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Kawardha News : कबीरधाम जिले के प्रथम महिला थाना का उद्घाटन: महिलाओं की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम

UNITED NEWS OF ASIA. कबीरधाम |  छत्तीसगढ़ प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और न्याय व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री  विजय शर्मा ने कबीरधाम जिले के कवर्धा में जिले के प्रथम महिला थाना का उद्घाटन किया। यह आयोजन महिलाओं की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा।

इस ऐतिहासिक अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा और राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उद्घाटन कार्यक्रम में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।

महिला थाना: महिलाओं के लिए समर्पित व्यवस्था

महिला थाना का उद्घाटन न केवल कानून व्यवस्था को मजबूत करेगा बल्कि यह सुनिश्चित करेगा कि महिलाओं को त्वरित और प्रभावी न्याय मिल सके। महिला थानों की स्थापना का उद्देश्य महिलाओं को एक ऐसा सुरक्षित और समर्पित स्थान प्रदान करना है, जहां वे बिना किसी भय और झिझक के अपनी समस्याएं साझा कर सकें।

गृहमंत्री  विजय शर्मा ने अपने संबोधन में कहा, “महिलाओं की सुरक्षा हमारी सरकार की प्राथमिकता है। यह थाना महिला अपराधों की शिकायतों के त्वरित निपटान और न्याय दिलाने के लिए समर्पित रहेगा। हमारा उद्देश्य है कि महिलाएं बिना किसी डर के आगे आएं और अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करें।”

उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।

क्यों है महिला थाना की आवश्यकता?

आज के समय में महिलाओं के खिलाफ अपराध, जैसे घरेलू हिंसा, यौन शोषण, छेड़छाड़, दहेज प्रताड़ना और साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। इस स्थिति में, महिला थानों की स्थापना जरूरी हो जाती है।
महिला थाने में केवल महिला पुलिसकर्मी तैनात होती हैं, जो पीड़ित महिलाओं को बेहतर समझ और संवेदनशीलता के साथ सुनने में सक्षम होती हैं। यह थाने न केवल महिलाओं को शिकायत दर्ज कराने में सुविधा देते हैं, बल्कि उन्हें न्याय पाने में मानसिक और कानूनी सहयोग भी प्रदान करते हैं।

थाने में क्या होंगी सुविधाएं?

इस महिला थाने को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। इसमें महिलाओं की गोपनीयता का विशेष ध्यान रखते हुए एक अलग परामर्श कक्ष, शिकायत कक्ष और जांच कक्ष बनाए गए हैं। इसके अलावा, थाने में महिला पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम तैनात की गई है, जो शिकायतों का त्वरित निपटान सुनिश्चित करेगी।
थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए डिजिटल पोर्टल की भी सुविधा दी गई है, जिससे महिलाएं अपनी शिकायतें ऑनलाइन भी दर्ज करा सकती हैं।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम

महिला थाना केवल अपराध निवारण का साधन नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को यह संदेश भी देता है कि वे समाज में समान अधिकार और सम्मान के साथ जी सकती हैं। यह पहल महिलाओं को उनकी ताकत का अहसास कराती है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करती है।

पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने अपने संबोधन में कहा, “यह महिला थाना हमारे क्षेत्र की महिलाओं के लिए वरदान साबित होगा। यहां महिलाएं निडर होकर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगी। मैं सरकार को इस पहल के लिए धन्यवाद देती हूं।”

स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया

महिला थाने के उद्घाटन से स्थानीय नागरिकों में खुशी की लहर है। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने इसे एक सकारात्मक पहल बताया।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम लंबे समय से ऐसी सुविधा की प्रतीक्षा कर रहे थे। अब हमें अपनी समस्याएं साझा करने के लिए एक सुरक्षित स्थान मिल गया है।”

सरकार की भविष्य की योजनाएं

गृहमंत्री  विजय शर्मा ने यह भी बताया कि राज्य सरकार महिला सुरक्षा के लिए और अधिक कदम उठाने की योजना बना रही है।
सरकार का लक्ष्य हर जिले में महिला थाना स्थापित करना है, ताकि महिलाओं को त्वरित न्याय मिल सके। इसके अलावा, सरकार महिलाओं के लिए जागरूकता अभियान चलाएगी, जिसमें उन्हें उनके अधिकारों और कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी जाएगी।

राजनांदगांव रेंज के आईजी  दीपक झा ने कहा, “महिला थाना हमारी कानून व्यवस्था का एक अहम हिस्सा है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां आने वाली हर महिला को न्याय और सुरक्षा मिले।”

महिला सुरक्षा के लिए उठाए गए अन्य कदम

छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला सुरक्षा के क्षेत्र में कई अन्य पहल भी की हैं। इनमें हेल्पलाइन नंबर, महिला सहायता केंद्र और महिला सुरक्षा ऐप शामिल हैं। ये सभी पहल महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए किए गए हैं।
सरकार ने पुलिसकर्मियों को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए हैं।

कबीरधाम जिले के कवर्धा में महिला थाने की स्थापना महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल महिलाओं को उनके अधिकारों और न्याय तक पहुंच प्रदान करेगी, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने का भी कार्य करेगी।
यह उद्घाटन कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है और उन्हें एक सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

महिला थाना केवल एक प्रशासनिक पहल नहीं है, बल्कि यह समाज में बदलाव लाने का एक प्रयास है। यह महिलाओं को यह विश्वास दिलाता है कि वे अकेली नहीं हैं और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए एक समर्पित प्रणाली मौजूद है।
यह पहल भविष्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को कम करने में सहायक होगी और उन्हें समाज में सम्मान और स्वतंत्रता के साथ जीने का अवसर प्रदान करेगी।

इस महिला थाने का उद्घाटन न केवल कबीरधाम जिले के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक उदाहरण बनकर उभरेगा। उम्मीद है कि यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सफल होगी।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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