उपमुख्यमंत्री शर्मा के प्रयासों से कबीरधाम जिले के 70 स्कूलों में स्मॉर्ट क्लास बनाने की योजना
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा- सरकारी स्कूलों के बच्चों भी मिले स्मॉर्ट क्लास की सुविधा, इसकी चिंता छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री विजय शर्मा जिस स्कूल में पढ़े, अब वहां के मिडिल, हाई और हायर सेकेंरी स्कूल के विद्यार्थी को सिक्यूलेशन टेक्निक (स्मॉर्ट क्लास अत्याधुनिक सुविधा) का लाभ मिलेगा।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री विजय शर्मा ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती पर कवर्धा के स्वामी करपात्री जी स्कूल के तीन कक्षाओं में स्मॉर्ट क्लास सिक्यूलेशन टेक्निक का शुभारंभ किया। स्मार्ट क्लास के लोकार्पण के साथ अब वहां के मिडिल, हाई और हायर सेकेंरी स्कूल के विद्यार्थी को स्मॉर्ट क्लास अत्याधुनिक सुविधा का लाभ मिलेगा।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने स्मार्ट क्लास के संबंध में जानकारी ली। स्मार्ट क्लास की सुविधाओं के जरिए छात्रों को विशेष रूप से विज्ञान जैसे कठिन विषयों को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी। उपमुख्यमंत्री ने स्मार्ट क्लास के महत्व और इसके उपयोग पर भी छात्राओं से चर्चा की।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि शासकीय स्कूल के विद्यार्थियों को भी प्राइवेट स्कूलो की तरह स्मार्ट क्लास की सुविधा का लाभ मिले, इसके लिए प्रदेश की राज्य सरकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में चिंता कर रही है। शासकीय स्कूल के विद्यार्थियों को भी प्राइवेट स्कूलो की तरह स्मार्ट क्लास की सुविधा का लाभ मिले, इसकी शुरुआत कबीरधाम जिले के स्वामी करपात्री जी स्कूल से करने का प्रयास किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों से कबीरधाम जिले के 70 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की सुविधा मिलेगी। उन सभी स्कूलों का चयन कर लिया गया है। स्मॉर्ट क्लास की शुरुआत जिले के स्वामी करपात्री जी स्कूल से हो रही है।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने उस अवसर पर अपने छात्र जीवन के पुरानी यादों को स्मरण किया। उन्होंने अपने शिक्षकों, सहपाठियों के नाम लेते हुए याद किया। उन्होंने कहा कि आज मैं जिस स्कूल में पढ़ाई पूरी की, आज उस स्कूल में आने पर सुखद अनुभूति हो रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कवर्धा के स्वामी करपात्री जी स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने यहां मिडिल स्कूल से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूल तक की पढ़ाई इस स्कूल से की है। वे साइंस के विद्यार्थी रहे, और कक्षा बाहरवी में शर्मा शाला नायक भी बने।