गर्मी के दिनों में सबसे ज्यादा जो फल खाया जाता है वह आम है। रसीले आम आम में मिश्रित घोल देते हैं। गर्मी में ठंडक और ताजगी से भर देते हैं। पर आम के साथ एक विशेष समस्या भी जुड़ी हुई है। कुछ लोगों को अधिक आम खाने के बाद एक्ने और ब्रेकआउट की समस्या होने लगती है। यदि सामान्य भोजन से आपके चेहरे पर भी मुंहासे अधिक दिखाई देने लगें, तो आपको इसके कारण और समाधान (आम के मुंहासों से कैसे छुटकारा पाएं) के लिए कुछ घरेलू उपायों के बारे में जानना चाहिए।
क्यों होता है आम खाने के बाद एक्ने और ब्रेकआउट की समस्या (Mango Acne Causes)
आम विटामिन ए, विटामिन बी6 विटामिन ई, बीटा कैरोटीन, पोटैशियम और मैग्नीशियम त्वों से भरपूर होता है। आम में ग्लूकोज की मात्रा भी अधिक होती है। यह जिलेटिन उत्पाद बनाया जाता है, जिससे मुंहासे हो जाते हैं। आम तौर पर शरीर के तापमान में वृद्धि होती है, जो अंतर्गर्भाशयी उत्पत्ति का कारण बनते हैं। इसमें फाइटिक एसिड मौजूद होता है। फाइटिक एसिड शरीर में गर्मी पैदा करता है। साथ ही यह विटामिन और विटामिन के अवशोषण को भी परेशान करता है। फाइटिक एसिड के प्रभाव को कम करने के लिए ही आम को पानी में डुबाया जाता है।
मैंगो एक्ने से बचाव (मैंगो एक्ने प्रिवेंशन) कैसे किया जा सकता है
इंडियन जर्नल ऑफ आयुर्वेद रिसर्च (इंडियन जर्नल ऑफ आयुर्वेद रिसर्च) के अनुसार, आप चाहते हैं कि आम खाने के बाद पिंपल्स न हों तो आपको सदियों पुरानी भारतीय आयुर्वेदिक तकनीक का पालन करना होगा। उन्हें खाने से पहले पानी में यौगिक होंगे। पानी में 3-4 घंटे के जाम से आम की गर्मी यानी फाइटिक एसिड का असर खत्म हो जाता है।
आम खाने के बाद पिंपल्स और एक्ने की समस्या के लिए अपने हैं ये 4 उपाय
1. सैलिसिलिक एसिड वाला फेस वाश (सैलिसिलिक एसिड फेस वॉश)
सैलिसिलिक एसिड स्किन एक्सफोलिएटर है, जो अतिरिक्त तेल को साफ करता है। यह रोमछिद्रों के करीब है। यह भविष्य में होने वाले ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को भी प्रतिबंधित करता है। सी स्टिकर्स और सैलिसिलिक एसिड से भरपूर और मेन्थॉल और सैलिसिलिक एसिड से भरपूर चेहरे का उपयोग करें। यह निशाने को अंदर से साफ करता है। यह स्पष्ट, शून्य और ताज़ा भी महसूस करता है।
2 एक्ने को छेड़ें या फोड़ें नहीं (डोंट पोक)
मुंहासे को पोक करने या फोड़ने से यह और खराब हो जाएगा। खुजली होने पर कॉटन से हल्के हाथों से छुएं। हम सारा पानी पीयें। इससे शरीर से पदार्थ बाहर निकल जाएंगे और घाव भरने की प्रक्रिया तेज हो जाएगी। पाइफाइंग सरम से त्वचा को दें और पिंपल-मुक्त प्राप्त करें। ऐसे सी सी काम करने वाले, सैलिसिलिक एसिड से युक्त हों, प्रयोग करें।
3. त्वचा को पसीना और तेल से रिसाव (पसीना मुक्त और तेल मुक्त त्वचा)
जब प्यास या सीबम की खाल पर सागर हो जाता है तो पोर्स बंद हो जाते हैं। नियमित रूप से एक्सफोलिएट करने से चेहरा साफ और पसीने से मुक्त होने में मदद मिलती है। चारकोल क्ले का प्रयोग करें जो पत्ते को खोल कर सीबम, गंदगी और पॉलूटेंट्स को हटाता है।
4. संतुलन के साथ मजबूत आम (आम को छोटे हिस्से में खाएं)
न्यूट्रीटेंट जर्नल के मुताबिक आप जो खा रहे हैं उसके बारे में जागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी है। यदि सामान्य भोजन की शौक़ीन हैं, तो अधिक मात्रा में ताकत नहीं। ग्लूकोज की अधिक मात्रा होने से त्वचा की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा कई सारे उत्पाद, शुक्रवार और अल्ट्रा-संबंधित खाद्य पदार्थ, मीठा और उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों और पेय का सेवन करने से भी त्वचा प्रभावित होती है। इससे मुहासे हो सकते हैं। संयमित भोजन करने से कई स्वास्थ्य संबंधी व्यवहार और अपनी रोग संबंधी क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
यह भी पढ़ें :- पीसीओएस : चेहरे पर चमकते बाल और वजन बढ़ने का कारण पीसीओएस हो रहा है, तो जानिए इसे कंट्रोल करने के उपाय