कबीरधामछत्तीसगढ़

कबीरधाम नगर पालिका चुनाव: इस बार जनता करेगी अध्यक्ष का सीधा चुनाव; सियासी समीकरणों में हलचल तेज

कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। इस बार चुनाव प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। अब जनता इस बार नगर पालिका और नगर पंचायत के अध्यक्ष का सीधा चुनाव करेगी। इससे राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं, और उम्मीदवारों को अपनी व्यक्तिगत छवि और योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

सीधे चुनाव का असर:
सीधा चुनाव जनता को सशक्त बनाता है, जिससे वे अपने नगर निकाय का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति का स्वयं चयन कर सकते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई प्रणाली से नेतृत्व में जवाबदेही बढ़ेगी और योग्य व्यक्तित्व, अनुभव, और नेतृत्व क्षमता जैसे गुण निर्णायक भूमिका निभाएंगे।

कबीरधाम जिले के नगर पालिका और पंचायत:
जिले में दो नगर पालिकाएं – कवर्धा और पंडरिया, और पांच नगर पंचायतें – बोडला, पांडातराई, सहसपुर-लोहारा, पिपरिया, और इंदौरी में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

  1. कवर्धा नगर पालिका:
    विकास, सड़क निर्माण, और सफाई जैसे मुद्दे चुनावी चर्चा के केंद्र में हैं। उम्मीदवारों को अपनी स्पष्ट योजनाएं जनता के सामने रखनी होंगी।
  2. पंडरिया नगर पालिका:
    अधूरी शहरी परियोजनाएं और विकास मुख्य मुद्दे हैं। सीधा चुनाव जनता की प्राथमिकताओं को स्पष्ट करेगा।
  3. बोडला नगर पंचायत:
    पेयजल, विकास, और स्वास्थ्य सेवाएं यहां के प्रमुख चुनावी मुद्दे हैं।
  4. पांडातराई नगर पंचायत:
    रोजगार और बुनियादी सुविधाओं की समस्याओं पर उम्मीदवारों को फोकस करना होगा।
  5. सहसपुर-लोहारा नगर पंचायत:
    शिक्षा और सफाई के मुद्दे यहां चुनावी बहस का केंद्र हैं।
  6. पिपरिया नगर पंचायत:
    जल निकासी और शहरी विकास की समस्याएं प्राथमिकता में हैं।
  7. इंदौरी नगर पंचायत:
    रोजगार और स्थानीय विकास पर जनता का ध्यान केंद्रित है।

आरक्षण प्रक्रिया और रणनीतियां:
7 जनवरी 2025 को जिले में अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस बार आरक्षण और सीधे चुनाव प्रक्रिया ने राजनीतिक दलों की रणनीतियों को प्रभावित किया है।

राजनीतिक दलों की तैयारियां:
सीधा चुनाव पार्षदों की राजनीति से अलग है। अब पार्टियां ऐसे उम्मीदवारों को सामने ला रही हैं, जिनकी जनता के बीच मजबूत पकड़ हो। चुनाव में जल आपूर्ति, स्वच्छता, सड़क निर्माण, रोजगार, और शहरी विकास जैसे मुद्दे हावी रहेंगे।

जनता की राय:
सीधा चुनाव जनता को बेहतर नेतृत्व चुनने का अवसर देता है। हालांकि, कुछ लोग चिंतित हैं कि इससे स्थानीय पार्षदों और अध्यक्ष के बीच तालमेल की कमी हो सकती है।

कबीरधाम जिले के नगर निकाय चुनावों में सीधा चुनाव जनता और उम्मीदवार दोनों के लिए नई परीक्षा है। जनता को अब योग्य और उत्तरदायी नेतृत्व चुनने का मौका मिलेगा। राजनीतिक दल और उम्मीदवार इस बदलाव के साथ नई रणनीतियों के साथ मैदान में उतरेंगे।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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