UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर. छत्तीसगढ़ में 2025 नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस ने देर रात नगर निगम, नगर पालिका, और पंचायत पद के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इस बीच पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओं ने टिकट वितरण में खरीदी-बिक्री का आरोप लगाते हुए राजीव भवन में जमकर हंगामा किया। इससे प्रदेश की सियासत गरमा गई है। इस मामले पर वन मंत्री केदार कश्यप और पीसीसी चीफ दीपक बैज आमने-सामने आ गए हैं।
कश्यप का कांग्रेस पर हमला
वन मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा,
“कांग्रेस में टिकटों की खरीदी-बिक्री चरम पर है। पैसे देकर टिकट पाने वाले जनप्रतिनिधि बनकर जनता को लूटते हैं। कांग्रेस का इतिहास भ्रष्टाचार और जनता को लूटने का रहा है। संगठन में टिकटों की बिक्री और सत्ता में भ्रष्टाचार, यही कांग्रेस का एजेंडा है। जनता को कांग्रेस के प्रत्याशियों से सावधान रहना चाहिए।”
दीपक बैज का पलटवार
कश्यप के आरोपों पर पलटवार करते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा,
“केदार कश्यप पहले वन विभाग में हुई भर्तियों और जमीन घोटाले का हिसाब दें। हम भाजपा की तरह बार-बार प्रत्याशी नहीं बदलते। बीजेपी में क्या पैसे लेकर प्रत्याशी बदले जा रहे हैं? हमारी सूची संतुलित है और हमने योग्य प्रत्याशी उतारे हैं।”
बैज ने कहा कि टिकट वितरण के बाद थोड़ी नाराजगी स्वाभाविक है, लेकिन कार्यकर्ताओं को मुझसे बात करनी चाहिए।
“मैं खुद रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए बैठा हूं। कांग्रेस मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी।”
कांग्रेस में अंदरूनी असंतोष
सूची जारी होने के बाद पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने असंतोष जाहिर किया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि टिकट वितरण में पैसों का खेल हुआ है। इस मामले पर प्रदेश कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है।
भाजपा बनाम कांग्रेस: बढ़ता सियासी तनाव
चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। जहां भाजपा कांग्रेस पर टिकट बिक्री और भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस भाजपा पर प्रत्याशियों को बार-बार बदलने और आंतरिक गुटबाजी का आरोप लगा रही है।