
इन दिनों इम्यून सिस्टम के लिए सेंग (जिनसेंग), कोरियाई रेड सेंग (कोरियाई रेड जिनसेंग) के फायदों पर आधारित हेल्थ न्यूज (हेल्थ न्यूज) खूब ट्रेंड (गूगल ट्रेंड) कर रहे हैं। कई लेख कैंसर, न्यूरोडीजेनेरेटिव लिंक, जिंक रेजिस्टेंस और उच्च रक्तचाप जैसी शारीरिक स्थिति में एक-दूसरे की भूमिका के बारे में बता रहे हैं। विशेष रूप से एक दूसरे को पकड़कर प्रतिरक्षा प्रणाली के होमियोस्टेसिस को बनाए रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत माइक्रोबियल हमलों के प्रतिरोध को बढ़ाने के लिए सूचित किया जा रहा है। वास्तव में एशिया के कई देशों विशेषकर कोरिया की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में इसका एक-एक प्रयोग वर्षों से किया जा रहा है। कई खोज इस ओर संकेत देते हैं कि किसी से प्रतिबद्धता से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण (इम्युनिटी बूस्टर जिनसेंग) होता है।
माइक्रोबियल संक्रमणों को नियंत्रित करने में प्रभावी (माइक्रोबियल संक्रमण)
जर्नल ऑफ सेंग रिसर्च के अनुसार, कोरियाई तंगी ने पाया है कि स्वतंत्र प्रणाली पर पैनाक्स सेंग का प्रभाव बहुत अधिक होता है। यह प्रतिबंध करता है। दरअसल प्रतिरक्षा प्रणाली में शरीर के विभिन्न प्रकार के झटके शामिल होते हैं जो अपने विशेष कार्यों को पूरा करते हैं। प्रत्येक प्रकार की शत्रुता अलग-अलग प्रभावित होती हैं, लेकिन कुछ उपचार द्वारा इन्हें एक साथ नियंत्रित किया जा सकता है। इस तरह इन्फ्लेमेट्री प्रभाव और माइक्रोबियल संक्रमण को नियंत्रित करने में प्रभावी पाया गया है।
सफेद संग से तैयार होता है लाल संग (Red Ginseng)
जर्नल ऑफ इसंग अनुसंधान के अनुसार, इसंग (Panax Ginseng) सबसे प्रसिद्ध प्राचीन औषधीय जड़ी-बूटियों में से एक है। इसका व्यापक रूप से विभिन्न संयोजनों के लिए हर्बल उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है। प्राकृतिक रूप से क्षीण को सफेद सेंग के रूप में जाना जाता है। समझौते, सुरक्षा और संरक्षण बढ़ाने के उद्देश्य से समझौते से पहले ताजी को जड़ को भाटा देकर लाल सेंग तैयार किया जाता है।
इसमें विभिन्न औषधीय घटक शामिल होते हैं, लगभग हर प्रकार के ट्राइटरपेनोइड सैपोनिन्स, पॉलीएसिटिलीन, पॉलीफेनोलिक कंपाउंड और एसिडिक पॉलीसेकेराइड की एक श्रृंखला शामिल है। गट मिक्रोबायोटा रेडियस का फर्मेंटेशन कर सैपोनिन में बदल देता है, जो आसानी से अवशोषित करने योग्य यौगिक बन जाता है।
कोविड बूस्टर डोज के साथ सेवन (Covid Booster Dose)
न्यूट्रीएंट जर्नल के अनुसार हाल ही में कई नए विचार सामने आए हैं कि कोविड-19 (कोविड-19) के बारे में कई अलग-अलग दृष्टिकोण हैं। घटने के साथ, शुरुआती संक्रमण और गंभीर बीमारी को रोकने के लिए छोटा डोज एक आंशिक समाधान है। समय के साथ इसका घट प्रभाव चला जाता है।
पढ़ाई में शरीर में एंटी बॉडी बनाने के लिए इसका प्रयोग किया गया। इसमें स्टीम से तैयार कोरियाई रेड सेंग (कोरियाई लाल जिनसेंग) का प्रयोग किया गया। निष्कर्ष में पाया गया कि यह मेजबान प्रतिक्रिया प्रतिक्रिया में सुधार करके एक युवा मॉड्यूलेटरी एजेंट के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मानव अध्ययन और पशु पर नए प्रयोग के संकेत हैं कि रेड कुछ रिकवरी दर बढ़ाने और वायरल संक्रमण से मृत्यु दर को कम करने में भी पूर्ति होती है।
घातक एंटीबॉडीज में सुधार कर सकते हैं (इम्युनिटी बूस्टर जिनसेंग )
यह जोखिम सहित अन्य संक्रमणों के विरुद्ध एजेंसी प्रभाव भी उत्पन्न करता है। क्लिनिकल रिपोर्ट में एक्यूट पल्मोनरी डिजीज में इसका उपयुक्त प्रभाव माना जाता है। इसके अलावा, कुछ सबूतों ने सुझाव दिया है कि केआरजी वैक्सीन के दस्तावेजों को भी लागू किया जाए मदद कर सकता है। अध्ययनों के अनुसार लाल से सन्गे सन्दूक ऑक्सीजन के उत्पादन को रोककर सूजन को कम करता है। यह न्यूमोकोकल टीका के प्रभाव में भी सुधार करने में मदद करता है। खतरनाक वैक्सीन निर्धारण के बाद यह बॉडीज में सुधार करता है। यह वायरस के संक्रमण से बचाव भी करता है।
प्राकृतिक एंटीबायोटिक को कच्चा खाया जा सकता है (रॉ जिनसेंग)
इस तरह डोज जर्नल के अनुसार, इस तरह से एंटी माइक्रोबियल एक्टिविटीज, न्यू मॉड्यूलेटरी प्रभाव पाया गया है। इसलिए यह पैथोजेन-विरोधी स्थिति और एंटी-कोरम सेंसिंग स्थिति के कारण एंटी-जल्दी चिकित्सा में मदद करता है।

इसमें मुख्य रूप से जड़ बे जाती है। इसी रूट का सेवन कई तरह से किया जा सकता है। इसे कच्चा भी खाया जा सकता है या नरग करने के लिए इसे लोक स्टीम भी दिया जा सकता है। पानी में झरने कर इसकी चाय भी जा सकती है।
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