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जानिए ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर की दुखद हकीकत के बारे में, – जुनी प्रेम विकार की दुखद वास्तविकता के बारे में जानें

प्यार एक ऐसी भावना है, जो हमें किसी दूसरे व्यक्ति के करीबी रिश्तेदार है। जब हम किसी चीज, व्यवहार और दूसरों के प्रति उसका समर्पण भाव अच्छा लगता है, तो हम धीरे-धीरे उस व्यक्ति के सामने आ जाते हैं और उससे प्यार करने लगते हैं। कई बार ये हज एक आकर्षण भी होता है। अब प्यार करना सही है, मगर एक सीमा तक। अगर आप किसी को प्यार करते हैं और उसे अपनी मर्जी से कैद करना चाहते हैं, तो ये ऑब्सेसिव लव डिसॉर्डर (जुनूनी प्रेम विकार) है। आइए जानते हैं क्या है ऑब्सेसिव लव डिसआर्डर (Obsessive Love Disorder के लक्षण) ।

ऑब्सेसिव लव डिसआर्डर क्या है

इस बारे में बातचीत करते हुए डॉ आरती आनंद, साइकोलोजिस्ट, सीनियर कंसल्टेंट, गंगा राम हास्पिटल का कहना है कि ऑब्सेसिव लव (जुनूनी प्यार) यानी वन साइडेड लव (एक तरफा प्यार)। वो स्थिति जब आप अपने अभिनय को लेकर अनसेफ फाइल करते हैं। आपकी नज़र हर घंटे आपके साथी पर टिकी रहती है। आपको उसके अन्य लोगों से झूठ बोलना पसंद नहीं आता है। उसके कपड़ों से लेकर फ़ाइनेंशियल मैटर्स (वित्तीय मामले) तक हर चीज़ में आपका इंटरफियरेंस होने लगता है। उसके साथ आपका व्यवहार मनमाना होने लगता है और आप मन के अनुसार उसे ढाल लेते हैं।

रिश्ते में अवास्तविक उम्मीदें
संदेशों को नुकसान पहुंचा सकते हैं आपकी अवास्तविक अपेक्षाएं। चित्र : उजागर करें

अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन के मुताबिक ओब्सेसिव लव डिसआर्डर एक ऐसी स्थिति है, जब हम दूसरे के प्रति प्यार की भावना महसूस करते हैं। ऐसी स्थिति में अधिकतर ये वन सादा प्रेम पाया जाता है। इसके अलावा किसी खास व्यक्ति की मौजूदगी मुझे सुखद अनुभव का अनुभव करवाती है।

इसमें हम समानता की भावना से परे अपने साथी पर अपना स्वामित्व यानी ओनरशिप समझ लेते हैं। वो एक्टर को प्यार देने की बजाय जुनूनी प्रवृत्ति के कारण उन्हें अपने बस में करने की कोशिश करते हैं। ऐसे में अगर कोई और उन्हें प्यार करता है, तो वो जलन या जैलेसी का अनुभव लेते हैं। जुनूनी हद तक प्यार करने वाले लोगों के रिश्तों में अविश्वास, तनाव, चिंता और हिंसा का स्वभाव है।

ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर के साइन्स

बार-बार इस बात को कहते हैं कि आप उससे प्यार करते हैं।

किसी व्यक्ति की गोपनीयता का पालन नहीं करना और व्यक्तिगत बाउन्डरीज को अनदेखा करना

जिस व्यक्ति से आप प्यार करते हैं, उसे हर समय कंट्रोल करना

जिसे आप प्यार करते हैं, उसके दूसरे रिश्ते से बेहद भरोसेमंद महसूस करते हैं।

जानिए इस तरह के ऑब्सेसिव लव के कारण क्या हो सकते हैं?

