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जानिए भारत में कैसे और क्यों बढ़ रही है डायबिटीज।-जानिए भारत में कितनी तेजी से बढ़ रही है।

सिकंदरा का एक ताजा अध्ययन सामने आया है, जिसमें भारत में 100 मिलियन से भी अधिक लोग मधुमेह (Diabetes in India) के शिकार हैं। बताया गया है कि ये संख्या 4 साल में 44 प्रतिशत दी जाती है। कई विकसित राज्यों में संख्या स्थिर है लेकिन कई राज्यों में संख्या में वृद्धि हो रही है। कम से कम 136 मिलियन लोग, या 15.3% जनसंख्या प्रीडायबिटिक है। प्रीडायबिटिक (प्रीडायबिटिक) होने का अर्थ है लिमिट का जोखिम (डायबिटीज रिस्क) बढ़ना। मगर समय रहते इसके लक्षण (मधुमेह के शुरूआती लक्षण) को पहचानना और जीवन में स्वस्थ बदलाव करना आपको जोखिम के जोखिम से बचाना चाहिए। आइए जानते हैं कैसे।

नया अध्ययन क्या कहता है

आईसीएचडी ने कुल 1,13 04 लोगों पर अध्ययन किया (ग्रामीण क्षेत्रों से 79,506 और शहरी क्षेत्रों से 33,537) व्यक्तियों को शामिल किया गया, जिन्होंने 18 अक्टूबर 2008 और 17 दिसंबर 2020 के बीच आईसीएमआर-इंडियाब अध्ययन में भाग लिया, 11.4% को टाइप किया 1 और टाइप 2 दोनों तरह के थे, प्रीडायबिटीज 15.3%, उच्च रक्तचाप 35.5%, मोटापा 28·6%, पेट का मोटापा 39.5%, और डिसलिपिडेमिया 81.2% था।

गलत लाइफस्टाइल है लाइनिंग का प्रमुख कारण (Causes of Diabetes)

पतली के बारे में ज्यादा जानकारी दी हमें डाइटीशियन और वेट विशेषज्ञ शिखा कुमारी ने। शिखा कुमारी बताती हैं कि मधुमेह एक पुरानी स्थिति है जो शरीर में पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करती है या प्रभावी रूप से इंसुलिन का उपयोग करने में असमर्थता के कारण उच्च रक्त शर्करा के स्तर (हाइपरग्लेसेमिया) के कारण होती है।

इंसुलिन एक हार्मोन है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है और फैटी को ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग करने की अनुमति देता है। मधुमेह के दो प्रमुख टाइप 1 मधुमेह और टाइप 2 मधुमेह हैं।

क्या है दिखने के लक्षण और कारण जान लें चित्र : दिखस्टॉक

मधुमेह के कारण और शुरुआती लक्षण (मधुमेह के शुरुआती लक्षण)

टाइप 1 का कारण (Causes of Diabetes type 1)

ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया- शिखा कुमारी बताती हैं कि टाइप 1 मधुमेह एक ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया का परिणाम माना जाता है, जहां प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अग्न्याशय में नामांकन एकत्रीकरण पर हमला करती है और नष्ट कर देती है।

आनुवंशिकता प्रवृत्ति कुछ जीन प्रकार को 1 मधुमेह के विकास के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकते हैं।

कारण कारक- वायरल संक्रमण और अन्य प्रकार के ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया को अवरुद्ध करने में भूमिका निभा सकते हैं।

टाइप 1 टाइप 1 के लक्षण (Diabetes Type 1 के लक्षण)

बार-बार पेशाब आना- उच्च रक्त शर्करा के स्तर से पृष्ठ और पेशाब में वृद्धि होती है। इससे आपको बार-बार पानी पीने की जरूरत महसूस होती है।

बिना किसी कारण वजन घटना- शरीर के माध्यम से ग्लूकोज खो देता है, जिससे भूख बढ़ने के बावजूद वजन कम हो जाता है। अगर वजन अचानक कम होने लगे, तो इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए।

थकान और निर्बलता-एपिटेक्ट द्वारा ग्लूकोज का अवशोषण करने से ऊर्जा की कमी हो जाती है। जिससे आपको थकान और कमजोरी महसूस होती है।

धुंधला दिखना- उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण आंखों के लेंस से द्रव निकल जाता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

टाइप 2 मधुमेह के कारण (Causes of Type 2 Diabetes)

इंसुलिन रेजिस्टेंस- शरीर में इंसुलिन के प्रभाव के प्रति कम संवेदनशीलता हो जाती है, जिससे उच्च रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है।

विषमता- यदि आपके परिवार में किसी को भी दाखिल होने की समस्या है या कोई इतिहास है तो टाइप 2 मधुमेह होने का जोखिम बढ़ जाता है।

जीवन कारक- गतिहीन जीवन शैली, खराब आहार, मोटापा और अस्वस्थ्यकर खाने की आदतों के प्रकार 2 मधुमेह में योगदान करते हैं।

मधुमेह को कैसे नियंत्रित करें
अणु के अणुओं में पोषक तत्व ग्लूकोज का अवशोषण करने से ऊर्जा की कमी हो जाती है। चित्र एक्सपोजर।

टाइप 2 टाइप 2 के लक्षण (टाइप 2 मधुमेह के शुरुआती लक्षण)

शिखा कुमारी बताती हैं कि टाइप 2 मधुमेह आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होता है, लक्षण हल्के हो सकते हैं या शुरुआत में किसी का ध्यान नहीं जाता है।

हाथों या पैरों में झुनझुनी या सुन्नता- ऊंचा रक्त शर्करा का स्तर नसों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पेरिफेरल न्यूरोपैथी हो सकती है।

संक्रमण- इस संक्रमण (विशेष रूप से महिलाओं में) और मूत्र पथ के संक्रमण अधिक सामान्य हो सकते हैं।

घाव और इंजेक्शन का धीरे-धीरे ठीक होना- खराब रक्त परिसंचरण और प्रतिरक्षा समारोह के ठीक से काम न करने के कारण किसी भी घाव के उपचार में देरी हो सकती है।

चिपचिपाहट-इलेक्ट्रॉनिक विभ्रम हो सकता है क्योंकि ग्लूकोज उनमें से प्रभावी रूप से प्रवेश नहीं कर पाता है। इससे आपको अधिक थकान महसूस हो सकती है।

याद रखना

लाईन एक जीवनशैली विकार है। यह अनन्य और जीवन शैली की गलत प्रतिक्रिया के कारण विकसित होता है। मधुमेह से बचने के लिए यह जरूरी है कि आप अपने तालमेल को संतुलित रखें और शारीरिक रूप से सक्रिय जीवनशैली अपनाएं।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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