UNITED NEWS OF ASIA. भारती कौर, दुर्ग। स्वर्ण जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य पर श्री बाबा रामदेव मंदिर में विभिन्न धार्मिक अयोजन किये का रहे है, मुख्य रूप से संगीतमय कथा का अयोजन किया गया है, इसके साथ साथ पूरे गंजपारा को आकर्षित लाइट एवं विशाल पंडाल लगाया गया है जोकि आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, पूरे प्रदेश से धर्म प्रेमी बाबा के दर्शन करने एवं स्वर्ण जयंती महोत्सव के प्रत्यक्षदर्शी बन रहे है।
आज की कथा में कथा वाचक श्याम देश शास्त्री जी ने बताया कि श्री बाबा रामदेव जी ने जीवित समाधि ली है, सबसे ज्यादा चमत्कारिक और सिद्ध पुरुषों में इनकी गणना की जाती है। उन्होंने रुणिचा में जीवित समाधि ले ली थी।
बाबा अनेक चमत्कार में एक चमत्कार की कहानी का प्रषंग आज बताया जिसमें उन्होंने पांच पीर को दिखाये चमत्कार बताये स्थानीय जनश्रुति के आधार पर कहा जाता है कि मक्का के मौलवियों और पीरों ने जब इनकी चर्चा सुनी तो फिर मक्का के पांच चमत्कारिक पीर भी बाबा की शक्ति को परखने के लिए उत्सुक हो गए।
कुछ दिनों में वे पीर मक्का से चलकर रुणिचा के रास्ते पर जा पहुंचे। रामदेवजी ने उनकी आवभगत की और भोजन के लिए थाली परोसी तो उन पीरों ने कहा कि हम तो अपनी ही कटोरे में खाते हैं जो हम मक्का में भूल आएं हैं। आप यदि मक्का से वे कटोरे मंगवा सकते हैं तो मंगवा दीजिए, वर्ना हम आपके यहां भोजन नहीं कर सकते। इसके साथ ही बाबा ने अलौकिक चमत्कार दिखाया और जिस पीर का जो कटोरा था उसके सम्मुख रखा गया। तब उन पीरों ने कहा कि आप तो पीरों के पीर हैं।
कार्यक्रम में बाबा के वंशज का आगमन
स्वर्ण जयंती महोत्सव की सबसे बड़ी बात ये होने जा रही है कि मंदिर के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर दुर्ग में पहली बार बाबा रामदेव जी के वंशज का आगमन हो रहा है, बाबा रामदेव जी के 17वी पीढ़ी में आने वाले आदरणीय श्री बापू हनुमानसिंह जी तवंर का आगमन 13 सितंबर को हो रहा है वे दिनाँक 14 सितंबर को स्वर्ण जयंती महोत्सव में निकाली जा रही शोभायात्रा में नगर भ्रमण में शामिल होंगे। वे बाबा रामदेव जी की रामदेवरा मंदिर के मुख्य ट्रस्टी भी है।
प्रतिदिन अलग अलग समाज द्वारा की जा रही आरती में आज संध्या श्री राजस्थानी गौड़ ब्राह्मण समाज, दुर्ग श्री सत्तीचौरा मां दुर्गा मंदिर समिति दुर्ग प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, दुर्ग श्री कसौधन वैश्य गुप्ता समाज के समस्त सदस्य एवं पदाधिकारी उपस्थित होकर अपने हाथों से आरती किये।
आज के अयोजन में राधेश्याम शर्मा सुरेंद्र शर्मा विजय अग्रवाल कैलाश रूंगटा गोपाल शर्मा डॉ शंकर दम्मानी नंदू शर्मा प्रजापति ब्रम्हकुमारी से रीटा दीदी लीला बहन डिलेश्वरी बहन भुनेश्वरी बहन ओंकार गुप्ता राजेन्द्र शर्मा प्रमोद जोशी राहुल गुप्ता रमेश गुप्ता मनोज गुप्ता लाला राहुल शर्मा बसंत शर्मा विकाश पुरोहित सुरेश गुप्ता साधना गुप्ता गुड्डू कश्यप अजय शर्मा नरेंद्र गुप्ता कमल शर्मा रमेश शर्मा मनीष सेन कुलेश्वर साहू दीपक सांखला प्रकाश शर्मा विजय गुप्ता अविनाश खंडेलवाल राजेश शर्मा एवं सैकड़ो धर्मप्रेमी उपस्थित थे।