नई दिल्ली: पिछले कुछ वर्षों में भारत ने खुद को किसी भी स्तर के युद्ध से समझौता बनने में कड़ी मेहनत की है। इसी कड़ी में भारतीय नौसेना ने सतह से हवा में मार करने का माध्यम रेंज की मिसाइल MRSAM का सफल परीक्षण किया है। आईएनएस विशाखापट्टनम से की गई मिसाइल की यह टेस्टिंग सफल रही। इसका मतलब यह है कि भारत की नौसेना दुश्मन के किसी भी पोत को इस मिसाइल द्वारा करार कर सकती है। MRSAM को DRDO और IAI ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।
जमीन से हवा का नाम वार करता है MRSAM
भारतीय नौसेना ने इस मामले में एक बयान जारी करते हुए बताया कि India Dinamix Limited ने इसे बनाया है मिसाइल आत्मनिर्भर भारत के प्रति नेवी की प्रश्नावली। बता दें कि इससे पहले यह मिसाइल हवा में भी जहाजों को निशाना बनाने की क्षमता को साबित कर चुकी है। कुछ महीने पहले एक परीक्षण में मिसाइल ने एक तेज गति से अनुपयोगी हवाई लक्ष्य को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था। मिसाइल ने हवा में तेज गति से उड़ रहे विमान का पीछा कर उस पर सीधा हमला किया था।
MRSAM को DRDO और IAI ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।
सभी खास ब्रिकियों से कम है MRSAM
MRSAM का आर्मी संस्करण भारत के डीआरडीओ और इजरायल के IAI द्वारा भारतीय सेना के उपयोग के लिए संयुक्त रूप से विकसित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें हैं। MRSAM आर्मी वेपन सिस्टम्स में कमांड पोस्ट, मल्टी-फंक्शन प्लैंक और मोबाइल लॉन्चर सिस्टम शामिल हैं। डिलिवरेबल कॉन्फिगरेशन में परीक्षण के दौरान फुल फायर यूनिट का उपयोग किया गया। माना जा रहा है कि इन मिसाइलों के रूप में भारत के सशस्त्र बलों को एक और शानदार हथियार मिला है।
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