
धनबाद : जामताड़ा मे विधायक इरफ़ान अंसारी एक बार फिर पूरे तेवर में हैं। अंसारी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि धनबाद में लूट की घटना हुई है और इसकी रेवड़ी सब में टूट रही है।
समिति की बैठक में नहीं पहुंचे अधिकारी
दरअसल झारखंड विधानसभा की आंतरिक संसाधन और केंद्रीय सहायता समिति की टीम इन दिनों धनबाद का दौरा कर रही है। आज विधानसभा समिति ने धनबाद सर्किट हाउस में सभी संबंधों के साथ समीक्षा बैठक रखी थी, ताकि सभी संबंधों से जुड़े विकास कार्यों की समीक्षा की जा सके। लेकिन ऊपरी समाहर्ता और जिला आपूर्ति की गई गली के अलावा सभी समझौते के विभिन्न अधिकारी समीक्षा बैठक में नदारद रहे। कुछ कनेक्शन ने अपने आधिकारिक अधिकारियों को खाना सरंचना के लिए मीटिंग में भेज दिया। इससे विधानसभा समिति के सभापति अभी अंसारी काफी नाराज दिखे।
हजार करोड़ के घोटाले का आरोप
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिन गठजोड़ में घोटाला हुआ है या जिन संलिप्तता में लूट मची है, उनसे जुड़े अधिकारी ही नादारद हैं। ऐसे में क्या समीक्षा करें या फिर कोई जांच करें। उन्होंने कहा कि वैसे भी अधिकारियों के खिलाफ दिशा निर्देश में कार्रवाई की जाएगी। समिति के सभापति अंसारी ने कहा कि प्रिया एवं स्वच्छता विभाग में 1000 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।
सरकार ने घोषणाएं मे प्रिया के लिए हजारों करोड़ की योजना पास की है, लेकिन विभागीय अधिकारियों से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का हवाला देते हुए काम नहीं कर रहे हैं। पहचान से बचने के लिए समीक्षा बैठक में स्वयं न आने वाले कार्यालयी अधिकारियों को भेज रहे हैं। यह गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में विकास योजना को धरातल पर नहीं उतारा जा सकता, वहां योजना क्यों ली जाती है? पूरा का पूरा मामला घोटाला और विकास राशि की बंदरबांट का है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर कार्यवाही चलाने की बात कही।
बालू खनन से करोड़ों की लूट, 5 हजार नावों से ढुलाई
अंसारी ने कहा कि बराकर घाट से हर दिन हजारों टन बालू की लूट हो रही है। नदी के दोनों छोर धनबाद और जामताड़ा में नावों के जरिए बालू का उठाया जा रहा है। हर दिन 5 हजार नावों के जरिए बालू की लूट हो रही है। बीते दिनों इस पर कार्रवाई की गई लेकिन फिर से वही हालात बन गए। बालू की अवैध ढुलई कर सरकारी राजस्व को नुकसान होने जा रहा है।
इससे संबंधित खनिज विभाग के अधिकारियों ने संठगांठ से इनकार नहीं किया जा सकता है। आज बराकर नदी घाट का जायजा लिया गया था, लेकिन जिला खनन संबद्ध ही हिस्सेदार हैं। ऐसे में जांच हो भी तो कैसे। उन्होंने खनन विभाग से जुड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने की बात कही।
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