
इसके पहले भी उन्होंने दो फिल्में कीं। उसका भी ऐसा ही हश्र हुआ था। मगर कपिल शर्मा ने कोई सीख नहीं ली। उन्होंने एक ही बार में दो बार और दोहराई। हालांकि पहली फिल्म ‘किस किसको प्यार’ हिट रही। 16 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 42 करोड़ कमाए थे। वहीं ‘फिरंगी’ जो 40 करोड़ के बजट में बनी थी, वो बॉक्स ऑफिस पर करीब 9 करोड़ की ही कमाई कर पाई थी। अब ‘ज्विगतो’ का भी हाल ऐसा ही है। वो एक हफ्ते में 1 करोड़ भी नहीं कमा पाया है। कहने का मतलब है कि उनका अभिनय शायद किसी को रास नहीं आ रहा है। ऐसा हो रहा है। वैसे क्या आपने सोचा है कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं? मतलब जब उनका बस एक्टिंग नहीं है तो बार-बार इसमें हाथ-पैर क्यों मार रहे हैं? क्योंकि उनका शो अच्छा चल रहा है। इनकी नेटवर्थ 300 करोड़ है। नाम और शोहरत तो कूट-कूटकर भरी हुई है। किसी चीज की कमी नहीं है। ऐसे में फिल्म अगर नहीं चल रही है तो इसमें शामिल हैं जिसकी आज जरूरत है।
कपिल शर्मा का फ़ायरफ़ॉक्स पसंद नहीं आया
आपने देखा है? देखिएगा। मैंने देखा और फिल्म में ये पूरी फिल्म शर्मा ने हंस दी तो हंस दी। वो सीरियस रोल कर रहे हैं। भावपूर्ण हो रहे हैं लेकिन वह ग्रेविटेशन उन पर जड़ भी नहीं जच रही है। क्योंकि शुरू से लेकर अब तक हमने उन्हें लोगों का हंसते देखा है। फिल्मखिलाते हुए देखा है। लोगों की टांग खिंचाई करते हुए ही वो ज्यादा पसंद किए जाते हैं क्योंकि उनके पंच जादू के होते हैं। उन्हें सुनने के बाद हर कोई व्यक्ति खुश होकर लोटपोट हो जाता है। मगर पिक्चर ने इसके अलावा कुछ अलग करने का प्रयास किया है। वे अच्छे मन से प्रशंसकों को इस कॉमेडी के अलावा नया विषाक्त पदार्थ युक्त वो बुरे तरह से काम कर रहे हैं।
कपिल शर्मा ने इनमें नहीं सीखी
टीवी और फ़िल्म इंडस्ट्री के तमाम कलाकार हैं जिन्होंने अभिनय के अलावा कुछ नया करने की कोशिश की थी। मगर वोफाइड रहे थे। सोनू कॉर्पोरेशन ने एक्टिंग करने की मगर फ्लॉप रहे। जिन सितारों ने राजनीति में हाथ आजया, वो बुरी तरह गड्ढे में गए। इसके बावजूद मैंने कोई सीख नहीं ली। देखें तो जो जिस फील्ड से अपनी पहचान बनाता है, अगर वो वही करे तो ज्यादा पॉपुलेरिटी मिलने के चांस होते हैं। बहुत से कम ही लोग होते हैं जो मल्टी टास्कर बन जाते हैं। नहीं तो हर कोई किसी एक ही फिल्म में रंग सकता है। इसलिए जो काम करता है, उसे रचनात्मक तरीके से करें। इसमें कुछ प्रयोग करें। उससे दर्शकों को एटरटेन करें तो वो ज्यादा सही होगा।
कहीं-कहीं पिक्चर देखी-देखी तो नहीं कर रहे?
वो बात अलग है कि कपिल शर्मा किसी को देखा-देखी ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं। हो सकता है वो सुनील ग्रोवर की तरह बनने की जुगत में हों। क्योंकि किसी भी तरह से उनकी कॉमेडी होती है। इतना ही कमाल है कि वो एक्टिंग भी कर लेते हैं क्योंकि उन्होंने कई फिल्मों में कई बड़े स्टार्स के साथ काम किया है और दर्शक उन्हें दोनों ही रूप में पसंद करते हैं। ऐसे में कपिल शर्मा भी सोच रहे हैं कि यार जब वो कर सकता है तो मैं क्यों नहीं।
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अपनी प्रतिभा को पहचानो कपिल शर्मा
अगर इसमें रत्ती भर भी सच्चाई है तो कपिल शर्मा को तो यही नसीहत देना चाहिए कि वो दो नाव में सवार होने के कारण कहीं भी खुद न डूब जाएं। फिर न तो वह घर के पास रहेगा और न घाट के। क्योंकि लोग उन्हें कलाकार ही नहीं बल्कि मानते भी हैं। वे अपनी पहचान बनाते हैं। उसी यूएसपी को बनाए रखें। गुड गोबर न करें। ऐसे में उनकी फजीहत होगी और कल को ऐसा भी हो जाएगा कि लोग उनके शो को भी देखना बंद कर देंगे।



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