UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर 15 नवंबर को कवर्धा के पीजी कॉलेज ऑडिटोरियों में जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने विभाग के अधिकारियों को आवश्यक तैयारी करने निर्देश दिए हैं। जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा अपने विभाग से संबंधित योजनाओं का स्टॉल प्रर्दशनी लगाई जाएगी। इसके साथ ही शासन द्वारा जनजातीय वर्ग के लिए संचालित किए जा रहे विभिन्न प्रकार के योजनाओं से लाभन्वित किया जाएगा।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का थीम ’’सामाजिक, आर्थिक विकास, आजीविका एवं उद्यमिता, कला-संस्कृति एवं धरोहर, शिक्षा और कौशल विकास, स्वास्थ्य एवं जीवन शैली’’ है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासियों के हितों का संरक्षण एवं संवर्धन करना है। इसमें 17 विभाग और 25 योजनाओं को शामिल किया गया है। छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है जनगणना 2011 के अनुसार कुल जनसंख्या का लगभग 30.62 प्रतिशत आदिवासी निवास करते हैं।
इसके अलावा राज्य में 43 प्रमुख जनजातियां एवं 162 उप जातियां हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से जनजातीय महापुरूषों के कार्यों तथा बलिदान के गौरवपूर्ण स्मरण के साथ ही आदिवासियों के हितों का संरक्षण एवं इन्हें प्रोत्साहित करने का अवसर मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि जनजातीय गौरव दिवस, आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान और बलिदानों को सम्मानित करने तथा आमजन एवं भावी नागरिकों को उनके बलिदान से प्रेरणा लेने के लिए मनाया जाता है। वर्ष 2021 को केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 15 नवंबर को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में इसे जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया था, तभी से प्रतिवर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।