कबीरधामछत्तीसगढ़

मौसमी बिमारियों को लेकर कबीरधाम हुआ अलर्ट, ग्राम पंचायत बहरमुड़ा हो चूका है डायरिया से प्रभावित

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कबीरधाम जिले के ग्राम पंचायत बहर मुड़ा डायरिया जैसी बीमारी के चपेट में आ चुका था, जिला प्रशासन ने तत्काल ही लोगों कों सुरक्षा पहुचाने दिशा निर्देश देते हुए स्वयं ग्राम का निरक्षण करने कलेक्टर सहित पूरी टीम पहुंची हुई थी, वर्तमान समय में बदलते हुए मौसम के साथ ही होने वाली बिमारियों से लोगों कों बचाने कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के साथ बैठक लेते हुए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए है।

ज्ञात हो की कलेक्टर जनमेजय महोबे की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर महोबे ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की प्रगति की गहन समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।

उन्होंने जिले में शहरी सहित वनांचल क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों का पूर्ण उपयोग करते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिकलसेल, डायरिया, मलेरिया, डेंगू, जनसंख्या, टीबी के नियंत्रण तथा आयुष्मान कार्ड के लिए जिले में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी ली और विशेष कार्ययोजना तैयार कर उचित क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर महोबे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि मौसमी बिमारी को ध्यान में रखते हुए अलर्ट रहें। किसी भी प्रकार की सूचना मिलते ही मौके पर अपनी टीम भेजकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा तत्काल मुहैया कराएं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, डीपीएम अनुपमा तिवारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और चिकित्सक उपस्थिति थे।

कलेक्टर महोबे ने बारिश के दौरान डायरिया के प्रकोप की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ अमला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर डायरिया के लक्षण वाले मरीजों की जानकारी मिलने पर तत्काल जांच करें। प्रभावित क्षेत्रों में टीम तैनात किए जाएं, जो तुरंत उपचार और आवश्यक सेवाएं प्रदान कर सकें।

इन क्षेत्रों में यह सुनिश्चित किया जाए कि पीने का पानी साफ हो। उन्होंने डायरिया के रोकथाम के लिए ग्रामों में पानी की नियमित जांच करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने समुदाय में जागरूकता फैलाने के लिए सरपंच, सचिव, एनजीओ को शामिल करते हुए व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए। जिसमें लोगों को डायरिया के कारण, लक्षण और रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी दी जाए।

विशेष रूप से ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाए। डीपीएम ने बताया कि 1 जुलाई से 31 अगस्त तक डायरिया के रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर ने प्रभावी कार्य योजना तैयार कर उचित क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में सिकलसेल एनिमिया जांच की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसके अनुरूप कार्य करने की जरूरत है। इसके लिए विशेष अभियान चलते हुए सभी बीएमओ को लक्ष्य लेकर पूरा करने के निर्देश दिए। इसके साथ शुगर और बीपी की जांच को शामिल करने के निर्देश दिए। जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, छात्रवास, शासकीय कार्यालयों और स्वास्थ्य संस्थाओं में सिकल सेल की जांच की जाएगी।

कलेक्टर महोबे ने आयुष्मान कार्ड की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें अधिक गंभीरता से कार्य करते हुए शत प्रतिशत लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित करे। उन्होंने इसके लिए कार्य योजना बनाते हुए अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन नागरिको का आयुष्मान कार्ड नही बना है, उसकी सूची तैयार करे और सभी विकासखंड के प्रत्येक गांव को लक्ष्य करते हुए वहां शिविर के माध्यम से सभी का आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित करे।

उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के लिए जिले में चलाए जाने वाले अभियान की जानकारी ली। डीपीएम ने बताया कि राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत लक्ष्य दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा 27 जून से 10 जुलाई 2024 तक और 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थरिकरण पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर ने जिले में संचालित एनआरसी की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें प्रगति लाने की जरूरत है। उन्होंने एनआरसी की बेड ऑक्यूपेंसी में वृद्धि के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि पंडरिया और बोड़ला विकासखंड के वनांचल क्षेत्रों में एनआरसी जरूरत वालों माताओं और बच्चों का चिन्हांकित करें और उनसे समन्वय स्थापित कर एनआरसी में लाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले में संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें प्रगति लाने की जरूरत है। उन्होंने शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव के लिए निर्देश दिए।

कलेक्टर महोबे ने जिले में मलेरिया और डेंगू नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल, आंगनबाड़ी, आश्रम, छात्रावास सहित कार्यालयों के कुलर सहित अन्य स्थानों में पानी इकट्ठा नहीं होना चाहिए। सभी स्थानों पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। लार्वा सोर्स रिडेक्शन और आईआरएस (डीडीटी) छिड़काव कार्य के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरदानी प्रयोग के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने स्कूलों में हैंड वाश और स्वच्छता के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने टीबी के मरीजों की जानकारी लेते हुए कहा कि इसके पहचान होने पर इसका ईलाज करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों के आसपास दुकानों में तम्बाकू का विक्रय नहीं होना चाहिए। इसके लिए कोटपा के तहत अभियान चलाकर चलानी करवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने शत् प्रतिशत टीकाकरण के लिए निर्देश दिए।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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