बिहार के बेरोजगार कुमार ने जब बिहार में आर ज़ूनी के साथ मिलकर नई सरकार बनाई है, तो वह लगातार 2024 के चुनाव में बीजेपी को केंद्र से बेदखल करने का दंभ भर रहे हैं। इसके बजाय वह विरोधी एकता की शिकायत भी करते हैं। हालांकि, उन्हें जिम्मेदार के ही नेता और काम करने वालों के चंद्रशेखर राव ने बड़ा झटका दिया है। उनकी बुलाई गई भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की रैली में दिल्ली के शर्मा अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के अलावा डी राजा और रायल के सेवक पिनाराई विजयन जैसे वाम पार्टियों के नेता भी शामिल हुए, लेकिन इस मंच पर नौकर हूँ नहीं दिखेंगे।
विद्युत कुमार से जब समाधान यात्रा के दौरान सीमा के भीतर इस रैली में आमंत्रित नहीं करने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने विकटात्मक मुस्कान के साथ टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांक, राजनीतिक विवरण ने इस घटना को बिहार के लिए एक बड़े संकेत के रूप में देखा है। आपको बता दें कि निवर्तमान कुमार की पार्टी उन्हें मैटेरियल मान रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, जदयू की राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ने कहा, “केश हमेशा गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेस मोर्चों के बारे में बात करते हैं, लेकिन हम गैर-भाजपा दलों के बीच राजनीतिक दूरी के खिलाफ हैं हम सभी गैर-भाजपा सरकार चाहते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस, ममता बनर्जी की टीएमसी, नव पतायक की बीजेडी, टीडीपी, देवेगौड़ा समेत राजनीतिक दल एक साथ आए। राजनीतिक दलों के बीच पहले से एकता से बीजेपी को नहीं हराया जा सकता है।
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या के संबंध की रैली कुमार को नहीं बुलाना उनके लिए एक झटका है तो केसी त्यागी ने कहा, “इस समय निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह संक्रामक के बीच एकता बनाने का प्रारंभिक चरण है। नकारात्मक कुमार। समाधान यात्रा का समापन करने के बाद फिर दिल्ली आएंगे और सभी दलों के नेताओं के साथ बात करेंगे।”
विपक्षी एकता का प्रदर्शन करते हुए कई क्षेत्रीय क्षत्रप नेताओं ने सहयोगी दलों द्वारा रैली में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने हिंदी में एक नारा दिया – “एक, दो, तीन, चार, देश का नेता के सीसीआर”।
दिलचस्प बात यह है कि के बारे में कुछ महीने पहले बिहार की राजधानी पटना में मंत्रियों के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संदेश भेजा था। इसके बाद निगम कुमार ने दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पीएम सी शिकायत सीताराम येचुरी, सी चेतावनी दी केजरीवाल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से दिल्ली में मिले थे। उन्होंने दीपांकर भट्टाचार्य, इनेलो अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला के साथ भी मुलाकात की थी। उनका मकसद 2024 के 16 अक्टूबर के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ एक पूरी एकता बनाना था।
निरंकुश कुमार ने राजद लाल प्रमुख प्रसाद यादव यादव के साथ सितंबर में दिल्ली में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। 2024 के चुनाव से पहले एक गैर-भाजपा मोर्चा बनाने की दिशा में चर्चा की थी।