मुंबई में डॉन शॉर्ट राजन का जन्मदिन मनाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने जांच के बाद छोटा राजन गैंग से जुड़े लोगों पर एक्सटॉर्शन की भी नई एफआईआर दर्ज कर ली है। दरअसल जांच के दौरान ये बात सामने आई कि डॉन के गुर्गों ने बा-कायदा एक भुगतान में घोटाला किया था और उसके जरिए अवैध रूप से डरा धमाका कर शोधन की जा रही थी। उसी समय डॉन के इन गुर्गों के बचाव में छोटा राजन का भाई दीपकजेव भी सामने आया। उसने बा बा करार दिया है कि किसी का जन्मदिन मनाना गलत नहीं है?
हड़पने का फंडा कैसे सामने आया?
4 दिन पहले मुंबई की कुरार पुलिस को ये सूचना मिली थी कि एक कबड्डी प्रतियोगिता में डॉन छोटे राजन के पोस्टर बैनर लगे हैं। इसके बाद जगहों पर पुलिस ने कई पोस्टर रोक लिए। एक अजनबी की तस्वीर इस तरह से सार्वजनिक जगहों पर लगाने के आरोप में 6 लोगों को कुरार पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया।
लेकिन कहानी ये नहीं थी। पर्दे के पीछे तो कुछ और ही चल रहा था। हालांकि पोस्टर बैनर लगाने से खेल को ही इन निशानियों ने सार्वजनिक कर दिया और उनका पोल खुल गया।
कबड्डी प्रतियोगिता की आड़ में हड़पने का धंधा
पुलिस ने इन जालसाजी की गिरफ्तारी के बाद जब इनसाइट्स की पुछताछ शुरू की तो पता चला कि जब मुकाबला प्रतियोगिता सिर्फ नाम की है। ये सीधे तौर पर राजन के नाम और हड़पने का कारोबार करते हैं। अवैध शोधन के लिए बाकायदा एक एनजीओ भी खोला गया था। उस एनजीओ के नाम पर लोगों की रसीद दी गई थी। रसीद पर छोटे राजन की फोटो तक मौजूद हैं। इससे लोगों को स्पष्ट संदेश मिलता है कि वो छोटे राजन के गैंग के हैं और उनके पैसे देकर खुद को सुरक्षित भी रखते हैं।
चूंकि ये संगठन महाराष्ट्र स्तर पर बना है तो इसके हजारों लोग संगठन के नाम पर होंगे तो क्या पूरे राज्य में इसका एक जाल फैला है? इस पर अभी फ्रैंक ज्यादा बोल नहीं रहे हैं। पुलिस के पास जब एक व्यापारी ने बा-क़ायदे पर कब्जा की प्राथमिकी करवाई तब पुलिस ने पोस्टर लगाने के मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आई कि सच मे अधिकार से हड़पने की जा रही थी।
जन्मदिन मनाया तो क्या बहाना किया,बोलें डॉन राजन के भाई
इस मामले में डॉन राजन के भाई दीपक निकालजे भी सामने आए। उसने कहा कि जन्मदिन मनाना कोई गलत बात नहीं है। हर किसी के चाहने वाले होते हैं। जन्मदिन मनाया तो क्या तहाह किया? हालांकि उसके बाद इस मामले में ज्यादा जानकर लोगों की बात बोलने से बचते रहे।