ईरान के लेखक मेहदी बहमन की मौत का साज़ा सुना गया है। उन्होंने महसा अमिनी के समर्थन में सरकार के खिलाफ एक बयान दिया था, जिससे नाराज होकर ईरान की सरकार ने उन्हें मरने की सजा सुना दी। बेहमन को 19 अक्टूबर को एक साक्षात्कार के बाद गिरफ्तार किया गया था, जिसे उन्होंने सितंबर 13 को चैनल 13 को दिया था, जिसमें उन्होंने महसा अमीनी की मौत के बाद देश में प्रदर्शन के विरोध में इस्लामिक शासन की आलोचना की आलोचना की थी।
तेहरान की अदालतों ने सज़ा को सुनाया
अमेरिका द्वारा संचालित एक रेडियो के अनुसार, तेहरान की अदालतों ने मेहदी बहमन को मौत की सजा सुनायी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि उन्हें झूठे आरोप में सजा मिली।
क्या है महसा अमी मामला?
बता दें, ईरान में 22 साल की लड़की महसा अमिनी को ईरान की मोरल (नैतिक) पुलिस ने व्यवस्थित से हिजाब नहीं लेने के कारण जाम में ले लिया था। पुलिस का आरोप है कि उसने माहसा को अफवाह बताया, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। महसा की मौत के बाद देश की जनता सरकार के विरोध में सड़क पर उतर गई। वैश्विक स्तर पर भी इस घटना की काफी निंदा हुई।