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किसी विशेषज्ञ से जानिए बच्चे की योजना बनाने के लिए सबसे अच्छी उम्र क्या है।- एक जानकार बताते हैं बेबी प्लान करने की सही उम्र।

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25 के बाद महिलाओं पर शादी के लिए इस तरह दबाव बनाया जाता है कि इसके बाद उनकी जिंदगी खत्म हो जाएगी और आसपास के लोगों की सिर्फ एक जिम्मेदारी हो जाती है आपकी शादी करवाना। अगर महिला 30 की है और सिंगल है तो आसपास के लोग आपको ये बताएं कि ठीक से भी देर नहीं होगी कि 30 के बाद आपकी जिंदगी खत्म हो जाएगी और अगर आप 35 की उम्र भी पार कर लेते हैं तो आपसे कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। वास्तव में मां बनने की सही उम्र क्या है (गर्भवती होने की सही उम्र), आइए जानते हैं एक विशेषज्ञ से।

ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि माना जाता है कि 30 के बाद महिलाओं में फर्टिलिटी कम हो जाती है जिससे बच्चे को होने में परेशानी होती है क्योंकि शादी का मतलब एकदूसरे से ही बच्चा पैदा करना होता है। तो क्या ये सच है कि 30 के बाद मां बनना मुश्किल हो जाता है।

कई बार महिलाएं अपनी शिक्षा, करियर, स्थिरता या सही साथी मिलने की वजह से शादी या प्रेग्नेंसी में थोड़ा ही काम करती हैं। क्योंकि पहले वो अपने आप को एक बच्चे के लिए तैयार करना चाहता है। तो जानिए कि बढ़ती उम्र के साथ आपकी मां बनने की उम्मीद कम हो जाती है।

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ये जानने के लिए हमने आज बात की बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ कंसल्टेंट डॉ. प्राची बिनारा से। उन्होंने बताया कि किसी भी लड़की का जन्म 1 से 2 मिलियन होने के साथ होता है। प्यूबर्टी तक पहुंचने तक उनकी संख्या गिरकर 3 लाख तक पहुंच जाती है। समय के साथ एंडोन्स की संख्या और गुणवत्ता में कमी आ रही है, और 30 के बाद अंडे की संख्या 1.8 से 2 लाख रह जाती है। उम्र बढ़ने के साथ अंडे की गुणवत्ता और मात्रा दोनो में गिरावट आती है।

फर्टिलिटी रेट कम होना

डॉ. प्राची ने बताया कि 20 से पहले महिलाओं में फर्टिलिटी रेट बहुत अच्छा होता है और हर बार ट्राई करने पर कंसीव करने का चांस 25% होता है 30 के बाद यह गिर कर 20% हो जाता है और 35 के बाद इसमें काफी तेजी से गिरावट आती है है।

प्रेगनेंसी में कॉप्लिकेशन क्या हो सकता है

डॉ. प्राची के अनुसार बढ़ती उम्र के साथ प्रेग्नेंसी में कंप्लीकेशन का खतरा भी बढ़ सकता है जैसे मिसकैरेज का खतरा, बच्चे की शारीरिक रूप की बनावट में समस्या हो सकती है और आपकी सामान्य नाराजगी के चांस भी कम हो जाते हैं। 20 से पहले मिसकैरेज का खतरा 7 से 8% होता है, 35 के बाद ये लांछन 30% हो सकता है और 42 की उम्र तक ये खतरा 50% हो जाता है।

यहां वे तकनीक हैं जो बढ़ती उम्र में भी बेबी प्लान करने की सुविधा देती हैं

डॉ. प्राची ने बताया कि विज्ञान और चिकित्सा के इतने आगे बढ़ने के बाद कई तरह के विकल्प और उपाय मौजूद हैं जिससे आप आराम से 35 के बाद भी मां बन सकते हैं।

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1 एजी फ्रीजिंग (एग फ्रीजिंग)

एजी रेफ़्रिजरिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें महिलाएँ गर्भवती होने के लिए ऑण्डे को रेफ़्रिजरेटर करती हैं और जब वे पूरी तरह से प्रेग्नेंसी के लिए तैयार हो जाती हैं तब ऑडियंस को निकालकर विस्तृत किया जाता है और उन्हें एक जुड़ाव में स्पर्म के साथ फर्टिलाइजेशन किया जाता है जाता है और गर्भ में डाला जाता है।

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एजी फ्रीजिंग आपको अपनी पैदाइश क्षमता को बाद में सुरक्षित रखने का विकल्प उपलब्ध कराती है। चित्र: एक्सपोजर

2 एम्ब्रियो फ्रीजिंग (एम्ब्रियो फ्रीजिंग)

एक या एक से अधिक भ्रूणों को भविष्य में उपयोग के लिए सुरक्षित रखने की प्रक्रिया। भ्रूण रेफ्रिजरेटिंग में इन विस्तृत फर्टिलाइजेशन शामिल है, एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें एक महिला के संज्ञान से अंडे निकाले जाते हैं और भ्रूण बनाने के लिए पर्यवेक्षक में शुक्राणु के साथ चलाया जाता है। भ्रूण फ्रोजन होते हैं और बाद में उन्हें अलग कर दिया जाता है और एक महिला के गर्भ में रखा जा सकता है। एम्ब्रियो फ्रीजिंग एक प्रकार का फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन है।

3 शुक्राणु फ्रीजिंग (शुक्राणु जमना)

स्पर्म फ्रीजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पुरुष के स्पर्म को फ्रीज करके स्टोर किया जाता है। इसे सीमेन क्रायोप्रिजर्वेशन या स्पर्म बैंकिंग भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया में पुरुष के शुक्राणुओं को सागर में रखा जाता है ताकि बाद में जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके।

शुक्राणु जमना क्या है
इस प्रक्रिया से पुरुष के शुक्राणुओं को सागर बनाकर रखा जाता है। चित्र: एक्सपोजर

निष्फल

मां बनने की सही उम्र तभी होती है जब आप और आपका पार्टनर दोनों मिलकर एक बच्चे की जिम्मेदारी उठा सकते हैं। समाज के दबाव में या आसपास के लोगों की वजह से कोई भी ऐसा फैसला न लें जो आपके लिए सही न हो क्योंकि एक बच्चे की जिम्मेदारी बहुत बड़ी है इसलिए इसके लिए बहुत सोच समझकर और तैयार चल ही कदम उठाना चाहिए।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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