
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा । कबीरधाम जिले में प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान योजना (पीएम-आशा योजना) के अंतर्गत किसानों के पंजीयन की अंतिम तिथि में वृद्धि की गई है। अब जिले के कृषक 22 मई 2025 तक अपनी फसलों का पंजीयन करवा सकते हैं।
कृषि विभाग के उपसंचालक अमित कुमार मोहंती ने यह जानकारी देते हुए बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली और सोयाबीन तथा रबी विपणन वर्ष 2025-26 में चना, मसूर और सरसों की बुवाई करने वाले किसानों का पंजीयन पूर्व निर्धारित तिथि के स्थान पर अब 8 मई से 22 मई तक किया जा सकेगा। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के संपर्क में रहकर पंजीयन अवश्य कराएं।
पंजीयन के लिए कृषकों को अपने आवेदन पत्र के साथ ऋण पुस्तिका, बी-1, पी-2, आधार कार्ड और बैंक पासबुक की छायाप्रति सेवा सहकारी समितियों में जमा करानी होगी, जिसके बाद किसान पोर्टल ापेंद.बह.दपब.पद के माध्यम से उनका पंजीयन किया जाएगा। उप संचालक मोहंती ने बताया कि पंजीकृत किसानों से भारतीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित (नेफेड) द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी उपज का उपार्जन किया जाएगा। भारत सरकार द्वारा इस वर्ष अरहर के लिए 7,550 रूपए, मूंग के लिए 8,682 रूपए, उड़द के लिए 7,400 रूपए, मूंगफली के लिए 6,743 रूपए, सोयाबीन के लिए 4,892 रूपए, चना के लिए 5,440 रूपए, मसूर के लिए 6,425 रूपए और सरसों के लिए 5,650 रूपए प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया गया है।
मोहंती ने बताया कि जिले में उपार्जन एवं भंडारण की व्यवस्था के लिए विभिन्न केंद्रों का चयन और अधिसूचना की गई है। विकासखंड कवर्धा में नवीन कृषि उपज मंडी तालपुर, पिपरिया, दशरंगपुर, धरमपुरा और खपरी की समितियों को उपार्जन केंद्र बनाया गया है। इसी प्रकार विकासखंड बोड़ला में बोड़ला, चिल्फी, खैरबना खुर्द, खैरबना कला (महा.), तरेगांव जंगल और छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउस कबीरधाम को भंडारण केंद्र के रूप में अधिसूचित किया गया है। विकासखंड पंडरिया में पंडरिया, दशरंगपुर, कुण्डा, महली, कुकदुर, कोदवागोड़ान और सीजीएसडब्ल्यूसी पंडरिया तथा विकासखंड सहसपुर लोहारा में बिरनुपरकला, बाजार चारभाठा, रामपुर (ठाठापुर), बिरेन्द्रनगर, सुरजपुरा जंगल और छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउस बिरनपुर लोहारा को उपार्जन एवं भंडारण कार्य के लिए चयनित किया गया है।
उप संचालक कृषि ने बताया कि किसानों से फसल उपार्जन का कार्य सप्ताह में पांच दिन, सोमवार से शुक्रवार तक किया जाएगा। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली और सोयाबीन फसलों का उपार्जन 15 फरवरी से 15 मई 2025 तक किया जाएगा, जबकि रबी विपणन वर्ष 2025-26 में चना और मसूर का उपार्जन 1 मार्च से 30 मई तक तथा सरसों का उपार्जन 15 फरवरी से 15 मई 2025 तक संपन्न होगा। योजनांतर्गत पंजीकृत किसानों से अरहर, मूंग और उड़द फसलों का उपार्जन अधिकतम 3 क्विंटल प्रति एकड़, मूंगफली का 7 क्विंटल, सोयाबीन का 5 क्विंटल, चना का 6 क्विंटल, मसूर का 2 क्विंटल और सरसों का 5 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से किया जाएगा। मोहंती ने जिले के शेष किसानों से पुनः अपील की है कि वे निर्धारित तिथि के भीतर अपने संबंधित समितियों में पंजीयन कराएं ताकि वे अपनी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विक्रय कर सकें और शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना का पूरा लाभ प्राप्त कर सकें।
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