यूएस इंटेलिजेंस कम्युनिटी के वार्षिक डैमोकेशंस ने बताया कि भारत और चीन के बीच पिछले गतिरोध से पता चला है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LSI) पर लगातार निम्न-स्तर की घूर्णी तेजी से बढ़ने की क्षमता है।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध को लेकर बड़ा दावा किया गया है। यूएस इंटेलिडेंस ने सांसदों से आशंका जताई है कि भारत पाकिस्तान और भारत चीन के बीच तनाव बढ़ सकता है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच संघर्ष की आशंका भी पैदा होती है। एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सीमा पर भारत और चीन दोनों की बढ़ती सैन्य मुद्राएं दोनों परमाणु शक्तियों के बीच सशस्त्र संबंधों की जोखिम को समझती हैं। यूएस इंटेलिजेंस कम्युनिटी के वार्षिक डैमोकेशंस ने बताया कि भारत और चीन के बीच पिछले गतिरोध से पता चला है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LSI) पर लगातार निम्न-स्तर की घूर्णी तेजी से बढ़ने की क्षमता है।
क्षेत्र सीमा पर भारत और चीन दोनों की विस्तार सैन्य मुद्रा दो परमाणु शक्तियों के बीच सशस्त्र समझौते के जोखिम को लेकर सहमति है, जिसमें अमेरिकी और द्विपक्षीय समझौते के लिए प्रत्यक्ष खतरा हो सकता है और अमेरिकी हस्तक्षेप की मांग की जा सकती है। हुई रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत-चीन संबंध 2020 में देशों की घातक गलवान झड़पों के संबंध में जीते रहेंगे, जो दशकों में सबसे गंभीर है, भले ही दोनों पक्ष सीमा वार्ता में लगे हों। यह रिपोर्ट विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अपने चीनी समकक्ष को भारत-चीन पूर्वस्थिति की स्थिति “अ सामान्य” बताने के कुछ दिनों बाद आई है।
पूर्वी संदेश में 34 महीने से अधिक समय से चल रहे सीमा विवाद के बीच 2 मार्च को जी20 विदेश मंत्री के सम्मेलन से अन्य जयशंकर की किन्हीं गैंग के साथ आमने-सामने मुलाकात हुई। भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति नहीं होगी तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते।