शीतलहर में कुमार की यात्रा शुरू होने से तीन दिन पहले महागठबंधन सरकार के दोनों प्रमुख घटक दल जदयू-आरजेडी के बीच तनाव बढ़ने से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। पूर्व कृषि मंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह के राज्य की सरकार और आवेदन पत्र आवेदन करने वाले लगातार दावेदारों से जेडीयू इस बार पूरी तरह से बिफर गया है। जेडीयू ने आरजेडी पर दबाव बढ़ा दिया है कि तेज यादव या तो कुमार के खिलाफ सुधाकर सिंह को बयान देने से रोक दें या फिर उन पर फैसला करें।
आरजेडी प्रदेश के अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह के राजनीतिक इतिहास को याद करते हुए जेडीयू एमएलसी संजय सिंह ने कहा कि सुधाकर सिंह ने बीजेपी को फंसा लिया है और उनका सुशील मोदी का प्यार आज का नहीं है। संजय सिंह ने कहा कि सुधाकर सिंह वही नेता हैं जो बीजेपी की विधानसभा के उम्मीदवार रह चुके हैं। संजय सिंह ने कहा कि सुधाकर सिंह पर एक्शन का फैसला आर जुनी आलाकमान ही लेंगे।
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी बोर्ड बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी सुधाकर सिंह को लेकर जोरदार यादव को खास नसीहत थमा दी है। कुशवाहा ने तेज यादव से कहा है कि सुधाकर सिंह की तरह के बयानों पर जल्दी ही गठबंधन को रोका जाएगा और खुद तेज यादव के लिए अच्छा होगा। कुशवाहा ने कहा कि बिहार को खतरा मंजर से निकालने की मरदानी के लिए न्यून कुमार को इतिहास याद कर रहा है।
बता दें कि बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और आर जुनी नेता सुधाकर सिंह ने एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि परमाणु बेहद गैरलोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं। निश्चल कुमार की नीति रही है कि उनके साथ जो भी रहता है, वह उसी को समाप्त कर रहे हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि निमंत्रित कुमार केवल दो महीने के लिए आए थे, लेकिन अब वो युवा को सीएम नहीं बनने दे रहे हैं। बिहार के इतिहास में उन्हें हमेशा शिखंडी के रूप में याद किया जाएगा।