जिले में 63 हजार 662 किसानों से कुल 2 लाख 94 हजार 74 मेट्रिक टन धान की खरीदी
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा । खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान खरीदी महापर्व अंतर्गत शासन द्वारा किसानों के धान की खरीदी अभियान तेजी से प्रगति पर है। 14 नवंबर 2024 से प्रारंभ हुए इस अभियान में अब तक 63 हजार 662 किसानों से कुल 2,94,074 मेट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। जिले में मिलर्स द्वारा 7853 मेट्रिक टन एवं संग्रहण केंद्र के परिवहनकर्ताओं द्वारा 39792 मेट्रिक टन धान का उठाव हुआ है। इस प्रकार कुल 47,645 मेट्रिक टन धान का उठाव उपार्जन केंद्रों से हो चुका है। जिले में 72 राइस मिलों का अनुबंध हुआ है, 56 मिलरों द्वारा बैंक गारंटी जमा की गई है जिसके विरुद्ध 29773 मैट्रिक टन धान का डी ओ जारी किया गया है।
कलेक्टर गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में धान खरीदी का कार्य जारी है। जिले में सुचारू तरीके से धान की खरीदी की जा रही है, वहीं धान का उठाव लगातार ट्रांसपोटर्स एवं मिलर्स के द्वारा किया जा रहा है। जिले में किसानों को बारदाने की किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो रही है। सभी धान उपार्जन केन्द्रों में माइक्रो एटीएम उपलब्ध है। किसान माइक्रो एटीएम का उपयोग कर तत्काल 10 हजार रूपए तक निकाल सकते है, तत्काल राशि मिलने पर किसानों में खुशी है।
धान बिक्री के लिए टोकन तुहर दुआर एप द्वारा ऑनलाईन माध्यम से टोकन किसानों को दिया जा रहा है। जिससे किसानों को बहुत सुविधा मिली और एक ही बार में पूरा धान की बिक्री हो जाने से समय की बचत हो रही है। किसानों द्वारा धान की बिक्री के 72 घंटों के भीतर धान का भुगतान समय पर प्राप्त होने से किसानों में खुशी है। जिले में किसानों द्वारा सुविधा पूर्वक धान की बिक्री की जा रही है।
कलेक्टर गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन में धान उठाव और संग्रहण प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगा। इस दौरान किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के तहत धान बेचने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा किसानों की समस्याओं के निवारण के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-233-3663 जारी किया गया है।
यह हेल्पलाइन किसानों को उनकी समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराने में मददगार साबित हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रभावी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उपार्जन केंद्रों में किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासन ने संबंधित राइस मिल संचालकों से शीघ्र धान उठाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।