छत्तीसगढ़ समाचार: विधानसभा चुनाव के करीब आते ही पुराना मामला लेकर एक बार फिर से छत्तीसगढ़ में सियासत गरमाई हुआ है और कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेता एक और आरोप लगाने में तुले हुए हैं। दरअसल झीरम घाटी हमलों को लेकर पिछले हफ्ते भर से कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, वहीं शुक्रवार को बस्तर पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने एक बार फिर झीरम कांड के मामले को लेकर भूपेश बघेल पर ध्यान लगाया जाता है।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले भूपेश बघेल ने कहा था कि मैं झीरम कांड का बयान जेब में लेकर चल रहा हूं जब सरकार बनेगी तो यकीनन सबूत दिखाइए परिधान पहनिए, अब वे प्रदेश की तस्वीरें हैं। जेब से सबूत निकालकर अलमारी दिखाएँ। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का आरोप है कि सरकार बने 4 साल के निर्देश दिए गए हैं लेकिन कर्मचारियों ने झीरम मामले में पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है और कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। विनय कांग्रेस और भुपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ के पूर्व रमन सिंह का झीरम मामले में नारको टेस्ट के मामले में प्रदेश अध्यक्ष ने कोई जवाब नहीं दिया और कांग्रेस सरकार की विफलता में लगे।
नार्को टेस्ट जोखिम क्या रमन सिंह तैयार है तो मैं भी तैयार हूं
राजस्थान के राष्ट्रपति के बयानों पर बस्तर के प्रभार मंत्री और मैं मंत्री मंत्री कवासी लखमा ने पलटवार करते हुए कहा कि झिरीम घटना को लेकर मैं नारकोटेस्ट के लिए तैयार हूं, क्या रमन सिंह तैयार हैं? साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना के दौरान सुकमा और बस्तर जिले में जो भी पुलिस अधिकारी थे उनका भी नारको टेस्ट होना चाहिए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास बस्तर में कोई मेल नहीं बचा है, इसलिए जनता को भटक रहे हैं।
इस घटना के दौरान प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी, तब क्यों नहीं नार्को टेस्ट करवा लिया गया, उस समय पुलिस और सरकार भी बीजेपी की थी, तो ठीक उसी समय क्यों नारको टेस्ट नहीं किया गया, कवासी लखमा ने कहा कि रमन सिंह जब नारको टेस्ट के लिए तैयार हो जाइए उस वक्त मैं भी नारको टेस्ट के लिए तैयार हो जाऊंगा।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय जेपी नड्डा के बस्तर प्रवास से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, इससे पहले प्रधानमंत्री भी बस्तर आए थे लेकिन बस्तर में 12 के 12 विधानसभा क्षेत्र के साथ कांग्रेस बहुमत लाकर अपनी सरकार बनाई है, और आने वाले विधानसभा चुनाव में बस्तर के साथ भी पूरे प्रदेश की 90 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की जीत होगी।
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