
UNITED NEWS OF ASIA. कबीरधाम। विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष में परियोजना चिल्फी अंतर्गत समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शन में बच्चों एवं ग्राम वासियों ने विश्व आदिवासी दिवस उत्साह से मनाया।
परियोजना अधिकारी नमन देशमुख ने बताया कि परियोजना चिल्फी एक आदिवासी बहुल परियोजना है जहा विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति बहुतायत में निवासरत है। परियोजना अंतर्गत समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष के बच्चों द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
केंद्रों में बच्चो द्वारा फैंसी ड्रेस कंपटीशन का आयोजन किया गया जिसमें नन्हे बच्चों द्वारा पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा धारण किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा इस उपलक्ष में पारंपरिक व्यंजन बच्चो को परोसा गया। विशेष बात यह रही की ये व्यंजन आंगनबाड़ी में उपलब्ध रेडी टू ईट से ही बनाया गया था। रेडी टू ईट का बनाया हुआ केक बच्चो के लिए इस उपलक्ष्य पर विशेष आकर्षण था। इसके साथ ही रेडी टू ईट से बना हुआ हलुआ, गुलगुल भजिया बच्चो को परोसा गया।
ग्राम बरेंडा में इस अवसर पर महिलाओं द्वारा वृक्षारोपण कर, वृक्षों के संरक्षण का प्रण भी लिया गया।
आंगनबाड़ी केंद्रों में चित्र कला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया साथ ही ग्राम वासियों के साथ सहभागिता से पारपरिक लोकगीत गाकर विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
















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