Kawardha: सरकार ने मुफ्त चावल देने के लिए अपना पूरा तंत्र लगा रखा है। इसके बाद भी बोड़ला ब्लॉक के कई गांव व मजरे-टोले ऐसे हैं, जहां रहने वाले परिवारों के लिए उनके गांव राशन नहीं पहुंच रहा है। जी हां, ब्लॉक अंतर्गत आने वाले बैगा आदिवासी बाहुल थुहापानी, बंजारी समेत 9 गांव व मजरे-टोले के लोगों की विडंबना यही है।
यहां के लोगों को पीडीएस का राशन लेने 4 से 8 किमी दूर चोरभट्ठी जाना पड़ता है। खास बात ये है कि चावल तो मुफ्त में मिलता है, लेकिन पीडीएस दुकान पहुंचने के लिए ग्रामीणों को गाड़ी किराए के लिए 100 रुपए तक खर्च करना मजबूरी है। वहीं पेंड्री, छुहीनाला, अमलीडीह और आमानारा ये ऐसे गांव हैं, जहां पक्की सड़क नहीं होने से गाड़ी भी नहीं जा पाती है। राशन को सिर पर ढोकर 1 से 4 किमी पैदल नदी-नाले और पहाड़ को पार कर गांव जाना मजबूरी है।
चोरभड्डी से थुहापानी 8 किमी दूर है: यहां नेशनल हाइवे किनारे बैगा-आदिवासी महिलाएं बैठी थीं। उनके पास बोरियों में चावल रखा था। पूछने पर सुबेतिन बैगा, सत्तो बाई, डोंगरहीन बाई ने बताया कि वे सभी थुहापानी गांव की रहने वाली हैं। पीडीएस से मुफ्त राशन लेकर आई हैं। अपने गांव लौटने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रही हैं। बताया कि चोरभट्टी से थुहापानी 8 किमी दूर है। गाड़ी में गांव जाने के लिए प्रति व्यक्ति 100 रुपए किराया देते हैं
बंजारी, पालक के ग्रामीणों से 10 रुपए बोरी किराया लेते हैं
चोरभट्टी से बंजारी 5 किमी, पालक 4 किमी, पेटली 3 किमी दूर है। चोरभट्ठी पीडीएस से चावल लेकर कुछ हितग्राही अपने गांव बंजारी, पालक और पेटली जाने के लिए हाइवे किनारे पहुंचे। माल वाहक से बंजारी जाने के लिए प्रति व्यक्ति 20 रुपए और प्रति बोरी चावल के 10 रुपए किराया देना पड़ता है।
सर्वर डाउन होने पर दूसरे या तीसरे दिन मिलता है राशन
इन ग्रामीणों की सबसे बड़ी समस्या सर्वर की है। जिस दिन राशन लेने गए, उस दिन सर्वर ठीक है तो शाम तक चावल मिल जाएगी। यदि सर्वर की समस्या है, तो दूसरे या तीसरे दिन उतना ही किराया खर्च कर के आना-जाना करना पड़ता है। ग्राम पेंड्री निवासी सुधराम सिंह बैगा का कहना है कि पीडीएस दुकान में तय कर दें कि किस दिन किस गांव के लोगों को राशन देंगे। इससे सभी गांव के लोगों को सुविधा मिलेगी। काम छोड़कर आते हैं। उस पर आने-जाने का किराया खर्च करना पड़ता है। हितग्राहियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
2.81 लाख कार्ड, दुकाने 505
खाद्य विभाग के अनुसार कबीरधाम जिले के 281127 राशन कार्डधारी परिवार हैं। शहरी क्षेत्र में 27617 और ग्रामीण क्षेत्र में 253510 कार्डधारी परिवार हैं। इन परिवारों को सस्ता राशन देने 505 पीडीएस दुकान हैं। इनमें से 6 नगरीय निकाय में 31 दुकानें संचालित हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 474 पीडीएस दुकानें हैं।
मामले में क्या कहते हैं जिम्मेदार
बोड़ला के खाद्य निरीक्षक अमित द्विवेदी का कहना है कि चोरभट्ठी पीडीएस अंतर्गत 1 से 3 किमी दूरी वाले मजरे-टोला व गांवों को एक साथ रहने देंगे। वहीं 4 से 8 किमी दूरी वाले गांवों के लिए ग्राम बंजारी या पालक में शासकीय भवन देखकर अतिरिक्त राशन भंडारण कराया जा सकता है। ताकि हितग्राहियों को राशन ले जाने में सुविधा हो।
जानिए, इसे लेकर क्या नियम है
पीडीएस कंट्रोल ऑर्डर के अनुसार लगभग 500 की आबादी पर एक राशन दुकान की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि किसी भी कार्डधारी को 3 किमी से ज्यादा सफर न करना पड़े। लेकिन यहां बोड़ला व पंडरिया ब्लॉक के कई गांव ऐसे हैं, जहां से पीडीएस दुकान 8 से 10 किमी दूर है।