UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | जिला कलेक्टर गोपाल वर्मा के निर्देशन और महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी के मार्गदर्शन में सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग, मिशन वात्सल्य और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के अंतर्गत एक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में ग्राम पंचायत मिनमिनिया के मैदान में ग्रामीणों और स्कूली बच्चों के साथ मिलकर बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम के लिए रैली का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मिशन वात्सल्य और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की टीम ने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के बारे में जानकारी दी। बताया गया कि यह अधिनियम सबसे पहले 1929 में लाया गया था, जिसके बाद 1949, 1978 और अंत में 2006 में इसमें संशोधन किए गए।
इसके अनुसार, किसी लड़के या लड़की की शादी 18 वर्ष और 21 वर्ष से पहले बाल विवाह माना जाता है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत लड़की की शादी के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और लड़के के लिए 21 वर्ष होनी चाहिए। इसके अलावा, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के बारे में भी बताया गया, जो एक 24 घंटे चलने वाली निशुल्क राष्ट्रीय इमरजेंसी सेवा है। यह सेवा बच्चों के लिए है जिन्हें देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता हो, जैसे कि अनाथ, बेसहारा, लावारिस, गुमशुदा बच्चे, बाल श्रम से जुड़े बच्चे और बाल विवाह से संबंधित मामलों में सहायता प्रदान की जाती है। किसी भी व्यक्ति को इस सेवा के लिए 1098 पर कॉल करने की सुविधा है।
जागरूकता रैली के माध्यम से टीम ने गांव के सभी मोहल्लों और पाड़ों में जाकर “बाल विवाह मुक्त भारत“ और “बाल विवाह मुक्त कबीरधाम“ का संदेश जन-जन तक पहुंचाया। रैली के अंत में शाला विकास प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, सदस्यों, ग्रामीणों और बच्चों को बाल विवाह मुक्त भारत का शपथ दिलाया गया और सभी ने ग्राम पंचायत मिनमिनिया को बाल विवाह मुक्त बनाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी, राजा राम चंद्रवंशी संरक्षण अधिकारी, वी. एस. ठाकुर, प्राचार्य, शासकीय हाई स्कूल, मिनमिनिया, महेश कुमार निर्मलकर परियोजना समन्वयक, एस.के. ठाकुर व्याख्याता, एम. मानिकपुरी, व्याख्याता, टेकराम पटेल अध्यक्ष, शाला विकास प्रबंध समिति, शिवकुमार पटेल, नरेश पटेल, दीपक पटेल, भगवन्ता पटेल, तुकाराम पटेल, रामलाल पटेल, शारदा निर्मलकर, आरती यादव सुपरवाइजर और विद्यालय के बच्चे और ग्रामवासी उपस्थित थे।