
सुशासन तिहार के तीसरे चरण में 5 मई से 31 मई 2025 तक होगा समाधान शिविरों का आयोजन
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा । कलेक्टर गोपाल वर्मा ने आज जिला कार्यालय में आयोजित समय-सीमा की बैठक में ‘सुशासन तिहार 2025’ के प्रथम चरण में प्राप्त आवेदनों की विस्तृत समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी आवेदनों को तीन दिनों के भीतर पोर्टल पर अपलोड किया जाए और तदुपरांत शीघ्र संबंधित विभागों को प्रेषित किया जाए, ताकि उनका समयबद्ध, ठोस एवं गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि यदि अपलोडिंग प्रक्रिया में तकनीकी अड़चन आती है, तो विभागों के तकनीकी कर्मचारियों को विशेष रूप से इस कार्य के लिए संलग्न किया जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि सुशासन तिहार के प्रथम चरण में जिले की सभी पंचायतों, नगरीय निकायों और विभिन्न विभागों से कुल 88 हजार 324 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 82 हजार 926 आवेदन ग्रामीण क्षेत्रों से तथा 5 हजार 398 आवेदन नगरीय निकायों से प्राप्त हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वाधिक आवेदन पंडरिया विकासखंड से 26,102, बोड़ला से 23,795, कवर्धा से 21,503 तथा सहसपुर लोहारा से 11,526 प्राप्त हुए हैं। वहीं शहरी क्षेत्रों में पंडरिया से 2,433, पांडातराई से 906, बोड़ला से 787, कवर्धा से 594, सहसपुर लोहारा से 335, इंदौरी से 261 और पिपरिया से 82 आवेदन प्राप्त हुए हैं। बैठक में अपर कलेक्टर मुकेश रावटे, डॉ. मोनिका कौड़ो, विनय पोयाम, बोड़ला एसडीएम रूचि शार्दुल, डिप्टी कलेक्टर गीता रायस्त सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने स्पष्ट किया कि प्राप्त सभी आवेदनों का निराकरण एक माह के भीतर किया जाना है।
इसके लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आवेदन की गंभीरता से जांच की जाए और उसकी प्रकृति के अनुसार शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मांग आधारित आवेदनों पर बजट की उपलब्धता के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी और निराकरण की गुणवत्ता की समीक्षा जिला एवं राज्य स्तर पर की जाएगी। सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर की जा रही कार्रवाई की सतत मॉनिटरिंग करें, ताकि कार्य में पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे।
कलेक्टर वर्मा ने यह भी बताया कि सुशासन तिहार के दूसरे चरण में स्कैन किए गए आवेदनों को संबंधित विभागों को भेजा जाएगा तथा उनका निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक आवेदन की नियमित समीक्षा करें और आवेदकों को उनकी समस्याओं के समाधान की अद्यतन जानकारी समय पर उपलब्ध कराएं।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण में 5 मई से 31 मई 2025 तक समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक 8 से 15 ग्राम पंचायतों के मध्य ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें आवेदकों को उनके आवेदन की स्थिति की जानकारी दी जाएगी। शिविरों की तिथियों की सूचना एसएमएस और पावती पर्ची के माध्यम से आवेदकों तक पहुंचाई जाएगी। जिन मामलों का समाधान शिविरों में संभव होगा, उनका वहीं त्वरित निराकरण किया जाएगा, जबकि शेष मामलों का निराकरण एक माह के भीतर सुनिश्चित किया जाएगा।
समाधान शिविरों में न केवल समस्याओं का समाधान किया जाएगा, बल्कि जनकल्याणकारी और हितग्राहीमूलक योजनाओं की जानकारी भी नागरिकों को दी जाएगी और आवश्यकता अनुसार नए आवेदन प्रपत्र भी वितरित किए जाएंगे। प्रत्येक शिविर की निगरानी के लिए खंड स्तरीय अधिकारियों को प्रभारी नियुक्त किया गया है, जो शिविर की कार्यवाही की निगरानी कर समन्वय स्थापित करेंगे।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सुशासन को मजबूती देने और आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया यह अभियान प्रशासन और नागरिकों के बीच एक सशक्त संवाद का माध्यम बनकर उभरा है। सुशासन तिहार के माध्यम से शासन आमजन के द्वार तक पहुंच रहा है और यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रत्येक नागरिक की समस्या को संवेदनशीलता से समझकर उसका शीघ्र समाधान किया जाए। उन्होंने विश्वास जताया कि कबीरधाम जिले में इस अभियान को सफल बनाते हुए शासन की मंशा के अनुरूप सभी नागरिकों को राहत और संतोष प्रदान किया जाएगा।



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