संयुक्त राष्ट्र की संस्था IEA परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के लिए वैश्विक एजेंसी है और परमाणु प्रौद्योगिकी के सुरक्षित एवं कार्य उपयोग को बढ़ावा देती है। भारत 1957 में अपनी स्थापना के बाद से इसका सदस्य है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को यहां अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के बारे में राफाएल मारियानो ग्रोसी से मिलने और वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य, यूक्रेन संकट, हिंद-प्रशांत क्षेत्र और जी20 की भारत की अध्यक्षता सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। संयुक्त राष्ट्र की संस्था IEA परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के लिए वैश्विक एजेंसी है और परमाणु प्रौद्योगिकी के सुरक्षित एवं कार्य उपयोग को बढ़ावा देती है। भारत 1957 में अपनी स्थापना के बाद से इसका सदस्य है।
जयशंकर ने बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ”आईएए के रूप में राफेल ग्रोसी से आज वियना में मिल कर प्रसन्न हुए। भारत-आईएईए सहयोग हमारी, जी20 अध्यक्षता, वैश्विक विद्युत परिदृश्य, यूक्रेन और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर चर्चा की। की है। उन्होंने कहा, ”साझा के सामरिक मुद्दों पर आज भारतीय विदेश मंत्री डॉ जयशंकर के साथ शानदार बातचीत हुई। वैश्विक संकल्प का समाधान करने में जी20 की अध्यक्षता करने के दौरान भारत की भूमिका को लेकर आशावादी हूं।” जयशंकर दो देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में साइप्रस से आस्ट्रिया पहुंचे थे।
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