किस्सा कुर्सी का

किस्सा कुर्सी का : अमेरिका, इंग्लैंड सहित 12 देशों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके छत्तीसगढ़ के अजेय विधायक और मंत्री रविन्द्र चौबे का सरपंच से लेकर मंत्री बनने तक का सफर

रविन्द्र चौबे छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेताओं में से एक हैं, जो राज्य के गठन के पहले से राजनीति में सक्रिय हैं। जब छत्तीसगढ़ मध्‍य प्रदेश का भाग था, तब से लेकर आज तक रविन्द्र चौबे ने राज्य के विकास में कई बार अहम भूमिकाएं निभायी हैं। रविन्द्र चौबे वकील बनना चाहते थे। विधि की पढ़ाई भी पूरी की, लेकिन समाज के लिए कुछ करने की चाह उन्‍हें राजनीति में खींच लायी और छात्र जीवन में ही वे लोगों से जुड़ गए।

शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, दुर्ग में छात्रसंघ अध्‍यक्ष पद से लेकर आज मंत्री पद तक के अपने इस लंबे समय में वे पार्टी में भी कई अहम पदों पर रहे। वर्तमान में संसदीय कार्य मंत्री होने के साथ-साथ विधि एवं विधायी कार्य, कृषि विकास, किसान कल्याण एवं जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन एवं आयाकर मंत्रालय का कार्यभार भी चौबे के पास है।

निजी जीवन

पूरा नाम

रविंद्र चौबे

जन्म तिथि

28 May 1957

जन्म स्थान

ग्राम – मौहाभाठा, जिला – बेमेतरा, छत्तीसगढ़

पार्टी का नाम

Indian National Congress

शिक्षा

B.Sc., L.L.B.

व्यवसाय

कृषि

पिता का नाम

स्व. श्री देवी प्रसाद चौबे

जीवनसाथी का नाम

श्रीमती गीता चौबे

जीवनसाथी का व्यवसाय

गृहणी

संतान

1 पुत्र 1 पुत्री

रोचक तथ्‍य

1985 में मात्र 27 वर्ष की उम्र में विधायक बने। उन्‍होंने विधानसभा चुनाव में जनार्दन सिंह को 23,835 वोटों से हराया था।

राजनीतिक घटनाक्रम

2019-पदेन अध्‍यक्ष, नियम समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा। सदस्य, कार्यमंत्रणा समिति, सामान्य प्रयोजन समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2019 से 2021 तक)।

2018-मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य, कृषि विकास, किसान कल्याण एवं जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन एवं आयाकर।

2018-सातवीं बार विधानसभा चुनाव जीते। उन्‍होंने साजा विधानसभा सीट पर भाजपा विधायक लाभचंद बाफना को करीब 31 हजार वोटों के अंतर से हराया।

2013- राज्य विधानसभा चुनावों में साजा सीट पर हार का सामना करना पड़ा। उन्‍हें भाजपा प्रत्याशी लाभचंद बाफना ने करीब 11 हजार वोटों से हराया।

2012 -अध्‍यक्ष, लोक लेखा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2012 से 2013 तक)।

2009-सदस्य, सामान्य प्रयोजन समिति, आचरण समिति (2009 से 2014 तक)।

2009-नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2009 से 2013 तक)।

2008- विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी लाभचंद बाफना को 5055 वोटों से हराया और साजा से छठी बार विधायक बने।

2007-सदस्य, कार्य मंत्रणा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2007 से 2014 तक)।

2006-अध्‍यक्ष, लोक लेखा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा। विशेष आमंत्रित सदस्य, कार्यमंत्रणा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2006-2007)।

2005-सदस्य, लोक लेखा समिति, पुस्तकालय समिति, आचरण समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2005 से 2006 तक)।

2003-साजा विधानसभा सीट पर शानदार जीत दर्ज की। श्री चौबे ने भाजपा के दीपक साहू को 18 हजार से अधिक वोटों से हराया।

2002-विशेष आमंत्रित सदस्य, सामान्य प्रयोजन समिति (2002 से 2003 तक)।

2001-सदस्य, सामान्य प्रयोजन समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2001 से -2002 तक)।

