UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। शासन द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना ने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई क्रांति का सूत्रपात किया है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करना है, खासकर उन मरीजों को जिनके पास इलाज के लिए आर्थिक संसाधन नहीं हैं। जिला अस्पताल में स्थापित डायलिसिस सेंटर में आयुष्मान भारत योजना के तहत किडनी के मरीज लाभान्वित हो रहे है।
इस योजना के तहत अब तक 87 मरीजों को 7,620 बार डायलिसिस की सुविधा दी गई है। यह डायलिसिस उन मरीजों के लिए एक जीवनदायिनी सेवा बनकर सामने आई है, जो किडनी की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे।
आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने वाले मरीज डोमन वर्मा, सरस्वती निर्मलकर ने बताया कि उन्हें न केवल शारीरिक राहत मिली है, बल्कि आर्थिक बोझ भी काफी कम हुआ है।
सरकार की आयुष्मान भारत योजना किड़नी के मरीजों के लिए वरदान साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि यह योजना परिवार के लिए यह एक महत्वपूर्ण सहारा बना है, जो बिना इस योजना के इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ होते। जिला अस्पताल में इस योजना के तहत डायलिसिस की व्यवस्था से कई मरीजों की जान बचाई जा रही है और उन्हें जीवन की नई दिशा मिल रही है।
सरकार का यह प्रयास आने वाले समय में और अधिक स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। आयुष्मान भारत योजना को लेकर लोगों में सकारात्मक प्रतिक्रिया है और यह योजना राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक बेहतरीन उदाहरण बन चुकी है। आयुष्मान भारत योजना ने यह साबित कर दिया है कि सरकार का मुख्य उद्देश्य जनता के स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखना है, और इसके जरिए लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है।