हिमाचल प्रदेश समाचार: पंजाब की जालंधर विधानसभा सीट पर उपचुनाव (जालंधर लोकसभा उपचुनाव) के लिए हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री) को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) ने उपाध्यक्ष मुकेश अग्निहोत्री को इस सीट पर प्रभार बनाया है। उपचुनाव की घोषणा होते ही उप पृष्ठ इस सीट पर काम करने के लिए जुट जाएंगे। कांग्रेस के लिए विपरीत चरित्र में मुकेश अग्निहोत्री को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि वह उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से मिली जिम्मेदारी के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
जीत को लेकर तैयार रोड सड़क-अग्निहोत्री
अग्निहोत्री ने कहा कि हम जहां जाते हैं वहां निश्चित रूप से जीत जाते हैं। अग्निहोत्री ने कहा कि वे जीत को लेकर जल्द सड़क तैयार करेंगे। सभी नेताओं के साथ मिलकर बैठक होगी। बता दें कि साल 2019 में जालंधर की सातवीं सीट कांग्रेस पार्टी थी। इस पर जीत हासिल करने की चुनौती बनी हुई है। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन खास नहीं रहा। ऐसे में अबहोत्री का अनुभव पंजाब कांग्रेस के लिए काम करने वाला है।
अब तक कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं अग्निहोत्री
पत्रकार से राजनेता बने मुकेश अग्निहोत्री अपने राजनीतिक जीवन में आज तक कोई चुनाव नहीं हारे हैं। साल 2003 से लेकर साल 2022 तक उन्होंने लगातार पांच चुनावों में जीत हासिल की। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने उन्हें लगातार जीत हासिल करने का मंत्र देने के लिए दिल्ली के एक विशेष निर्माण में भी आमंत्रित किया था। मुकेश अग्निहोत्री की पंजाबी में भी अच्छी पकड़ है। वे जिला ऊना से संबंध रखते हैं और ऊना की बोली भी पंजाबी है। ऐसे में मिसहोत्री अपनी सबसे अच्छी पंजाबी का इस्तेमाल करेंगी। साथ ही वे जिस तरह से विपक्षी हमलावर रहते हैं, उसका इन उपचुनाव में भी उपयोग सम्भावित होगा। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी को जीत के बाद अब अग्निहोत्री के सामने जालंधर के सामने लोकसभा उपचुनाव जीत की चुनौती है।