड और तनाव के स्तर जैसे मानसिक स्थिति में सकारात्मक रूप से सुधार किया है।

ये सभी तत्व लो सेक्स ड्राइव (Low Sex Drive) के लिए जिम्मेदार हैं। बार-बार तनाव के संपर्क में आने से हमारे परिसंचारी सेक्स हार्मोन में कमी आ सकती है। यह कामेच्छा को प्रभावित कर सकता है।
हल्दी का कर्क्यूमिन है सेक्स ड्राइव (सेक्स ड्राइव)
लाइफ साइंस जर्नल में प्रकाशित अध्ययनों में 15 दिनों के लिए नर चहक को करक्यूमिन की खुराक दी गई। इससे चहचहाट के टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी महत्वपूर्ण सुधार देखे गए। चहुंओर में सेक्स ड्राइव करने के लिए भी हल्दी की खुराक दी गई। हल्दी का प्रमुख यौगिक करक्यूमिन है, जो पानी में घुल जाता है। इसे चहचहाना को 12 सप्ताह तक हर दिन दिया गया। हल्दी नाइट्रिक वसा बढ़ाने वाले जीन को सक्रिय करने में मदद की।
नाइट्रिक वसा में वसा में वासोडिलोकेशन को ग्रहण करता है। इससे रीप्रोडक्ट एक्टिविटी में खून बहने लगा। इससे चहचहाट में सेक्स ड्राइव बढ़ी। चहचहाट पर जाकर पुरुषों को भी हल्दी के करक्यूमिन कंपाउंड दिया गया। इससे पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी कुछ हद तक सुधार देखा गया।
क्या हल्दी महिलाओं की लिबिडो (कामेच्छा) भी समझती है?
पोस्ट मेनोपॉज वाली महिलाएं और किसी अन्य कारण से सेक्स ड्राइव की कमी से जूझ रही महिलाओं पर भी हल्दी के करक्यूमिन कंपाउंड का असर देखा गया। लेकिन पुरुषों की तरह महिलाओं को कोई खुशी नहीं होती। उनकी सेक्स ड्राइव पर हल्दी का कोई असर नहीं पड़ा। अध्ययन के निष्कर्ष में कहा गया है कि महिलाओं की बॉडी सेक्स ड्राइव कंपाउंड के प्रति प्रतिक्रिया पुरुषों की तरह नहीं देख पाती हैं।

इसके पीछे कारण यह है कि उनका सिस्टम अधिक जटिल होता जा रहा है। इसलिए नियमित रूप से हल्दी का प्रयोग करने से आपके अभिनय की कामेच्छा बढ़ सकती है।
सेक्स के लिए हल्दी का सही तरीका
मासिक के अलावा पानी या दूध के साथ हल्दी ली जा सकती है। यदि अदरक के साथ हल्दी निकल जाती है तो आपको आनंद मिलता है।
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