
मध्य प्रदेश अपराध समाचार: इंदौर पुलिस ने 7 लाख रुपये की लूट की घटना का खुलासा सिर्फ 6 घंटे में ही कर दिया. लूट की इस घटना की कहानी सामने आने के बाद पुलिस भी रह गई हैरान, क्योंकि फरियादी ही लूट का खुलासा हुआ। पुलिस (Indore Police) ने फरियादी से कथित लूट की राशि भी बरामद कर ली है.
जानकारी के अनुसार इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के लक्ष्मी बाई स्टेशन पर सचिन राठौर नामक व्यक्ति के साथ लूट की घटना हुई थी। घटना उस समय घटी, जब वह कहने से करीब 7 लाख रुपये लेकर अपना घर जा रहा था। एक ही बाइक सवार दो बदमाशों ने पिस्टल की नोंक पर उससे कथित तौर पर 7 लाख रुपये लूट कर बहरा हो गए थे। फरियादी की ओर से इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी।
फरियादी ने ये बताई थी कहानी
बाणगंगा थाना प्रभार राजेंद्र सोनी ने बताया कि बाणगंगा पुलिस को कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि सचिन राठौर नाम के व्यक्ति के साथ मंगलवार सुबह लक्ष्मीबाई स्टेशन के पास 7 लाख रुपये की लुट की घटना घटी है। लूट की सूचना पर चौकी भागीरथपुराण अभिलेख अन्य पुलिस बल पर पहुंचे थे। फरियादी की तस्दीक करते हुए उन्होंने इंदौर के मुखर्जी नगर के बाणगंगा निवासी सचिन राठौर से पूछताछ की। इस दौरान उसने बताया कि वह गोल्ड लोन लेने वाला एजेंट है। उसने दिनांक 20.03.2023 को सम्बोधन, कोटक एवं आईसीआईसी बैंक से कुल 7 लाख रुपये लेकर निकाले थे। इसे लेकर शाम को करीब 4 बजे प्रोटीन 4 रोड से अपना घर मुखर्जी नगर जा रहा था। रास्ते में लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के पास से मोटरसाइकिल पर दो नकाबपोश बदमाश आए और पिस्टल आरा कर बैग में रखकर 7 लाख रुपये लूट कर बिचार हो गए। लुटेरों की मोटरसाइकिल पर नंबर प्लेट भी नहीं था।
अपराध ने पुलिस को भड़काया
फिरियादी सचिन राठौर की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। वहीं, पुलिस ने लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के पास के पास चेक किए तो फरियादी तस्वीर में दिखाई दी, लेकिन उसके अलावा कोई और नहीं दिखाई दिया। इसके बाद जब पुलिस ने फरियादी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि श्रीकृष्ण एंजली में एक प्लाट खरीदा था, जिसके डील के 7 लाख रुपये एजेंट को 28 मार्च 2023 को देने का था। इसी बैंक से 7 लाख रुपये निकाले थे। उस संबंध में जब फरियादी के बैंक से किए गए ट्रांजेक्शन एक्शन चेक किया गया, 20 मार्च 2023 को बैंकों से 7 लाख रुपये नागद निकासी की पुष्टि भी हुई।
ऐसे खुलासे
हालांकि, बैंक ट्रांसेक्शन की डिटेल्स में पूर्व में सभी ट्रांजेक्शन ऑनलाइन होने का पता चला, जबकि 20 मार्च 2023 को नागद ट्रांजेक्शन कर 7 लाख रुपये निकाले के संबंध में जब फरियादी से पूछताछ की गई तो लगातार बदले-बदल कर स्टेटमेंट दे रहा था। इससे पुलिस की घटना संदिग्ध लगने लगी। सख्ती से पूछताछ करने पर फरियादी ने आखिरकार स्वीकार किया कि वह प्लाट के सौदे के 7 लाख रुपये एजेंट को नहीं देना चाहता था। इसलिए उसने खुद अपने साथ 7 लाख रुपये लूट की झूठी शिकायत रची और पुलिस में लूट की फाइल दर्ज की थी। फरियादी ने बताया कि उसने बैंक से निकाले गए 7 लाख रुपये अपने दोस्त विशाल कुरील को अमानत के तौर पर दे दिए थे। इसके बाद पुलिस ने लूट में 7 लाख रुपये की राशि फरियादी के दोस्त विशाल से बरामद कर ली है।



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