लेटेस्ट न्यूज़

दुनिया को खाद्य और ऊर्जा संकट से उबारने में भारत विश्व में अग्रणी बनेगा। दुनिया को खाद्य और बिजली संकट से उबरने में भारत “वर्ल्ड लीडर” बनने की ओर, अमेरिका के साथ ये कदम उठा सकता है

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और पीएम मोदी (फाइल)-इंडिया टीवी हिंदी

छवि स्रोत: फ़ाइल
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और पीएम मोदी (फाइल)

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बाद रूस और यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को भोजन और ऊर्जा के गहरे संकट में डुबो दिया। इससे पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है। दुनिया के तमाम देश इस समस्या का समाधान तलाशने में नाकाम साबित हो रहे हैं। दुनिया पर मंदराये इस भारी संकट से अमेरिका भी सहमा हुआ है। ऐसे वक्त में भारत दुनिया की उम्मीद बन गया है। यूक्रेन युद्ध के आगाज से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया पर गहरे भोजन और ऊर्जा संकट का प्रतिकार किया था, जो आज सच साबित हो रहा है। जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भी भारत ने भोजन और ऊर्जा संकट के साथ वृक्षारोपण परिवर्तन को ही मुख्य ईमेल बनाया है। दुनिया को भुखमरी से बचाने के लिए पीएम मोदी ने 2023 को अनाज के साल के रूप में मनाने की अपील की है। अब विद्युत संकट की कमी को दूर करने के लिए भारत और अमेरिका फिर से असैन्य परमाणु ऊर्जा क्षेत्रों में व्यवहारिक सहयोगियों की तलाश में जुट गए हैं।

आपको बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच साल 2008 में भी असैन्य परमाणु समझौता हुआ था, लेकिन यह आगे नहीं बढ़ सका था। मगर अब दोनों देश अपनी और विश्व की सुंदरता को देखते हुए वैश्विक दृश्यों के मद्देनजर नए तलाशने में जुट गए हैं। यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष के कारण पूरी दुनिया में भोजन और ऊर्जा का भारी संकट पैदा हो गया। श्रीलंका से लेकर पाकिस्तान जैसे देश तो पूरी तरह कंगाल हो गए हैं। यूरोपीय देशों में भी विद्युत और खाद्य संकट गहराने से मचना शुरू हो गया है। इसका समाधान खोजने में अमेरिका को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भारत के साथ संयुक्त ऊर्जा जुड़ाव में जो बाइडन को भी उम्मीद की नई किरणें दिखाई दे रही हैं।

अमेरिका और भारत सबसे मजबूत

मौजूदा वैश्विक दृष्टि से भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे मजबूत देश बने हैं। यह बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि विश्व की रेटिंग एजेंसियां ​​और विश्व बैंक वैश्विक मुद्रा कोष जैसी वैश्विक संस्थाएं कह रही हैं। आईआईएमएफ ने कहा है कि 2023 पूरी दुनिया के लिए सबसे अधिक चिंतापूर्ण होने वाला है। मगर भारत अकेला एक ऐसा देश है जो पूरी दुनिया को डूबने से बचा सकता है। इस वैश्विक मंदी के दौरान भी विश्व की रेटिंग के झटकों ने भारत में सबसे तेज आर्थिक विकास की भविष्यवाणी की है। इसे देखकर पड़ोसी पाकिस्तान और चीन को लेकर अमेरिका तक हैरान हैं।

यह सब प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत नेतृत्व में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने वाले भारत के कदमों का परिणाम है, जिसे आज पूरी दुनिया सलाम कर रही है। इसीलिए भारत के साथ अमेरिका ऊर्जा संकट के समाधान के लिए पुराने समझौते पर निरंतरता के लिए आगे बढ़ना चाहता है। दिल्ली में 16 और 17 फरवरी को भारतीय वार्ता साझा अमेरिका के ऊर्जा संसाधन मामलों के सहायक विदेश मंत्री जेफ्री आर पायट की बातचीत में 2008 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के तहत परमाणु वाणिज्य सहित स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में वादे सहयोग के तरीकों पर प्रमुखता से चर्चा हो रही है।

अमेरिका का मानना ​​है कि दुनिया को ऊर्जा संकट से उबारने में भारत की अहम भूमिका है
अमेरिका का मानना ​​है कि यूक्रेन पर रूस के “क्रूर” आक्रमण के बाद पेट्रोलियम पेट्रोलियम की आपूर्ति में गंभीर व्यवधान उत्पन्न होने से भारत ही एक ऐसा देश है जो ऊर्जा संकट को दूर कर सकता है। इसीलिए अमेरिका वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारत को अत्यंत महत्वपूर्ण संबंध बता रहा है। अमेरिका 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन प्रभाव से 500 ऊर्जा विद्युत प्राप्त करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के उच्च संभावना ऊर्जा परिवर्तन लक्ष्य का समर्थन करता है। वह भारत के साथ भविष्य के लिए सैन्य परमाणु सहयोग के अवसरों को विकसित करने की मांग कर रहा है।

अमेरिका का कहना है कि असैन्य परमाणु उद्योग का व्यावसायिक मॉडल बदल रहा है। अमेरिका में कुछ छोटे अंशों के लिए बड़े कारण हैं, जो विशेष रूप से भारतीय पर्यावरण के लिए भी उपलब्ध हो सकते हैं। इसलिए अमेरिका हरित विद्युत ऊर्जा के क्षेत्र में भी भारत के साथ सहयोग को मजबूत बनाने का आकलन करता है। अमेरिका का कहना है कि क्वाड के गठन के बाद से भारत और अमेरिका के बीच अवलोकनों को निगरानी मिली है। हरित हाईड्रोजन पर भारत, अमेरिका के पीछे और जापान में भी सक्रियता दिखा रहे हैं। यह चारों ओर के देश परस्पर मिलकर दुनिया को नया विकल्प देने को प्रतिबद्ध हैं।

यह भी पढ़ें

रूस के समर्थन में आया यूरोपीय संघ का यह देश! जेलेंस्की और छाया की लड़ाई में शांति की अपील

श्रीलंका और तुर्की का खेलहार बना भारत अब अमेरिका के लिए संजीवनी का काम करेगा, दुनिया कर रही सलाम

नवीनतम विश्व समाचार

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page