कर्नाटक चुनाव 2023 अपडेट: प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा अपने अधिकारों को अंतिम रूप देने के लिए कर्नाटक में राजनीति तेज हो रही है। शनिवार को कांग्रेस ने अपनी 43 भाषाओं की तीसरी सूची जारी की, लेकिन सिद्धारमैया को अब भी कोलार सीट से टिकट नहीं मिला है।
कर्नाटक चुनाव 2023 अपडेट: प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा अपने अधिकारों को अंतिम रूप देने के लिए कर्नाटक में राजनीति तेज हो रही है। शनिवार को कांग्रेस ने अपनी 43 भाषाओं की तीसरी सूची जारी की, लेकिन सिद्धारमैया को अब भी कोलार सीट से टिकट नहीं मिला है। साथ ही भाजपा के करोड़ों विधायक पार्टी बनते जा रहे हैं। टिकट नहीं मिलने के पूर्व पहुंचे जगदीश शेट्टार ने बीजेपी से मुलाकात के बाद की घोषणा। साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोलार में एक रैली को संदेश दिया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कर्नाटक के कोलार में अडाणी समूह के ”भ्रष्टाचार” का संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा ने किया और कहा कि वह केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार से नहीं हैं। वर्ष 2019 में चुनावी प्रचार के दौरान कोलार में गांधी ने ‘मोदी आलिया’ वाली टिप्पणी की थी, जिसके लिए उन्हें आपराधिक मानहानि का दोषी करार दिया गया था और गत 26 जुलाई की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 29 मार्च को घोषणा के बाद राज्य की अपनी पहली यात्रा पर गांधी ने अडाणी मुद्दों के माध्यम से प्रधानमंत्री पर ध्यान साधा और पत्रकार गौतम अडाणी के साथ मोदी के ”संबंध” के बारे में जानना चाहते हैं। उन्होंने यहां ‘जय भारत’ रैली को संबोधित करते हुए कहा, ”मुझे संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया। वे (केंद्र सरकार) सोच रहे हैं कि वे मुझे हटा देंगे और धमाका करेंगे। मैं डरने वालों में से नहीं हूं।” गांधी ने कहा, ”जब तक मुझे जवाब नहीं मिलता, मैं यह सवाल पूछता हूं। आप मुझे दोषी ठहराते हैं, जेल में डालते हैं या जो मुझे परवाह है, मैं डरने वाला नहीं हूं।’ कहा कि समूह के अध्यक्ष ने अपनी ”शेल कंपनी” (कागजी कंपनी) में एक चीनी व्यक्ति को नियुक्त किया है। गांधी ने कहा, ”अडाणी भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं।” गांधी ने कहा, ”मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना चाहता हूं- अडाणी के साथ आपका क्या संबंध है, जिन्हें भारत में हवाई छोर दिए जा रहे हैं? उन्हें देने के लिए नियम बदले जाते हैं। नियम क्यों बदले जा रहे हैं?”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि अडाणी ग्रुप के पास टर्मिनल ऑपरेट करने की कोई विशेषता नहीं है, जो ऑपरेशन के लिए पूर्व शर्त है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें व्यापार समूह को सौंप दिया गया। गांधी ने आरोप लगाया, ”जिनके पास टर्मिनल थे, उन्हें सेंट्रल स्टैचर्ड ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसे सेंट्रल अटैच से जुड़े और फिर ये एयरपोर्ट पोर्ट अडाणी को दे दिए गए।” उन्होंने आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री मोदी के समकक्ष और गौतम अडाणी के साथ दिखे थे और इंडियन स्टेट बैंक (एसबीएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी भी उनके बगल में दिखते थे। गांधी ने कहा कि अगले दिन, अपील ने अडाणी को कर्ज दिया। गांधी ने दावा किया कि श्रीलंका में हवाईअड्डा प्राधिकरण के अध्यक्ष ने कहा कि (श्रीलंका के) राष्ट्रपति ने उन्हें बताया कि मोदी ने अधिकारियों से अडाणी की मदद करने के लिए कहा था। गांधी ने लगाया आरोप, ”प्रधानमंत्री बांग्लादेश जाते हैं और ठेका अडाणी को मिल जाते हैं। प्रधानमंत्री इजराइल हो जाते हैं और अडाणी को निर्णय और हवाई अड्डे का ठेला लगा लेते हैं। कि यह पैसा किसका था। गांधी ने कहा कि इन सवालों को उठाने पर सत्ताधारी पार्टी ने संसद नहीं चलाई।