2001-सदस्य, कार्यमंत्रणा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2001 से 2006 तक)।

2001-सदस्य, नियम समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2001 से 2004 तक)।

2000-मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन, लोक निर्माण, आवास एवं पर्यावरण, नगरीय प्रशासन एवं विकास, विधि विधायी एवं संसदीय कार्य विभाग, छत्तीसगढ़ शासन। मुख्य सचेतक, कांग्रेस विधायक दल, छत्तीसगढ़ विधानसभा (2000 से 2003 तक)।

1998-मंत्री, मध्यप्रदेश शासन, सामान्य प्रशासन, जनसंपर्क एवं जन शिकायत निवारण विभाग। अध्यक्ष, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी, भोपाल, उपाध्यक्ष “मध्यप्रदेश माध्यम”

1998-मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनावों में लगातार चौथी बार जीत दर्ज की। इस बार भी उन्‍होंने साजा विधानसभा सीट पर डॉ. आर. डी. पटेल को 24 हजार वोटों से हराया।

1997-मंत्री, मध्यप्रदेश शासन, स्कूल शिक्षा।

1995-अध्यक्ष, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी, भोपाल।

1995-राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), मध्यप्रदेश शासन, उच्च शिक्षा।

1993-मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनावों में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की। उन्‍होंने साजा विधानसभा सीट पर डॉ. आर. डी. पटेल को 7 हजार वोटों से हराया।

1990-उपाध्यक्ष, युवक कांग्रेस मध्यप्रदेश (1990 से 1992 तक)।

1990-स्वतंत्र उम्मीदवार ठाकुरदास राठी को करीब 20 हजार वोटों से हराकर साजा सीट से लगातार दूसरी बार मध्‍य प्रदेश विधानसभा के सदस्य बने।

1985-मात्र 27 वर्ष की उम्र में साजा विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और शानदार जीत दर्ज की। उन्‍होंने भाजपा प्रत्याशी जनार्दन सिंह को 23,835 वोटों से हराया। श्री चौबे को 29836 वोट मिले, जबकि जनार्दन सिंह को मात्र 6001 वोट हासिल हुए।

1984-सदस्य, लोक लेखा समिति, सार्वजनिक उपक्रम समिति, प्राक्कलन समिति, नियम समिति, आश्वासन समिति तथा याचिका समिति, मध्यप्रदेश विधानसभा। अध्यक्ष, जिला सहकारी केन्द्रीय थोक उपभोक्ता भण्डार,दुर्ग।

1984-सरपंच, ग्राम पंचायत मोहगांव । अध्यक्ष, जनपद पंचायत, साजा। प्रथम सभापति, जिला पंचायत, दुर्ग।

1983-उपाध्यक्ष, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, दुर्ग (1983 से 1997 तक)।

1982-संचालक, राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक, दुर्ग (1982 से 1984 तक)।

1982-अध्यक्ष, जिला सहकारी थोक उपभोक्ता भण्डार, दुर्ग।

1980-महामंत्री/अध्यक्ष, युवक कांग्रेस, दुर्ग जिला (1980 से 1990 तक)।

पूर्व इतिहास

1979-अध्यक्ष, छात्रसंघ, रविशंकर विश्वविद्यालय, शिक्षण विभाग, रायपुर(1979-1980)।

1977-जिलाध्यक्ष, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, दुर्ग जिला इकाई (1977-1980)।

1977- अध्यक्ष, छात्रसंघ, शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग (1977-1978)।

उपलब्ध‍ियां

> पं. रविशंकर शुक्ल “उत्कृष्ट मंत्री” पुरस्कार, (1996) मध्यप्रदेश विधानसभा ।

> उत्कृष्ट विधायक पुरस्कार, 2005, छत्तीसगढ़ विधानसभा।

> विभिन्न पदों पर रहते हुए चौबे यूनाईटेड किंगडम (इंग्लैण्ड), जर्मनी, बेल्जियम, यूनाईटेड स्टेट ऑफ अमेरिका, नेपाल, फांस, नीदरलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, चीन, थाईलैण्ड, हांगकांग, मलेशिया की यात्राओं के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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