1 एरोटोमेनिया (इरोटोमेनिया)

मेडिकल न्यूज के अनुसार इरोटोमेनिया एक ऐसी समाज स्थिति है जिसमें एक व्यक्ति को भ्रमपूर्ण विश्वास हो जाता है कि कोई अन्य व्यक्ति उन्हें प्यार करता है। आमतौर पर ऐसा कोई शख्स जो आपसे हैयर स्टेटस वाला हो। प्राथमिक इरोटोमेनिया एक प्रकार की मानसिक स्थिति है। इसमें आप किसी तरह के अन्य रोग से ग्रस्त नहीं होते हैं। उसी समय सेकेण्डरी इरोटोमेनिया में कुछ अन्य मानसिक संबंधों को भी जोड़ा जा सकता है, अर्थात सिज़ोफ्रेनिया या प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार। इरोटोमेनिया को सिर का आघात, गर्भावस्था, शराब का सेवन, या एम्फ़ैटेमिन जैसी कुछ दवाओं से भी जोड़ा जा सकता है।

मैरिड लाइफ रोमांस बनाना रखना जरूरी है
अविवाहित सफलता में रोमांस बनाए रखना जरूरी है। चित्र: एक्सपोजर

2 बार्डर लाइन पर्सनैलिटी डिसआर्डर (बॉर्डरलाइन पर्सनालिटी डिसऑर्डर)

बार्डर लाइन पर नैलाइट डिसआर्डर यानी बीपीडी वाले लोग अपनी भावनाओं को पसंद नहीं कर सकते। वे न केवल जल्दी से किसी रिलेशन में इनवॉल्व हो जाते हैं बल्कि अन्य लोग स्टारंग बॉन्ड भी शेयर करते हैं।

बीपीडी वाले लोग तेज मूड स्विंग के साथ प्रभावशाली हरकतें कोई भी काम करते हैं। इस स्थिति का किसी व्यक्ति के संबंध पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे लोग अपने पार्टनर के साथ ज्यादा क्लोज रहना पसंद करते हैं, जो कई बार आपके पार्टनर को बंधन लगने लगता है।

3 अटैचमेंट डिसऑर्डर (अटैचमेंट डिसऑर्डर)

दूसरों से घबराहट की क्षमता का विकास बचपन से ही हो जाता है। अगर नन्ही उम्र में हमें सही देखभाल और देखभाल मिलती है तो हम लोग खुद को आसानी से संभालने में समर्थ होते हैं। मगर जो बच्चे के बचपन में माता पिता के प्यार से किसी कारण से महरूम रह जाते हैं। उनका मानसिक विकास अलग तरह से होता है। इसी कारण से वे कई तरह के डिसऑर्डर से गिर जाते हैं।

इस स्थिति को कैसे डील कर सकते हैं

साइकोथैरेपी जरूरी है

यदि आप इस तरह के विकार से जुड़े हुए हैं या आपका अनुबंध जुड़ा हुआ है, तो थैरेपी का सहयोग लें। इससे मन में उठने वाले भावों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। साथ ही हमारे अंदर की नाकाराटकमा पाज़िटीविटी में बदलने वाली पहल है। इन सभी के बाद आप धीरे-धीरे मनोचिकित्सक की मदद से अपने व्यवहार में बदलाव महसूस करने लगते हैं।

अभिनय के साथ देर गुज़ारे

कपल जितना अधिक एक दूसरे को समझ लेते हैं। दूरियां ही बहुत सी परिस्थितियों का कारण बन जाती है। अगर आपको लगता है कि आपका छोटा कलाकार पोज़ दे रहा है और आप ऐसा कर रहे हैं या आपको नियंत्रित करना चाहते हैं, तो उसे समय दें। बातें करें, घबराएं। उन्हें विश्वास है कि उनके अलावा आपके जीवन में और कोई नहीं है।

अभिनय के प्रति मधुर व्यवहार अपनाएं

अपने साथी के साथ मधुर वाणी और व्यवहार का प्रयोग करें। उन्हें इस बात का विश्वास है कि उनका शिवा आपके जीवन में तीसरा कोई नहीं है। साथ ही उन्हें हर काम में इम्प्रेसेंस दें, ताकि उन्हें खुशी का एहसास हो और आपका रिश्ता कम हो जाए।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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