
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। नए वित्त वर्ष की शुरुआत 1 अप्रैल से हो चुकी है और इस दिन छत्तीसगढ़ में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। पेट्रोल और शराब की कीमतों में कमी आई है, वहीं टोल टैक्स महंगा हो गया है, और साथ ही कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA) में भी वृद्धि की गई है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने कई नए सिस्टम और योजनाएं लागू की हैं। आइए जानते हैं, 1 अप्रैल से राज्य में कौन से बदलाव हो रहे हैं:
1. पेट्रोल सस्ता:
राज्य सरकार ने वैट (VAT) की कटौती की है, जिसके परिणामस्वरूप अब छत्तीसगढ़ में पेट्रोल की कीमत 1 रुपए सस्ती हो गई है। यह राहत राज्य के नागरिकों को मिलने वाली है।
2. महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी:
राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA) को 50% से बढ़ाकर 53% कर दिया है। इस बढ़ोतरी का फायदा अप्रैल महीने की सैलरी में मिलेगा।
3. टोल टैक्स महंगा:
प्रदेश के 5 प्रमुख टोल प्लाजा पर टोल टैक्स बढ़ने जा रहे हैं। यह बढ़ोतरी 5 से 15 रुपए तक हो सकती है, जिससे सफर अब महंगा हो सकता है।
4. ई-ऑफिस सिस्टम लागू:
राज्य सरकार ने सरकारी कार्यालयों में पूरी तरह से ई-ऑफिस सिस्टम लागू कर दिया है। इससे अब जिलों और संभाग कार्यालयों में दस्तावेज और फाइलें डिजिटल रूप में चलेंगी।
5. व्यापारियों को राहत:
व्यापारियों के लिए एक अहम बदलाव किया गया है। अब ई-वे बिल बनाने की सीमा 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दी गई है, जो आज से लागू होगा।
6. स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव:
2 अप्रैल से राज्य के स्कूलों की समय-सारणी में बदलाव किया गया है। स्कूल अब सुबह 7 बजे से 11 बजे तक चलेंगे, वहीं दो पालियों में चलने वाले स्कूलों में बड़ी क्लासेस सुबह 8 बजे से 3 बजे तक होंगी।
7. इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार:
राज्य सरकार ने अपने बजट का 26,341 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय सड़कें, ब्रिज, स्कूल-कॉलेज और अस्पतालों के निर्माण पर किया है। यह बदलाव आज से लागू होगा और आम लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न विकास कार्यों की शुरुआत होगी।
इन सभी बदलावों से छत्तीसगढ़ के नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद है, वहीं राज्य सरकार के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे विकास कार्यों में तेजी आएगी।



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें