दिल्ली के कंझावला मामले में एक बहुत बड़ी खबर सामने आई है। इस पूरे मामले में एक मात्र चश्मदीद बताई जा रही है और अनगिनत अंजलि के दोस्त ड्रग्स केस में करीब दो साल पहले गिरफ्तार हुई थी। जानकारी सामने आई है कि साल 2020 में फंड ड्रग के मामले (एनडीपीएस एक्ट) में आगरा में गिरफ्तार हुई थी। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कल कंझावला में कार से घसीटे जाने की घटना में जान गंवाने वाली अंजलि के साथ स्कूटी पर सवार होकर अपने सहेली फंड को मामले की जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था।
2020 में इंटरनेट से ट्रेन से ला रहा गांजा
चौंकाने वाले खुलासे में सामने आया है कि साल 2020 में ट्रांसफर से ट्रेन से गांजा लेकर आगरा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया था, जहां 6 दिसंबर 2020 को उसे गिरफ्तार किया गया था। साल 2020 में फंड के साथ समीर और रवि नाम के लड़के को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उस नशे के पास से गांजा बरामद किया था उसका वजन 10 किलो था। जू खुद को अंजलि दोस्तों को बताने वाला फंड जमानत पर बाहर है। कंझावला मामले को लेकर उनके सहेली फंड ने कहा था कि वह स्कूटी से गिरने के बाद डर के कारण भटक गए थे।
फुटेज से नाम का पता चला
आरोपित है कि कंझावला मामले में पुलिस को दृश्य खंगालने के बाद फंड का पता चला था। उसने मंगलवार को पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया था। हालांकि दिल्ली पुलिस आयुक्त (बाहरी) हरेंद्र कुमार सिंह ने फंड को कंझावला मामले में गिरफ्तार किए जाने की बात का खंडन करते हुए कहा था कि उन्हें केवल जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है।
फंड पर अंजलि के परिजनों ने बड़े आरोप लगाए हैं
इसी कंजावला मामले की संयुक्त अंजलि सिंह के परिवार ने बुधवार को कहा था कि फंड झूठ बोल रहा है और उस पर हत्या का आरोप लगाया जाना चाहिए। अंजलि के परिवार ने साथ ही यह भी दावा किया कि उन्होंने ‘सहेली’ को ना तो पहले कभी देखा था और ना ही उनके बारे में पहले कभी सुना था जो अंजलि के साथ उस समय थी जब वह एक कार के नीचे घसीटी गई थी ।