कबीरधामछत्तीसगढ़

Kawardha : छत्तीसगढ़ में फैला डायरिया, महिला की मौत: 50 ग्रामीणों की बिगड़ी तबीयत, गांव में हैं 100 कुएं जहां का दूषित पानी पी रहे लोग

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा जिले में सहसपुर लोहारा ब्लॉक में डायरिया फैल गया है। डायरिया से पीड़ित एक बुजुर्ग महिला की मौत भी हो गई यह महिला लकवाग्रस्त भी थी। इसके अलावा गांव के 50 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई है। इनमें कई लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।

बताया जा रहा है कि कोयलारी गांव में कुएं का दूषित पानी पीने से सभी ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ी है। इसमे से गांव के भाटापारा वार्ड- 1 से 3 के रहवासी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। गांव में डायरिया का पहला केस 6 मई को आया था।

  • हर दूसरे घर में कुआं, उसी का पानी पीते हैं गांव वाले

कोयलारी में कुएं का दूषित पानी पीने से डायरिया फैलना बताया जा रहा है। हर दूसरे घर में 1 कुआं है। गांव की कुल आबादी 2500 के लगभग है। 100 से ज्यादा घरों में कुएं हैं। इनमें से अधिकांश कुएं का उपयोग पेयजल के लिए किया जाता है।

हालांकि, 22 हैंडपंप भी हैं। उससे भी पीने का पानी जुटाते हैं। डायरिया फैलने के बाद पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग (पीएचई) ने जांच के लिए कुओं से पानी का सैंपल लिया है। वहीं सभी कुओं में क्लोरीन गोलियों और ब्लीचिंग छिड़काव कराया है।

  • एक ही परिवार के 4 लोग हुए थे बीमार

6 मई को आए पहले ही केस में एक परिवार के 4 सदस्यों को उल्टी- दस्त की शिकायत थी। उसी दिन ही डायरिया के 7 केस सामने आ गए थे। इसके बाद से रोज ही मरीज मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गांव के ही हाईस्कूल में कैंप लगाया है, जहां बीमार लोगों का इलाज किया जा रहा है।

  • बिसाहिन बाई लंबे समय से लकवाग्रस्त थी

60 साल की बिसाहिन बाई को गंभीर स्थिति में ग्राम सिंघनपुरी स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया था। यहां पहुंचने पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि, डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि बिसाहिन बाई लंबे समय से लकवाग्रस्त थी। उसकी मौत डायरिया से नहीं हुई है।

  • स्कूल में अस्थायी केंद्र, टेबल पर मरीजों का इलाज

बीते 6 दिन में डायरिया के 50 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। 6-7 मरीज सिंघनपुरी के निजी अस्पताल में, तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी 5-6 मरीज इलाज के लिए भर्ती हैं। गांव के हाईस्कूल में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया है, जहां रविवार को 17 मरीजों का इलाज किया जा रहा था। बेड की जगह टेबल पर मरीजों का इलाज हो रहा है।

  • इन 17 मरीजों का इलाज जारी

सुखरीदी साहू, दुर्गेश्वरी (13), संगीता (14), सरिता (16), रेशमी (11), राधिका (26), लक्की साहू (9), चांदनी (15), नेम सिंह (53), सुद्धू साहू (60), संजय मरकाम (22), यूमित साहू (4), पिमिका (9), सोखा लाल (40), गोहतरीन बाई (50), दयाबती (54) और रामकली साहू (45) शामिल है।

  • डायरिया के 3 मरीजों को किया रेफर

गंभीर स्थिति को देखते हुए पप्पू साहू, राधिका और रेशमी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहारा रेफर किया गया है। डायरिया के चलते मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अलर्ट पर रखा गया है। मितानिनों की टीम घर-घर जाकर ग्रामीणों को ORS घोल पिला रही हैं। वहीं सर्वे भी किया जा रहा है।

  • कचरों से नालियां जाम, पेयजल के चैंबर पर कूड़े का गड्डा

गांव में उल्टी-दस्त फैलने को लेकर पंचायत की लापरवाही सामने आ रही है। यहां गंदे पानी की निकाली के लिए नाला है, जो कचरे से जाम पड़ा है। सालों से इसकी सफाई नहीं हुई है। सरपंच उत्तरा बाई छबिलाल साहू का कहना है कि जल जीवन मिशन के तहत घरों में पानी सप्लाई के लिए चैंबर बने हैं। मां कर्मा मंदर के पास चैंबर से लगा कूड़े का गड्डा है, इससे भी घरेलू नलों में दूषित पानी सप्लाई होने की आशंका है।

  • 15 कर्मचारियों की लगाई गई ड्यूटी

सीएमएचओ डॉ. बीएल राज, लोहारा बीएमओ डॉ. संजय खरसन ने शनिवार को गांव का जायजा लिया। कैंप में इलाज के लिए भर्ती मरीजों से बातचीत की। बताया कि स्वास्थ्य कैंप में मेडिकल ऑफिसर, आरएमए और सीएचओ समेत 15 कर्मचारियों की दो शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई है, तो 24 घंटे तैनात हैं।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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