भारत बनाम न्यूजीलैंड दूसरे वनडे के लिए प्लेइंग इलेवन: भारत और न्यूजीलैंड के बीच वन डे सीरीज खेली जा रही है। हैदराबाद में खेला गया सीरीज का पहला मैच टीम इंडिया ने अपना नाम लिया है और नंबर भी बना लिया है। अब अगला मैच शनिवार को रायपुर में खेला गया। जहां एक ओर टीम इंडिया की कोशिश होगी कि दूसरा मैच भी जीतकर सीरीज पर कब्जा कर ले, वहीं न्यूजीलैंड की टीम चाहेगी कि दूसरा मैच अपने नाम कर सीरीज को बराबरी पर लाए, ताकि विनर का फैसला आखिरी मैच से हो। सीरीज का पहला मैच भारत ने भले ही जीत लिया हो, लेकिन 350 प्रस्तावों के अनुरूप रहने के लिए जब न्यूजीलैंड की टीम उतरी तो भारतीय समुद्र के किनारे ध्यान दे रहे थे। अगर विकेट न गिरे होते हैं तो माइकल ब्रेसवेल ने मैच को करीब करीब जिता ही दिया था। लेकिन अब सवाल ये है कि रायपुर में नया मैच होगा, क्या कप्तान रोहित शर्मा और टीम भारत की प्लेइंग इलेवन में कुछ बदलाव करेंगे या फिर पहले मैच में ही टीम मैदान में उतरेगी। अगर कप्तान ने कड़ा रुख अपनाया तो लग रहा है कि एक खिलाड़ी के लिए पूरी सीरीज बैंच पर ही गुजरेगी। हालांकि इससे पहले जब भी स्पॉट मिले, उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन जैसे ही दूसरे खिलाड़ी आए, उन्होंने ऐसा जादू कर दिया कि उनकी जगह टीम में पक्की नजर आ रही है।
कुलदीप यादव और इशान किशन
कुलदीप यादव ने किया कमाल, युजवेंद्र चहल की वापसी मुश्किल
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वन डे मैच में कुलदीप यादव ने फिर से अपनी फिरकी का जादू दिखाया। उन्होंने आठ ओवर फेंके, इसमें एक मेडन डाला। उन्होंने कुल 43 रन दिए और दो विकेट हासिल करने में सफल रहे। ये विकेट भी कोई छोटा या फिर टेलएंडर्स के नहीं थे। टोटलदीप ने हेनरी निकोलस और डेरिल मिशेल को रन दिया। इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ वन डे सीरीज में भी उन्हें दो मैच खेलने का मौका मिला और हर बार उन्होंने शानदार खेल दिखाया। दो मैचों में उन्होंने पांच विकेट लेने का काम किया। अब अगर सब कुछ ठीक हो रहा है तो दो मैचों में भी कुलदीप यादव ही प्लेइंग इलेवन का हिस्सा हो सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो फिर इसका मतलब ये भी निकाला जाना चाहिए कि युजवेंद्र चहल को बाहर जाना होगा। क्योंकि दूसरे स्पिनर के तौर पर संलग्न सुंदर टीम में हैं, जो ठीक बैटिंग भी करते हैं। युजवेंद्र चहल हालांकि श्रीलंका के खिलाफ वन डे सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा की पहली पसंद थे। पहले वन डे में वही बोले थे। लेकिन दूसरे मैच के पहले उन्हें इंजरी हो गई और कुलदीप यादव की एंट्री हो गई। कुलदीप यादव आते ही लगातार विकेट निकालने लगे, इसके बाद वे टीम में बने रहे। युजवेंद्र चहल ने जो पहला मैच खेला था, उसमें वे प्रभावित होने में कामयाब नहीं हुए थे। इनमें चहल ने दस ओवर में 58 रन दिए और एक-एक विकेट निकाला। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि चहल की चोट अब जैसी है, लेकिन अगर वे ठीक हो भी जाते हैं तो भी शायद उन्हें बाहर ही बैठ जाएं।
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल
एक साथ नजर नहीं आएगी कुल्चा की टीम
इस बीच उनके फैंस भी इंतजार कर रहे हैं कि कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी क्या एक बार फिर मैदान पर एक साथ नजर आएगी। एक दौर था, जब एक तरफ से युजी चहल मोर्चा संभालते थे और दूसरी ओर कुलदीप यादव घातक बन जाते थे। वह जुझारू विरोधी टीम के बल्लेबाज बुरी तरह फंसते हुए महसूस करते थे। इसलिए उनकी जोड़ी का नाम भी कुलचा रखा गया था, लेकिन अब ऐसा बहुत कम हो रहा है। पहले तो दोनों टीम में ही साथ नहीं जा रहे थे, अगर फिर भी जाते हैं तो ग्यारह में खेलना एक साथ नहीं होते थे। लेकिन माना जा रहा है कि रोहित शर्मा अटैचमेंट सुंदर को बाहर बिठाकर इन दोनों को साथ खेलने का मौका मिलेगा, इसकी संभावना काफी कम है। वैसे सुंदर ने बहुत प्रभावित नहीं किया है। पहले एक दिन सुंदर ने सात ओवर में 50 रन बनाए, लेकिन विकेट कॉलम खाली रह गया। बल्लेबाजी में भी उन्होंने 14 गेंद पर 12 रन बनाए और आउट हो गए। दृश्य होगा कि प्लेइंग इलेवन को लेकर कप्तान और टीम स्थायी क्या फैसला करता है।